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ये 5 टेस्‍ट हैं आपके दिल का रिपोर्ट कार्ड, कोविड-19 के दौर में दिल का रखना होगा ज्‍यादा ध्‍यान

कोविड-19 और हृदय रोगों के डेडली कॉम्‍बीनेशन को बनने से रोकना है, तो ये पांच टेस्‍ट जरूर करवाएं, जो बताते हैं आपके दिल की सेहत का पूरा हाल।
Updated On: 10 Dec 2020, 12:36 pm IST
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heart health par PCOS
पीसीओएस हाई कोलेस्ट्रॉल से लेकर हृदय संबंधी बीमारियों तक से जुड़ा हुआ है। चित्र: शटरस्‍टॉक

साल 2020 पूरे विश्व के लिए मुश्किल समय है जहां आने वाले समय को लेकर कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता। ऐसे में खुद को स्वस्थ रखना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिये।

कोविड-19 महामारी ने हमें हमारे स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरूक बनाया है। भारत में ही नहीं विश्व भर में लोगों में स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की प्रवृत्ति आयी है। कोरोनावायरस शरीर के सभी अंगों को प्रभावित करता है और श्वास तंत्र के बाद अगर कोई अंग सबसे जोखिम में है तो वह है आपका दिल। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इस महामारी के दौर में भी आप कैसे अपने दिल का ख्याल रख सकती हैं।

हृदय रोगियों के लिए अधिक खतरनाक है कोविड-19

कोविड-19 यूं तो सभी के लिए खतरनाक है, लेकिन कुछ लोगों को अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण इसका जोखिम अधिक है। हृदय रोगी उस अधिक जोखिम वाली श्रेणी में आते हैं।

यूएस सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन(CDC) ने पाया है कि जिन लोगों को दिल से जुड़ी कोई भी समस्या है, उनमें कोरोना वायरस 12 गुना अधिक जानलेवा साबित होता है। यही नहीं हृदय रोगियों में कोरोना वायरस से ग्रस्त होने पर हॉस्पिटलाइज होने की 6 गुना अधिक सम्भावना है।

दिल के स्वास्थ्य की जांच
दिल के स्वास्थ्य की जांच कार्डियोवस्‍कुलर डिसीज के जोखिम को कम करती हैै। चित्र: शटरस्‍टॉक

इस विश्व हृदय दिवस (World heart day) जानिए कैसे अपने दिल को रखना है स्वस्थ

JAMA कार्डियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित जर्मन स्टडी में पाया गया कि 60 प्रतिशत कोविड-19 के मरीजों में मायोकार्डियल इंफ्लामेशन यानी दिल की मांसपेशियों में सूजन थी। मायोकार्डियल इंफ्लामेशन में दिल ठीक से खून पंप नहीं कर पाता है, जिसके कारण स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर जैसी जानलेवा समस्या होती हैं।

इस जोखिम से बचने का एक ही रास्ता है, समय-समय पर जांच करवाना।

1 टोटल कोलेस्ट्रॉल चेक अप-

यह चेकअप बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल स्तर की जांच करता है, जिससे कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का जोखिम मालूम किया जा सकता है। कॉलेस्ट्रॉल ही हमारे सभी हृदय सम्बंधी रोगों के लिए जिम्मेदार है।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?
कैसे पता करें कि दिल स्वस्थ है या नहीं, स्वस्थ दिल के लिए टेस्ट। चित्र: शटरस्‍टॉक

2 सीरम ट्राय ग्लिसेराईड टेस्ट-

ट्राइ ग्लिसराइड्स एक प्रकार का खतरनाक फैट होता है, जो खून में पाया जाता है। इस टेस्ट में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर नापा जाता है।

3 लिपोप्रोटीन टेस्ट-

लो डेन्सिटी लिपोप्रोटीन यानी LDL कोलेस्ट्रॉल की मदद से आपका हृदय रोगों का जोखिम पता किया जाता है। खासकर अगर आपकी फैमिली में किसी की इन बीमारियों की हिस्ट्री हो। LDL टेस्ट नियमित रूप से कराने से आप जेनेटिक दिल की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।

कैसे पता करें कि दिल स्वस्थ है या नहीं, स्वस्थ दिल के लिए टेस्ट। चित्र: शटरस्‍टॉक

4 क्रेटीन काइनेज- MB(CK-MB)-

यह एक कार्डिएक मार्कर है, जो हार्ट अटैक के जोखिम का पता लगाता है। दरअसल सीके MB एक व्यवस्थित ढंग से कम होता रहता है। तो अगर कम होने के बजाय यह बढ़ जाये तो समझ लें कि आपका दिल स्वस्थ नहीं है। इससे हार्ट फेल्योर का पता लगाया जा सकता है।

5 डी- डाईमर –

यह एक ब्लड टेस्ट है जिसमें खून की क्लोटिंग यानी खून के थक्के का पता लगाया जाता हैं। डी डाइमर का स्तर पॉजिटिव होने का अर्थ है ब्लड क्लोटिंग की ज्यादा सम्भावना या जोखिम।

WHO का मानना है कि 80 प्रतिशत दिल के कारण से होने वाली मृत्युओं को रोका जा सकता है अगर आप जागरूक रहें और सही समय पर सही कदम उठाये।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
विदुषी शुक्‍ला
विदुषी शुक्‍ला

पहला प्‍यार प्रकृति और दूसरा मिठास। संबंधों में मिठास हो तो वे और सुंदर होते हैं। डायबिटीज और तनाव दोनों पास नहीं आते।

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