नए साल की शुरुआत से ही दुनिया भर में एक बार फिर से कोविड -19 मामलों में तेजी देखी जा रही है। भारत में भी संक्रमण के मामलो में उछाल हुआ है, जिसकी वजह से सेल्फ टेस्ट कोविड किट की मांग बढ़ रही है। हालांकि, सेल्फ टेस्टिंग किट का मतलब यह नहीं है कि लोग सैंपल के होम कलेक्शन और लैब टेस्टिंग से परहेज करने लगें। लेकिन क्या लोगों द्वारा इस्तिमाल किये जा रहे सेल्फ-टेस्टिंग किट विश्वसनीय हैं?
यह सवाल लोगों के मन में पहले से ही है, लेकिन टेलीविजन अभिनेता एरिका फर्नांडिस का हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट के बाद यह सवाल और तूल पकड़ने लगा है। दरअसल एरिका ने शुरुआत में अपनी मां के साथ कोविड -19 का परीक्षण करवाया था जिसमें दोनों पॉजिटिव आए थे। इसके बाद उन्होंने कोविड सेल्फ टेस्टिंग किट को लेकर कुछ सावधानी बरतने वाले शब्द कहें।
अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर किए गए पोस्ट में उन्होंने लिखा, “होम टेस्ट (Coviself Kit) पर भरोसा न करें। यह बिल्कुल भी विश्वसनीय नहीं हैं।” उन्होंने तीन सेल्फ -कोविड टेस्ट किया जिसमे वह नेगेटिव दिखे। इसका विवरण देते हुए उन्होंने लिखा, “परिणामों से संतुष्ट नहीं क्योंकि उनकी खांसी और गले में खराश और खराब होती जा रही थी।” वह फिर लैब टेस्टिंग के लिए गई, जिसमें पुष्टि हुई कि वह कोविड -19 पॉजिटिव हैं। यह हमें फिर से प्रश्न पर लाता है की क्या कोविड-19 सेल्फ टेस्टिंग किट सही हैं?
एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया के मानद महासचिव डॉ मंगेश तिवस्कर के अनुसार, महामारी के विकास के साथ ही परीक्षण रणनीतियों को विकसित करने की आवश्यकता है।
तिवस्कर हेल्थशॉट्स को बताते हैं, “परीक्षण अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के साथ-साथ कोविड -19 प्रबंधन की आधारशिला है। लेकिन विविध परीक्षण रणनीतियों को अपनाया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, रैपिड एंटीजन सेल्फ-टेस्ट सुविधाजनक, उपयोग में आसान और स्केलेबल समाधान हैं, जो केवल 15 मिनट में परिणाम प्रदान करते हैं।”
आरटी-पीसीआर (RT PCR) को कोविड -19 परीक्षण के लिए ‘all and end all’ माना जाता है। हालिया उछाल के बीच बढ़ती मांग के कारण परिणामों में 1-2 दिनों की देरी हो रही है।
घरेलू परीक्षण के प्रमुख लाभों में से एक यह तथ्य है कि संक्रमित व्यक्तियों की जल्द ही पहचान कर ली जाता है,जिससे संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए अलगाव और संपर्क अनुरेखण को बढ़ावा मिलता है। उस स्थिति में, यदि आप भ्रमित हैं कि आपको सर्दी और फ्लू है या कोविड-19 है, तो आप थोड़ा और आश्वस्त हो सकते हैं!
हालांकि रिपोर्टों के अनुसार, चिकित्सा विशेषज्ञ चिंतित हैं कि सकारात्मक मामले सामने नहीं आ रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि लोग संबंधित एप पर अपना रिजल्ट अपलोड करने के प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं।
अब तक, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने 12 रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) ओवर-द-काउंटर किट को मंजूरी दी है जो ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं। इनमें से अधिकांश को नाक के स्वाब की आवश्यकता होती है, जबकि अन्य लार के नमूने पर आधारित होते हैं।
डॉ तिवस्कर के अनुसार, “ये उच्च गुणवत्ता वाले हैं, उच्च संवेदनशीलता और विशिष्टता से लैस हैं, और महत्वपूर्ण शोध द्वारा समर्थित हैं। इस प्रकार, इस तरह के परीक्षण एक विश्वसनीय उपकरण साबित होते हैं और मामलों में मौजूदा उछाल के लिए भारत की सुरक्षित और त्वरित प्रतिक्रिया का समर्थन करते हुए सुरक्षा की सुविधा प्रदान करते हैं।
आईसीएमआर (ICMR) के अनुसार, आरएटी द्वारा सेल्फ टेस्टिंग की सलाह केवल रोगसूचक व्यक्तियों और प्रयोगशाला के तत्काल संपर्कों में पॉजिटिव मामलों की पुष्टि की जाती है।
पॉजिटिव परीक्षण करने वाले सभी व्यक्तियों को पॉजिटिव पेशेंट के रूप में माना जा सकता है और दोबारा परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती।
सभी रोगसूचक व्यक्ति जो आरएटी द्वारा नकारात्मक परीक्षण करते हैं, उन्हें तुरंत आरटी-पीसीआर द्वारा अपना परीक्षण करवाना चाहिए। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि आरएटी में कम वायरल लोड वाले कुछ सकारात्मक मामलों को पकड़ने की संभावना है। सभी आरएटी नकारात्मक रोगसूचक व्यक्तियों को संदिग्ध कोविड -19 मामलों के रूप में माना जा सकता है। उन्हें आरटी-पीसीआर परीक्षा परिणाम की प्रतीक्षा करते हुए होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल (home isolation protocol) का पालन करने की सलाह दी जाती है।
सेल्फ-टेस्टिंग किट, जिसकी कीमत 250 रुपये है, ज्यादातर पहले से भरी हुई एक्सट्रैक्शन ट्यूब, एक टेस्ट कार्ड, एक स्टेराइल नेज़ल स्वैब, डिस्पोजेबल बैग और एक इंस्ट्रक्शन मैनुअल के साथ आता है।
घर पर कोविड -19 परीक्षण करने के लिए इन स्टेप्स को करें फ़ॉलो
अगर केवल क्वालिटी कंट्रोल लाइन ‘सी’ है, और ‘टी’ जैसा कोई परीक्षण नहीं है, तो यह इंगित करता है कि परिणाम नकारात्मक है। यदि यह लाइन ‘सी’ पर नहीं रहता, तो यह अमान्य होगा भले ही दूसरी रेखा ‘टी’ पर हो या नहीं।
गायक-संगीतकार विशाल ददलानी ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर अपने सेल्फ-टेस्टिंग किट के परिणाम का एक शॉट पोस्ट किया।
डॉ तिवस्कर के अनुसार, निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करना इन आत्म-परीक्षणों के संचालन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उन्होंने आगे कहा,“अगले चरण के रूप में, स्व-परीक्षण नामित ऐप पर परीक्षा परिणामों को रिपोर्ट करें। यह व्यक्ति को कोविड-19 के खिलाफ भारत की वर्तमान लड़ाई में मदद करने के लिए सटीक जानकारी सुनिश्चित करते हुए समय पर चिकित्सक सहायता लेने में मदद करेगा। अंत में, टेस्टिंग किट, स्वैब और अन्य सामग्रियों के निपटान के लिए भी निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।”
यह भी पढ़े :ओमिक्रोन के लक्षण दिखते ही आपको करने चाहिए यह 4 जरूरी काम
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।