ब्लू चीज (Blue cheese) को यह नाम मिला है इसके लुक में हल्का नीलापन होने के कारण। इसमें अलग महक और एक अलग तरह का फ्लेवर होता है। आप इस डेरी प्रोडक्ट को सलाद में, ड्रेसिंग में, सॉस, फ्रूट और नट्स के साथ ले सकती हैं। साथ ही किसी और खाद्य पदार्थ के साथ मिलाकर भी इसे प्रयोग में लाया जा सकता है। इसकी कुछ बहुत ही कॉमन वेरायटीज हैं स्टिलटोन, रोक़ुएफोर्ट और गौरगोनजोला।
हालांकि इसे मोल्ड में रखकर तैयार किया जाता है। क्योंकि इसे अक्सर अनपेस्टराइज्ड दूध से बनाया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या अनपेस्टराइज्ड दूध वाला चीज गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है या नहीं।
तो आइए बात करते हैं इसके अच्छे-बुरे सभी पहलुओं पर –
गर्भवती महिलाएं को ब्लू चीज खाने का खतरा यह नहीं कि यह प्रोडक्ट बनाते वक्त मोल्ड का इस्तेमाल किया गया है। बल्कि कुछ खास मोल्ड्स बहुत ही सेफ होते हैं।
इसकी बजाय सच कुछ और है, क्योंकि ब्लू चीज़ बनाते वक्त अनपेस्टराइज्ड दूध का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इसमें लिस्टेरिया मोनोसाइटोजेनेस के कॉन्टेमिनेशन का खतरा बढ़ जाता है।
इस बैक्टीरिया के कारण आपको लिस्टेरियोसिस जो कि एक आहार जनित बीमारी है, होने का खतरा बढ़ जाता है। यह असल में एक फ्लू या पेट में कीड़े की तरह हो जाता है।
गर्भवती महिलाओं में इसके लक्षण कुछ ऐसे होते हैं कि उन्हें बुखार हो जाता है, दर्द होता है, उनका डाइजेस्टिव सिस्टम अपसेट हो जाता है और सर में दर्द होता है। यदि कुछ अन्य लक्षणों की तरफ ध्यान दिया जाए तो उसमें स्टिफ नैक, कन्फ्यूजन और कन्वर्जंस और बैलेंस खोने जैसी दिक्कत आ सकती है।
यह सभी लिस्टेरियोसिस के लक्षण है और संकेत देते हैं कि अब लिस्टिरिया का खतरा गर्भवती महिला के नर्वस सिस्टम में पहुंच चुका है। जहां से वह बैक्टीरियल मेनिंग्टिस का कारक बनकर दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड तक नुकसान पंहुचा सकता है।
लिस्टेरियोसिस के लक्षण आमतौर पर बहुत हल्के होते हैं। गर्भवती महिलाओं में यह इतने कम होते हैं कि वह एहसास भी नहीं कर पाती कि उनके अंदर किसी तरह के कोई चेंज हो रहे हैं। जब तक कि वह प्लेसेंटा को पार कर गर्भवती महिला के शिशु को नुक्सान नहीं पहुंचता।
हालांकि लिस्टेरियोसिस काफी दुर्लभ बीमारी है। गर्भवती महिलाओं में इसको काफी कम देखा जाता है।
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कस्टमाइज़ करेंपेस्ट्च्यूराइजेशन (Pasteuarization) ऐसी प्रक्रिया है जो हल्के आंच पर स्टर्लाइज्ड किया जाता है। हालांकि कुछ ब्लू चीज को पेस्च्nाराइज्डय किया जाता है। जिसमें बैक्टीरिया फैलने की संभावना कम हो जाती है।
यहां आपको यह जान लेना जरूरी है कि पकने के बाद भोजन में लिस्टिरिया जिंदा नहीं रह पाता। यदि आप कुछ इसे पकाकर इस्तेरमाल करते हैं, जैसे पिज़्ज़ा ब्लू चीज तो इससे लिस्टिरिया होने की संभावना ना के बराबर होती है और वह प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी खतरनाक नहीं है।
रॉ मिल्क पर हुए एक शोध में यह सामने आया कि यदि यह 55 डिग्री सेल्सियस पर हो तो लिस्टिरिया की संभावना कम हो जाती है।
हालांकि कम लोग जानते हैं लेकिन सच्चाेई यह है कि कुछ ब्लूय चीज़ पेस्ट चराइज्डय मिल्कन से बनाए जाते हैं। इसकी जांच आप प्रोडक्टय को खरीदते समय उसके लेबल को देखकर कर सकती हैं।
यदि आप गर्भवती हैं तो आपको ऐसा कोई भी ब्लू चीज नहीं खाना चाहिए जो कच्चे दूध से बना हो। यूनाइटेड स्टेट में अनपेस्टराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन न करने की सलाह दी गई है।
ब्लू चीज़ की ड्रैसिंग को अक्सर किसी अन्य चीज के साथ कॉम्बिनेशन करके बनाया जाता है जैसे मेयोनेज़, बटरमिल्क, सौर क्रीम, विनेगर, दूध, प्याज़ और लहसुन का पाउडर। इस तरह ब्लू चीज़ में काफी वैरिएशंस आ जाती है।
पर दूध और ब्लू चीज़ कि ड्रैसिंग के कॉम्बिनेशन में लिस्टिरिया होने का खतरा बढ़ जाता है। ब्लू चीज़ की ड्रैसिंग पेस्टचराइज्डॉ इंग्रेडिएंट्स से बन भी सकती है और नहीं भी, यह बनाने वाले निर्भर करता है।
सुरक्षा और एहतियात बरतते हुए गर्भवती महिलाओं को ब्लू चीज़ की ड्रेसिंग खाने से परहेज़ करना चाहिए। यदि फिर भी आप इसे खाना ही चाहती है तो पेस्टुराइज़्ड प्रोडट्स को चुनिए।
लिस्टिरिया के लक्षण आमतौर पर इसे खाने के कुछ दिनों के बाद ही दिखाई देते हैं। हालांकि कुछ लोगों में तो इसके लक्षण 30 दिनों तक भी नहीं दिखते।
यदि आप गर्भवती हैं और आपने ब्लू चीज़ खा लिया है, तो घबराइए नहीं। अपनी सेहत पर ध्याकन देती रहें। कही आपको इसके लक्षण तो नहीं जैसे उलटी, डायरिया या फिर बुखार।
अगर आपको ऐसा लगता है कि आपको लिस्टिरिया है या उसके लक्षण हैं तो आप अपने चिकित्सक से परामर्श कीजिये।
एक साधारण से ब्लड टेस्ट के द्वारा आपको इसके इन्फेक्शन होने का पता लग जायेगा। यदि आपने जल्दी ही इसका पता लगा लिया तो एंटीबायोटिक से इसका उपचार संभव है।
अब आप समझ गई होंगी कि ब्लू चीज़ को खाते समय आपको किन-किन बातों का ख्याल रखना होगा। बस थोड़ा अधिक सतर्क रहकर आप इसके स्वाद का मज़ा उठाने के साथ इसके नुक्सान से भी बच सकती हैं।