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दावत के साथ-साथ पेट का भी रखें ध्यान, ज़रा सी लापरवाही बन सकती है फूड पॉइजनिंग का कारण

खानपान में जरा सी भी लापरवाही आपकी बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं दे सकती है। इसलिए जब भी खाए, ज़रा ध्यान देकर खाएं।
Updated On: 3 May 2022, 11:01 am IST
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eid pr saaf sudhari tarike se achchhe se pakakar khana khayen
ईद के मौके पर फूड प्वाइजनिंग न हो अच्छे से पकाकर खाएं पकवान। चित्र : शटरस्टॉक

शादी समारोह, इफ्तार पार्टियां और अब ईद की दावत, यानी खाने के मामले में ये पूरा महीना मज़ेदार रहा है। पर क्या आपका पेट भी उतना ही हैप्पी फील कर रहा है, जितना आप कर रहीं हैं? असल में तापमान बढ़ने के साथ ही पाचन संबंधी गड़बड़ियां भी बढ़ने लगी हैं। ऐसे में ज़रा सी भी लापरवाही फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकती है। अगर आप भी दावत में शामिल होने की तैयारी में हैं, तो जरूरी है कि आप भी फूड पॉइजनिंग (Food poisoning) के बारे में सब कुछ जान लें।

बदलता मौसम और पाचन संबंधी समस्याएं

ज्यादा खाने या बेवक्त खाने से अकसर पेट में दर्द की शिकायत हो सकती है। जबकि यही वजह उल्टी और दस्त के लिए भी जिम्मेदार हो सकती है। गर्मी के मौसम में यह समस्याएं और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। क्या आप भी जानना चाहती हैं ऐसा क्यों होता है? तो बस इसे अंत तक पढ़ती रहें, क्योंकि कारण ही बचाव का पहला कदम है।

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पहले जानिए क्या है फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning)

आमतौर पर गर्मी के मौसम में फूड पॉइजनिंग की शिकायतें ज्यादा सुनाई देती हैं। जिसके होने की वजह पैथोजन (बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी) होता है। असल में ये बैक्टीरिया गर्म तापमान पर जल्दी फैलते और बढ़ते हैं। ये हानिकारक छोटे जीव मिलावटी खाना, मिठाई आदि के साथ हमारे शरीर में पहुंचते हैं।
बड़ी दावतों में उचित साफ-सफाई का ध्यान न ऱखने और मिलावटी सामग्री के कारण इनका जोखिम और भी ज्यादा बढ़ जाता है।

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सही तरह से पकाना है जरूरी

भोजन को ठीक तरह से पकाने पर ज्यादातर पैथोजन मर जाते हैं और फूड पॉइजनिंग का जोखिम भी घट जाता है। पर दावतों में कई बार सलाद, कटे हुए फल और फलों का रस भी सर्व किया जाता है। जिससे हानिकारक बैक्टीरिया के जिंदा रहने का जोखिम बना रहता है।
इसके अलावा लेकिन खाना पकाने के बजाय कच्चा या अधपका खाने (मीट, अंडा व दूध वाले आहारों) पर इसके होने का जोखिम और बढ़़ जाता है।

फूड पॉइजनिंग के लक्षण और इससे बचने के उपाय

फूड पॉइजनिंग की शिकायत होने पर पीड़ित को पेट दर्द, तेज बुखार, उल्टी, दस्त और सिर दर्द जैसी तमाम समस्याएं हो सकती है। अगर ये संकेत नजर आएं तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपने जो खाया है, वह पेट के लिए स्वस्थ नहीं था। इसलिए अब आपको अपने उपचार पर ध्यान देगा होगा। आइए जानते हैं फूड पॉइजनिंग से उबरने के त्वरित उपाय।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

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हाइड्रेटेड बने रहें

फूड पॉइजनिंग से छुटकारा पाने के लिए नींबू पानी का सहारा लेना बेहद खास हैं। इसके आलावा इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर स्पोर्ट्स ड्रिंक भी मददगार साबित हो सकते हैं। सूपरफूड्स व फलों का जूस व नारियल पानी लेने से इस दौरान हुई थकान में कमी आती है।

डॉक्टर के परामर्श से दवा जरूर लें

उल्टी, दस्त जैसी तमाम गंभीर समस्या होने पर डॉक्टर की मदद लेकर फूड प्वाइजनिंगं के सही कारणों और पैथोजन के हानिकारक प्रभाव को रोकने व उनके द्वारा बताई गई दवाइयां खाकर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

यह भी याद रखें

अपने खानपान की चीजों, पकाने और परोसने के बर्तनों की साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखें।
अंडा, मांस मछली और मीट को अच्छे से धोकर व पकाकर खाएं।
फलों को अच्छे से धोकर खाएं।
सब्जियों को अच्छे से धोएं और ठीक से पकाकर खाएं। बड़ी दावतों में जहां खाना पकाने और परोसे जाने में बहुत समय लगता है, वहां पहले से कटे हुए सलाद को खाने से परहेज करें।
खाने और खाना पकाने से पहले हाथ अच्छी तरह से धो लें

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
मिथिलेश कुमार पटेल
मिथिलेश कुमार पटेल

भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली से पत्रकारिता में डिप्लोमा कर चुके मिथिलेश कुमार सेहत, विज्ञान और तकनीक पर लिखने का अभ्यास कर रहे हैं।

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