आमतौर पर दाल सेहत के लिए बेहद लाभकारी मानी जाती है, फिर चाहे आप जिस भी दाल का सेवन करें। दाल को प्रोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है। मगर यदि मूंग दाल की बात करें, तो यहां मामला थोड़ा उलट है। जो लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं (Health Problems) से गुजर रहे हैं, उन्हें मूंग दाल ना खाने की सलाह दी जाती है। चलिए जानते हैं, किन लोगों को मूंग दाल से परहेज (Moong dal side effects) करने की जरूरत होती है.
NCBI (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, मूंगदाल में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इसमें सेहत के लिए जरूरी फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड जैसे पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है।
इसके अलावा, मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीडायबिटिक, एंटीहाइपरटेंसिव और एंटीट्यूमर गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करने में मददगार हो सकते हैं। फाइबर आंतों से गंदगी को बाहर निकालने में सहायता करता है और इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का भी कार्य करता है। मूंग की दाल को आप अपनी डाइट में कई प्रकार से शामिल कर सकते हैं। जैसे दाल, स्प्रॉउट्स, खिचडी, हलवा आदि।
मूंग दाल में आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन B कॉम्प्लेक्स और प्रोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर की कमजोरी को दूर करने और एनर्जी को बूस्ट करने में सहायता कर सकते हैं.
शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर मूंग की दाल का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है, मूंग दाल के सेवन से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को शरीर से हटाने में मदद मिल सकती है.
मूंग दाल रक्तचाप को भी नियंत्रित करने में सहायता कर सकती है। NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों के ऊपर की गयी एक रिसर्च में पाया गया कि इसमें एंटीहाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है। मूंग की दाल में पाया जाने वाला यह गुण रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ-साथ उसे बढ़ने से रोकने और उससे होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायता कर सकता है।
मूंग दाल को इम्यूनिटी के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। मूंग दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व इम्यूनिटी को बूस्ट करने में सहायता कर सकते हैं।
मूंग की दाल को पाचन के लिए सबसे बेहतर माना जाता है. क्योंकि ये आसानी से पच जाती है. पाचन क्रिया को बेहतर रखने के लिए आप मूंग की दाल को अपनी रोजाना की डाइट में शामिल कर सकते हैं. मूंग दाल के सेवन से पेट की गर्मी को भी दूर किया जा सकता है.
मूंग दाल को आप अपनी वेट लॉस डाइट में शामिल कर सकते हैं. मूंग दाल में कैलोरी की मात्रा काफी कम पाई जाती है, जो वजन को कंट्रोल करने में सहायता कर सकती है.
वैसे तो मूंग दाल खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए इसका सेवन काफी नुकसानदायक भी हो सकता है। यदि आप शुगर, ब्लड प्रेशर या यूरिक एसिड से जुड़ी समस्या से पीड़ित हैं, तो मूंग दाल खाने से बचें।
मुंग दाल का सेवन करने से शरीर में हरवी साइट ग्लाइकोसाइड का लेवल बहुत अधिक हो जाता है। जिससे सेहत को काफी नुकसान हो सकता है। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लाइकोसाइड से शरीर में जरूरी पोषक तत्वों का अवशोषण होना बंद हो जाता है। जिससे किडनी से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। इसके अलावा अधिक मात्रा में मूंग दाल का सेवन करने से पेट दर्द, पाचन क्रिया में गड़बड़ी और कब्ज जैसी परेशानी भी हो सकती हैं। इसलिए अगर आप इन 4 तरह की स्थितियों का सामना कर रहीं हैं, तो आपको हरगिज नहीं करना चाहिए मूंग दाल का सेवन।
जिन लोगों के शरीर में शुगर की मात्रा पहले से ही कम हो और चक्कर आना या कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देते हों उन्हें मूंग दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। मूंग दाल ब्लड शुगर लेवल को कम करती है। इसलिए पहले से लो ब्लड शुगर से जूझ रहे लोगों के लिए यह नुकसानदायक हो सकती है।
पेट फूलने या ब्लोटिंग (Bloating) की स्थिति होने लगे, तो मूंग दाल को खाने से बचना चाहिए। शॉर्ट चेन कार्ब्स होने के चलते कई लोगों को इसे पचाने में समस्या हो सकती है।
जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती हैं उन्हें आमतौर पर मूंग दाल का सेवन करने की सलाह दी जाती है। मगर, जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की परेशानी हो, उन्हें मूंग दाल का सेवन करने से बचना चाहिए।
जिन लोगों में यूरिक एसिड (Uric Acid) की मात्रा अधिक पाई जाती है, उन्हें मूंग की दाल का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। मूंग दाल शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाती है। इसलिए ऐसे लोगों को जिन्हें हाई यूरिक एसिड की समस्या हो, उन्हें डाइट में मूंग दाल को शामिल करने से बचना चाहिए।
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