स्तन कैंसर अब कैंसर का सबसे आम रूप है और इसने सर्वाइकल कैंसर को भी पीछे छोड़ दिया है। स्तन कैंसर (Breast Cancer) अब युवा स्त्रियाें में भी देखा जा रहा है। तीस और चालीस वर्ष की महिलाओं में स्तन कैंसर की पहचान की जा रही है। इसका कारण बीमारी के प्रति बढ़ती जागरूकता को भी माना जा सकता है, लेकिन आनुवांशिक, जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक भी इसमें कारण हो सकते है। इसलिए दुनिया भर में ब्रेस्ट कैंसर के संकेतों और लक्षणों पर लगातार शोध हो रहे हैं। अब स्तन में गांठ के अलावा कुछ और संकेत भी सामने आए हैं, जिनसे ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं स्तन कैंसर के ऐसे ही कुछ अनजाने लक्षण (Breast cancer signs)।
ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ अक्टूबर में मनाया जाने वाला एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान है। इसका प्राथमिक लक्ष्य स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना, लोगों को बीमारी के बारे में शिक्षित करना और शीघ्र पता लगाने और उपचार को प्रोत्साहित करना है। इस महीने के दौरान विभिन्न संगठन, डॉक्टर और व्यक्ति विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्तन कैंसर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करते हैं।
इसके कुछ लक्षण है जो ब्रेस्ट में गांठ से पहले दिखते है जिससे आप इसे पहचान सकते है। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी कॉम्प्रिहेंसिव कैंसर सेंटर द्वारा की गई एक स्टडी में 1,000 से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया गया और पाया गया कि 93% ने स्तन कैंसर के लक्षण के रूप में एक गांठ को पहचाना। हालाँकि, सर्वेक्षण में शामिल आधे से भी कम लोगों ने अन्य सामान्य लक्षणों को पहचान की। ब्रेस्ट कैंसर केवल ब्रेस्ट में गांठ बनने के साथ शुरू नहीं होता है।
मुड़ा हुआ, उलटा या नीचे की ओर झुका हुआ निपल सबसे कम पहचाना जाने वाला लक्षणों में था – स्टडी में भाग लेने वाले केवल 31% प्रतिभागियों ने इसे स्तन कैंसर के संकेत के रूप में जाना।
सर्जन ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ मानसी चौहान बताती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर को पहले स्टेज पर या जीरो स्टेज पर पकड़ने के लिए आप कई तरह की स्क्रीनिंग का सहारा ले सकती है। अल्ट्रासाउंड, मेमोग्राफी, सीटीस्कैन जैसी कई स्क्रीनिंग है जो आप ब्रेस्ट की जांच करने के लिए करवा सकती है।
ब्रेस्ट कैंसर के उपचार के दौरान आपको अपना ब्रेस्ट खोना पड़ सकता है। चित्र:शटरस्टॉकडाॅ मानसी आगे बताती है कि पहली स्टेज में जिन लोगो में कैंसर का पता चल जाता है उनमें से 98 प्रतिशत लोग ठीक हो जाते है। कई बार गंठे भी स्तन कैंसर का लक्षण नहीं होती है। कई गांठे ब्रेस्ट में ऐसी भी मौजूद होती है इसलिए हर गांठ को स्तन कैंसर समझकर डरना भी नहीं है और अपने डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
डॉ मानसी चौहान बताती है कि ऐसा नहीं होता है। पहले के समय में ब्रेस्ट कैंसर के लिए एख सर्जरी ही उपाय था इसके लिए ब्रेस्ट को भी निकाला जाता था, लेकिन अब ब्रेस्ट कंजर्व सर्जरी भी मौजूद है जिसमें मरीज के ब्रेस्ट को कंजर्व करके केवल उसक ट्यूमर को निकाला जाता है। और ब्रेस्ट को वापस उसी शेप में कंजर्व कर दिया जाता है। इसलिए इस बात के लिए डरने की जरूरत नहीं है कि ब्रेस्ट कैंसर के उपचार के दौरान आपको अपना ब्रेस्ट खोना पड़ सकता है।
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