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स्कूल खुलने लगे हैं, तो इन 5 चीजों से बढ़ाएं अपने बच्चे की इम्युनिटी

भारत के कई स्कूलों में रौनक वापस लौट रही है और खाने को लेकर पेरेंट्स की चिंता भी बढ़ रही है। तो, इस माहौल में अपने बच्चों को बीमारियों से बचाने और उनकी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए इन चीजों पर ध्यान दें।
इन चीजों के साथ अपने बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाएं। चित्र : शटरस्टॉक
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आपकी चिंता हम समझ सकते हैं क्योंकि स्कूल खुल रहें हैं और कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ चुकी है। साथ ही, यह बरसात का मौसम है जिसमें सर्दी, खांसी, जुकाम बहुत आम है। ऐसे में अपने बच्चों का ख्याल रखने के लिए उनकी इम्युनिटी पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है।

इसलिए, हम आपके लिए लाए हैं ऐसे टिप्स जो बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं। तो, चलिये जानते हैं इनके बारे में –

1. ताज़े फल और सब्जियां खिलाएं

गाजर, हरी बीन्स, संतरे, स्ट्रॉबेरी: इन सभी में कैरोटेनॉयड्स होते हैं, जो इम्युनिटी-बढ़ाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स हैं। ये न्यूट्रिएंट्स संक्रमण से लड़ने वाली श्वेत रक्त कोशिकाओं और इंटरफेरॉन के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। यह एक प्रकार की एंटीबॉडी हैं, जो सेल की सतहों को कोट करती है और वायरस को रोकती है।

कई अध्ययनों से पता चलता है कि फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर आहार कैंसर और हृदय रोग जैसी बीमारियों से भी बचा सकता है।

बच्चों को घर का पौष्टिक खाना ही खिलाएं। चित्र : शटरस्टॉक

2. उन्हें पर्याप्त नींद लेने को कहें

सिर्फ बड़े ही नहीं बच्चों के लिए भी पर्याप्त नींद लेना ज़रूरी है। रात को अच्छी नींद लेने से उनकी इम्युनिटी में वृद्धि हो सकती है। साथ ही, नींद की कमी से कई बीमारियों का जोखिम भी बढ़ता है, जो इस कोरोनाकाल में भारी पड़ सकता है। एक स्कूल जाने वाले बच्चे के लिए प्रतिदिन 8 से 10 घंटे की नींद ज़रूरी है।

3. नियमित रूप से उन्हें एक्सरसाइज़ करवाएं

इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए व्यायाम करना सबसे ज़रूरी है। बच्चा हो या बूढ़ा हर किसी को रोजाना कुछ समय योगा या एक्सरसाइज़ करने के लिए निकालना चाहिए। बच्चों को बचपन से ही एक्सरसाइज़ करवाने और एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुद भी अपने बच्चों के साथ एक्सरसाइज़ या योगा करें। इसके अलावा, उन्हें बहार जाने और दोस्तों के साथ खेलने को कहें।

4. बच्चों में अच्छी आदतें डालें

अच्छी स्वच्छता कीटाणुओं और संक्रमणों को दूर रखती है। खेलने के बाद, खाने से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद हाथ धोने जैसी साधारण आदतों पर जोर दिया जाना चाहिए। उनके ओरल हाइजीन का भी ध्यान रखें क्योंकि खराब मौखिक स्वछता इम्युनिटी को प्रभावित करती है।

उन्हें बिना वजह दवाइयां न खिलाएं। चित्र : शटरस्टॉक

5. उन्हें बिना वजह एंटीबायोटिक्स न खिलाएं

अगर आपके बच्चे को मामूली सर्दी, खांसी, जुकाम है तो उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक्स न दें। एंटीबायोटिक्स अक्सर हानिकारक बैक्टीरिया के साथ-साथ अच्छे बैक्टीरिया का भी सफाया कर देते हैं। इस प्रकार शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। अपने बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह पर जाएं और उन पर हर बीमारी के लिए एंटीबायोटिक्स लिखने का दबाव न डालें।

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ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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