शादी समारोह, इफ्तार पार्टियां और अब ईद की दावत, यानी खाने के मामले में ये पूरा महीना मज़ेदार रहा है। पर क्या आपका पेट भी उतना ही हैप्पी फील कर रहा है, जितना आप कर रहीं हैं? असल में तापमान बढ़ने के साथ ही पाचन संबंधी गड़बड़ियां भी बढ़ने लगी हैं। ऐसे में ज़रा सी भी लापरवाही फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकती है। अगर आप भी दावत में शामिल होने की तैयारी में हैं, तो जरूरी है कि आप भी फूड पॉइजनिंग (Food poisoning) के बारे में सब कुछ जान लें।
ज्यादा खाने या बेवक्त खाने से अकसर पेट में दर्द की शिकायत हो सकती है। जबकि यही वजह उल्टी और दस्त के लिए भी जिम्मेदार हो सकती है। गर्मी के मौसम में यह समस्याएं और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। क्या आप भी जानना चाहती हैं ऐसा क्यों होता है? तो बस इसे अंत तक पढ़ती रहें, क्योंकि कारण ही बचाव का पहला कदम है।
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आमतौर पर गर्मी के मौसम में फूड पॉइजनिंग की शिकायतें ज्यादा सुनाई देती हैं। जिसके होने की वजह पैथोजन (बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी) होता है। असल में ये बैक्टीरिया गर्म तापमान पर जल्दी फैलते और बढ़ते हैं। ये हानिकारक छोटे जीव मिलावटी खाना, मिठाई आदि के साथ हमारे शरीर में पहुंचते हैं।
बड़ी दावतों में उचित साफ-सफाई का ध्यान न ऱखने और मिलावटी सामग्री के कारण इनका जोखिम और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
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भोजन को ठीक तरह से पकाने पर ज्यादातर पैथोजन मर जाते हैं और फूड पॉइजनिंग का जोखिम भी घट जाता है। पर दावतों में कई बार सलाद, कटे हुए फल और फलों का रस भी सर्व किया जाता है। जिससे हानिकारक बैक्टीरिया के जिंदा रहने का जोखिम बना रहता है।
इसके अलावा लेकिन खाना पकाने के बजाय कच्चा या अधपका खाने (मीट, अंडा व दूध वाले आहारों) पर इसके होने का जोखिम और बढ़़ जाता है।
फूड पॉइजनिंग की शिकायत होने पर पीड़ित को पेट दर्द, तेज बुखार, उल्टी, दस्त और सिर दर्द जैसी तमाम समस्याएं हो सकती है। अगर ये संकेत नजर आएं तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपने जो खाया है, वह पेट के लिए स्वस्थ नहीं था। इसलिए अब आपको अपने उपचार पर ध्यान देगा होगा। आइए जानते हैं फूड पॉइजनिंग से उबरने के त्वरित उपाय।
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फूड पॉइजनिंग से छुटकारा पाने के लिए नींबू पानी का सहारा लेना बेहद खास हैं। इसके आलावा इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर स्पोर्ट्स ड्रिंक भी मददगार साबित हो सकते हैं। सूपरफूड्स व फलों का जूस व नारियल पानी लेने से इस दौरान हुई थकान में कमी आती है।
उल्टी, दस्त जैसी तमाम गंभीर समस्या होने पर डॉक्टर की मदद लेकर फूड प्वाइजनिंगं के सही कारणों और पैथोजन के हानिकारक प्रभाव को रोकने व उनके द्वारा बताई गई दवाइयां खाकर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
अपने खानपान की चीजों, पकाने और परोसने के बर्तनों की साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखें।
अंडा, मांस मछली और मीट को अच्छे से धोकर व पकाकर खाएं।
फलों को अच्छे से धोकर खाएं।
सब्जियों को अच्छे से धोएं और ठीक से पकाकर खाएं। बड़ी दावतों में जहां खाना पकाने और परोसे जाने में बहुत समय लगता है, वहां पहले से कटे हुए सलाद को खाने से परहेज करें।
खाने और खाना पकाने से पहले हाथ अच्छी तरह से धो लें
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