कई लोग खाना खाने के बाद वॉक करते हैं जिसे पोस्ट-डिनर वॉक (Post dinner walk) भी कहा जाता है। ज्यादातर लोगो का ये मानना है कि खाना खाने के बाद 15 से 20 मिनट तक वॉक जरूर करनी चाहिए। इससे हमारे शरीर की पाचन शक्ति अच्छी होती है या शरीर को खाना पचाने में आसानी होती है और इससे शरीर का वजन भी नहीं बढ़ता है। क्या सच में खाना खाने के बाद वॉक वाकई सेहत के लिए फायदेमंद है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसन में छपे एक रिसर्च के मुताबिक यह बिल्कुल स्पष्ट है कि खाना खाने के बाद वॉक से ग्लूकोज बढ़ना कम हो जाता है। खाना खाने के 30-60 मिनट बाद ग्लूकोज अपने अधिकतम स्तर तक बढ़ जाता है, ग्लूकोज का स्तर अधिकतम तक पहुंचने से पहले वॉक शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि यदि एक बार इंसुलिन सेक्रेट होने लगा तो यह मोटापा बढ़ने की वजह बन सकता है। यह माना जा सकता है कि जितनी जल्दी हो सके वॉक शुरू करना BS स्तरों को नियंत्रित करने के लिए अच्छा होता है।
ये भी पढ़े- पैरों में दर्द है या अकड़ गया है पांव? तो तुरंत राहत देंगे ये 5 सुपर इफेक्टिव उपाय
लोगों को भोजन के तुरंत बाद आराम करना सिखाया जाता है और 30-60 मिनट बीत जाने के बाद वॉक की सलाह दी जाती है। यह उन लोगों के लिए अच्छी सलाह हो सकती है, जो खाने के तुरंत वॉक करने पर अच्छा महसूस नहीं करते है, लेकिन कुछ लोगों को खाने के बाद आराम करने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि इससे कोई समस्या नहीं होती है। लेखक के कुछ रोगियों ने इस सलाह का पालन करके सफलतापूर्वक वजन कम किया है।
खाने के बाद वॉक करने के क्या फायदे है ये जानने के लिए बमने बात की न्यूट्रिशनिस्ट और वेलनेस एक्सपर्ट करिश्मा शाह से उन्होंने बताया कि “खाना खाने के बाद वॉक के बहुत फायदे है। खाना खाने के बाद 20-मिनट वॉक हर किसी के लिए बहुत अच्छी है।
चाहे आप किसी भी उम्र के हो या लिंग के हों। आप वॉक करते है तो अपने शरीर में मूवमेंट करते है और मांसपेशियां भी काम करती है। यह शरीर में इंसुलिन को स्थिर करने में मदद करता है। इंसुलिन आपके वजन, आपकी ऊर्जा के स्तर, मेटाबालिक दर, शरीर में ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने जैसी बहुत सी चीजों के लिए फायदेमंद है। आपको खाने के बाद एक छोटी वॉक पर जाना चाहिए चाहे वो लंच के बाद हो या डिनर के बाद हो।”
ये भी पढ़े- पुरुषों की तुलना में महिलाओं को सोना चाहिए 20 मिनट ज्यादा, जानिए क्या है इसका कारण
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसीन के अनुसार, हल्का व्यायाम irritable bowel syndrome (IBS) वाले लोगों में गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं में सुधार लाता है। कई स्टडी में ये भी पाया गया की जो लोग खाना खाने के बाद वॉक करते है, उनमें कई समस्या 50% तक कम हो सकती है।
जब कोई व्यक्ति खाना खाता है, तो उसके ब्लड में ग्लूकोज़ की मात्रा बढ़ जाती है, अगर आपके भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा है तो यह खतरा और ज्यादा होते हैं। यह ब्लड शूगर को अस्थायी रूप से बढ़ाता है। जिस व्यक्ति को डाइबटीज नहीं है, उनका शरीर इंसुलिन छोड़ता है। इंसुलिन ब्लड शूगर को कम करता है।
वॉक मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए भी आपकी मदद करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वॉक एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल सहित स्ट्रेस हार्मोन को कम करता है।
जब कोई व्यक्तियों के शरीर में वॉक करते समय, एंडोर्फिन रिलीज होता जो प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में आपके शरीर में काम करता है। ये बेचैनी को कम करता हैं, मूड को सही करता है, तनाव को कम करता हैं।
ये भी पढ़े- डायबिटीज कंट्रोल करने से लेकर कैंसर के विकास तक को रोकती हैं गोजी बेरी, जानिए इनके फायदे