ये 5 संकेत बताते हैं कि आपके शरीर को कम मिल रहा है कैल्शियम, जानिए इसे कैसे बढ़ाया जा सकता है

जब आप अपनी 30 की उम्र पार कर रही होती हैं। बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में कैल्शियम की कमी हो जाती है, वहीं यदि महिलाएं इन्हें मेंटेन नहीं करती तो उनकी बॉडी में कई नकारात्मक संकेत नजर आना शुरू हो जाते हैं।
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जानें कैल्शियम की कमी में नजर आने वाले शारीरिक लक्षण. चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 11 Jun 2024, 11:00 am IST
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कैल्शियम एक बेहद महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो हमारे समग्र शरीर के लिए आवश्यक होता है। हड्डियों से लेकर दांत तक यहां तक की छोटे बच्चों के शारीरिक निर्माण में कैल्शियम का एक बेहद खास महत्व होता है। वहीं बढ़ती उम्र के साथ यह आपके हृदय की मांसपेशियों को स्वस्थ रहने में भी मदद करता है। परंतु कई बार शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है, इसके कई कारण हो सकते हैं। खासकर ऐसा तब होता है, जब आप अपनी 30 की उम्र पार कर रही होती हैं। बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में कैल्शियम की कमी हो जाती है, वहीं यदि महिलाएं इन्हें मेंटेन नहीं करती तो उनकी बॉडी में कई नकारात्मक संकेत नजर आना शुरू हो जाते हैं। आज हम इन्हीं संकेतों पर बात करेंगे।

मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा ने कैल्शियम की कमी से महिलाओं की बॉडी में नजर आने वाले लक्षण बताए हैं (calcium deficiency symptoms)। तो चलिए जानते हैं यह कौन से लक्षण है, साथ ही जानेंगे इसे कैसे मैनेज किया जा सकता है।

जानें महिलाओं में कैल्शियम की कमी का कारण (causes of calcium deficiency)

महिलाओं में कैल्शियम की कमी कई कारणों से हो सकती है, जिसमें कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों जैसे डेयरी उत्पाद और पत्तेदार सब्जियों की अपर्याप्त मात्रा शामिल है। अन्य कारणों में विटामिन डी की कमी शामिल है, जो कैल्शियम अवशोषण को बाधित करती है। हार्मोनल परिवर्तन जैसे कि मेनोपॉज के दौरान, और हाइपोपैराथायरायडिज्म या क्रोनिक किडनी रोग जैसी चिकित्सा स्थितियां भी कैल्शियम की कमी का कारण बन सकती हैं।

Calcium rich foods ke baare mei jaanein
जानें दूध से दूरी बनाकर किस प्रकार से वेटगेन की समस्या हो सकती है हल ।चित्र : अडोबी स्टॉक

वहीं 30 की उम्र के बाद महिलाओं में कैल्शियम की कमी होना शुरू हो जाती है, जिसे मेंटेन रखने के लिए उन्हें अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। जीवनशैली संबंधी कारक, जैसे कि अधिक कैफीन या शराब का सेवन और कुछ दवाओं (जैसे, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स) का लंबे समय तक उपयोग भी इसमें योगदान दे सकता है। इसके अतिरिक्त, गर्भावस्था और स्तनपान से कैल्शियम की मांग बढ़ जाती है, जो संभावित रूप से कैल्शियम की कमी का कारण बन सकती है, यदि सेवन पर्याप्त रूप से नहीं बढ़ाया जाता है।

जानें कैल्शियम की कमी में नजर आने वाले शारीरिक लक्षण (calcium deficiency symptoms)

1. पीरियड्स से पहले बहुत ज्यादा दर्द होना

कैल्शियम की कमी से पीड़ित महिलाओं को आमतौर पर पीरियड्स के दौरान बहुत दर्द होता है। हाइपोकैल्सीमिया के कारण गंभीर पीएमएस लक्षण भी हो सकते हैं, जो हार्मोन को भी प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में बॉडी में कैल्शियम की मात्रा को बनाए रखना बहुत जरूरी है, जिसके लिए आपको कैलशियम सप्लीमेंट लेने की भी आवश्यकता पड़ सकती है।

2. दांतों में दर्द रहना

हड्डियों और दांतों के लिए कैल्शियम बहुत ज़रूरी है। यदि आपके शरीर में कैल्शियम का स्तर कम है, तो आपको अपने दांतों में असहनीय दर्द महसूस हो सकता है। मुंह की अच्छी स्वच्छता बनाए रखने के बाद भी आपको पीरियडोंटल बीमारी होने का ज़्यादा जोखिम होता है।

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दांतों की समस्याएं हो सकती हैं। चित्र एडॉबीस्टॉक

3. मांसपेशियों में अकड़न और खिंचाव महसूस होना

कैल्शियम सक्रिय मांसपेशियों के काम करने के लिए एक ज़रूरी तत्व है, खासकर संकुचन और आराम के लिए। इसलिए, कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में कमज़ोरी हो सकती है, और महिलाएं शरीर में ऐंठन, मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द से परेशान रह सकती हैं। यह बेहद दर्दनाक हो सकता है, कई बार महिलाओं के लिए नियमित दिनचर्या में भाग ले पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।

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4. अधिक थकान का अनुभव

कम कैल्शियम के कारण अच्छी नींद लेने के बाद भी ऊर्जा का स्तर कम रहता है। कैल्शियम मुख्य रूप से एनर्जी मेटाबॉलिज्म में शामिल होता है और अगर आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है, तो इससे लगातार सुस्ती और थकान हो सकता है।

5. नाखून टूटना

नाखूनों का कमज़ोर होना आपके शरीर में कैल्शियम की कमी को दर्शाता है। कैल्शियम आपके नाखूनों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, यदि आपके शरीर में कैल्शियम की कमी होती है, तो वे कमजोर और पीले हो जाते हैं, और उनके डैमेज होने की संभावना अधिक होती है।

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कैल्सियम के अलावा भी और पोशाक तत्वों की ज़रूरत होती है। चित्र : शटरस्टॉक

जानें कैल्शियम की आवश्यकता को कैसे करना है पूरा

कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक होते हैं। दूध, पनीर और दही जैसे डेयरी उत्पाद कैल्शियम के कुछ प्रसिद्ध स्रोत हैं। डेयरी से परहेज करने वालों के लिए, फोर्टिफाइड प्लांट-बेस्ड मिल्क (बादाम, सोया या चावल का दूध) और जूस बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते हैं।

केल, ब्रोकली और बोक चोय जैसी पत्तेदार हरी सब्जियों में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है, उन्हे डाइट में शामिल करें। अन्य स्रोतों में टोफू, बादाम और तिल के बीज शामिल हैं।

खाने योग्य हड्डियों वाली मछलियां, जैसे सार्डिन और डिब्बाबंद सैल्मन, भी कैल्शियम की एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं। इसके अतिरिक्त, फोर्टिफाइड अनाज और ब्रेड दैनिक कैल्शियम की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं, जो समग्र हड्डियों के स्वास्थ्य में योगदान करते हैं।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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