आजकल काम के प्रेशर की वजह से हम सभी को लैपटॉप पर कई घंटे बिताने पड़ते हैं। इसकी वजह से आंखों से जुड़ी कई समस्याएं आ सकती हैं। मगर, ज़रूरी नहीं है कि आपकी आंखों से जुड़ी हर समस्या लैपटॉप से जुड़ी हो आंखों की कुछ समस्याएं स्किन से जुड़ी भी हो सकती हैं और इन्ही में से एक है ड्राई आईलिड्स (Dry eyelids) जैसी कन्डीशन।
ड्राई आइलिड्स काफी कॉमन प्रोब्लम है, जो किसी को भी हो सकती है। यह एक स्किन कन्डीशन एक्जिमा के कारण भी हो सकता है – जैसे एटोपिक डर्मेटाइटिस (atopic dermatitis) या कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (contact dermatitis)। यह समस्या पलकों की ड्राईनेस, लालपन, खुजली और परतदार त्वचा का कारण बनती है।
मेयो क्लीनिक के अनुसार एलर्जी, तापमान में परिवर्तन, या ह्यूमिडिटी के अलावा भी कई कारण हैं जो ड्राई आइलिड्स की समस्या का कारण बनते हैं जैसे –
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजिंग के अनुसार जैसे – जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, त्वचा में सीबम की मात्रा कम हो जाती है। यह लगभग – 30 से 40 की उम्र में होता है, जिसमें आंखें बहुत ज़्यादा सेनसिटिव हो जाती हैं। इसके अलावा उम्र के साथ आंखों के आसपास की परत पतली हो जाती है, जिसकी वजह से आइलिड्स की स्किन और ज़्यादा ड्राई और पतली नज़र आने लगती है।
बहुत ज़्यादा यूवी किरणों की चपेट में आना आपकी स्किन को परेशान कर सकता है। इसकी वजह से आपके आंखों के आसपास की त्वचा फ्लेकी और ड्राई नज़र आ सकती है। क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार यह ड्राई आइलिड्स का सबसे बड़ा कारण है।
शार्प साइट आई हॉस्पिटल्स की सीनियर कंसल्टेंट, कामरान अकील के अनुसार यदि आपकी आंखें ज़्यादा आंसू नहीं बना रही हैं, तो यह ड्राई आई की समस्या को जन्म दे सकता है। हालांकि, ड्राई आई आपकी आंखों की अंदर की त्वचा को ज़्यादा परेशान करता है। इसकी वजह से आपको आंखों में इरीटेशन महसूस हो सकती है और यह लाल पड़ सकती हैं।
यदि आपकी त्वचा किसी इरिटेंट या एलर्जेन के संपर्क में आती है, तो आपको कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस होने की संभावना बढ़ सकती है। कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस यानी चर्मरोग आपकी त्वचा को शुष्क, खुजलीदार और चिड़चिड़ा बना सकता है। यह मेकअप, सनस्क्रीन, परफ्यूम और धूल के कारण हो सकता है।
ऐटोपिक डरमैटाइटिस एक स्वास्थ्य स्थिति है जो आपकी पलक की ऊपर की त्वचा को शुष्क और परेशान कर सकती है। यह दोनों स्थितियां एक दूसरे से अलग हैं। यह एलर्जी के लिए एक अस्थायी प्रतिक्रिया है, जबकि एटोपिक डरमैटाइटिस एक स्वास्थ्य स्थिति है जिसे आप अपने पूरे जीवन में अनुभव कर सकती हैं।
शार्प साइट आई हॉस्पिटल्स की सीनियर कंसल्टेंट, कामरान अकील के अनुसार क्या हो सकते हैं आई हेल्थ को बरकरार रखने के तरीके
किसी भी तरह के केमिकल प्रॉडक्ट, इरीटेंट्स और मेकअप प्रॉडक्ट का इस्तेमाल न करें, नहीं तो यह आपकी आंखों को और नुकसान पहुंचान सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंइतना ही नहीं, अपनी पलकों पर फेस ऑइल या मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल कर सकती हैं, जिससे आंसू जमने की वजह से आपकी आइलिड्स पर पपड़ी नहीं जमेगी।
आप जब भी अपना चेहरा धोएं, तो आंखों और आइ लैश को नज़रअंदाज़ न करें। चेहरा धोते समय आईलैश भी साफ करें।
यदि आपको ड्राई आइ की समस्या आ रही है, तो अपनी आंखों पर गर्म सिकाई करें। साथ ही, आंखों पर बार – बार हाथ न लगाएं।
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