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क्या आपकी ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद है बबल गम चबाना? आइए चेक करते हैं

शुगर फ्री बबल गम का इस्तेमाल न केवल आपके दांतों के आसपास प्लाक बनने से रोकता है, बल्कि ये दांतों पर कॉफी या चॉकलेट के निशान भी हटा देता है।
ईयर मसल्स को स्टिम्यूलेट करने के लिए यॉनिंग या जम्हाई लेना और कुछ भी देर तक चबाना फायदेमंद साबित होता है। चित्र : शटरस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 25 Sep 2022, 15:30 pm IST
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कुछ लोग जॉलाइंस, तो कुछ लोग माउथ फ्रेशनर के तौर पर बबल गम (chew gum) चबाते हैं। हालांकि, इस दौरान सभी के मन में यह सवाल रहता है कि क्या यह हमारी ओरल हेल्थ के लिए अच्छा है या नहीं! हालांकि, कई ऐसे च्यूइंगगम हैं जो आपकी ओरल हेल्थ (chewing gum for oral health) के लिए अच्छे होते हैं। परंतु यदि आप अधिक मात्रा में शुगर युक्त गम का इस्तेमाल कर रही हैं। तो यह आपकी ओरल हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है।

सही गम आपके ओरल हाइजीन को बनाए रखने में आपकी मदद करेगा। तो चलिए जानते हैं, ऐसे ही कुछ गम के बारे में साथ ही जानेंगे यह किस तरह हमारे ओरल हाइजीन को प्रभावित करते हैं।

ओरल हाइजीन के लिए फायदेमंद होता है शुगर फ्री गम

सालों से गम का प्रयोग कई रूपों में होता चला आ रहा है। इसे ओरल हाइजीन के लिए होम रेमेडी के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं। यह दांतो को साफ करता है और इसे हार्मफुल बैक्टीरिया से प्रोटेक्ट करता है।

अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार ओरल हाइजीन के लिए हमेशा शुगर फ्री गम का इस्तेमाल करना चाहिए। यह आपके दांतो को कैविटी से प्रोडक्ट करता है।

मसूड़ों को तकलीफ देता है गम। चित्र : शटरस्टॉक

जाइलिटोल गम हैं काफी प्रभावी

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी की मानें तो वह गम जिसमें शुगर अल्कोहल जाइलिटोल मौजूद होते हैं, वह अन्य शुगर फ्री गम्स की तुलना में दांतों की सड़न को रोकने में ज्यादा प्रभावी होते हैं।

पब मेड सेंट्रल द्वारा की गई एक स्टडी के अनुसार जाइलिटोल दांतो को सड़ाने वाले बैक्टीरिया और सांसों की बदबू से लड़ता है और दांतो को प्रोटेक्ट करता है। वहीं जाइलिटोल स्वीटएंड गम मुंह में गंदगी फैलाने वाले बैड बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। इसी के साथ ओवरऑल ओरल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

यहां जानें गम से होने वाले कुछ अन्य फायदे

1. दांतो को सफेद बनाए

कई कारणों से दांतो का रंग पीला पड़ने लगता है जैसे कि स्मोकिंग और कॉफी का अधिक सेवन। खाने के बाद गम चबाने से दांतों में फसे रह गए फूड पार्टिकल्स और फ़ूड कलर हट जाते हैं। ऐसे में यह दातों पर स्टेन का कारण नहीं बनते।

2. सलाइवा फ्लो को बढ़ाएं

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार खाने के बाद गम चबाने से सलाइवा फ्लो बढ़ता है। मुंह में सलाइवा प्रोड्यूस होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह हानिकारक शुगर और फंसे खाद्य पदार्थों के टुकड़े जो बैक्टीरिया का भोजन बनते हैं, उन्हें फ्लश आउट करने में मदद करता है।

यह सांसों की बदबू को दूर करने में मददगार होते हैं। चित्र शटरस्टॉक।

3. सांसो की बदबू कम करता है

लहसुन, प्याज और मसाले जैसे तेज महक वाले खाद्य पदार्थ आपके मुंह में खराब स्वाद और आपकी नाक में दुर्गंध छोड़ जाते हैं। लेकिन सांसों की बदबू गंभीर ओरल हेल्थ प्रॉब्लम जैसे मसूड़े की बीमारी या शुष्क मुंह का लक्षण हो सकता है। हालांकि, ऐसे में फ्लेवर्ड गम इन स्थितियों को तो ठीक नहीं कर सकते परन्तु, वे सांसों की बदबू को जल्दी से दूर करने में मददगार होते हैं।

ध्यान रखें

स्वीट एंड शुगर फ्री गम में इस्तेमाल किए गए शुगर अल्कोहल में लैग्जेटिव इफेक्ट मौजूद होते हैं। इनका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल डाइजेस्टिव हेल्थ को असंतुलित कर सकता है। साथ ही डायरिया जैसी समस्याओं का कारण बनता है। इसलिए सेहत को ध्यान में रखते हुए एक सीमित मात्रा में ही इनका इस्तेमाल करें।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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