मां बनना या न बनना हर स्त्री की अपनी पसंद है। पर अगर आप मां बनना चाहती हैं और नहीं बन पा रहीं हैं, तो यह काफी तनावपूर्ण स्थिति हो सकती है। लेकिन परेशान न हों, एक्सपर्ट हमें बता रहीं हैं कुछ टिप्स, जो आपके मां बनने के सपने को साकार करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
तनाव, असंतुलित जीवनशैली और कुछ आदतें, आपकी प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुंचा रहीं हैं। जिसका असर आपके मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके प्रजनन स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। सब कुछ ठीक होते हुए भी कई बार ऐसा होता है कि आप बेबी का इंतजार करती ही रह जाती हैं। आखिर क्यों होता है ऐसा, इसके लिए हमने बात की वेल वुमेन क्लिनिक की आब्स्टिट्रिशन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. नुपुर गुप्ता से।
डॉ. नुपुर गुप्ता कहती हैं, “ मां बनने के लिए सिर्फ आपका प्रजनन स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि आपका और आपके पार्टनर का मानसिक स्वास्थ्य भी सही होना जरूरी है। मौजूदा समय ऐसा है कि ज्यादातर लोग तनाव ग्रस्त हैं। इस तनाव से बचने के लिए वे जिन चीजों का सहारा लेते हैं, वे और भी ज्यादा नुकसानदेह हैं।”
डॉ. नुपुर गुप्ता के अनुसार आगे कहती हैं, “हम अपने रोजमर्रा के जीवन में जिन विकल्पों को सुनिश्चित करते है, वही हमारे भविष्य की संभावनाओं को निर्धारित करता हैं। अगर आप भी आने वाले वर्षों में परिवार बढ़ाने के बारे में सोच रहीं हैं, तो आपको और आपके पार्टनर को इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।”
1. कैफीन का अत्यधिक सेवन लंबे समय तक करना बहुत ही हानिकारक होता है और यह सर्वविदित तथ्य है कि महिलाएं कैफीन का बहुत ज्यादा उपभोग करती हैं। जो महिलाएं दिन भर में पांच कप कॉफी या उससे ज्यादा का सेवन करती हैं, उन्हें मां बनने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
2. शराब और धूम्रपान दोनों ही गर्भ धारण की दर को कम करने और गर्भपात के खतरे को बढ़ाता है। इसके अलावा कहा जाता है कि सिगरेट धूम्रपान में मौजुद रसायन व्यक्ति की गर्भ धारण करने की क्षमता को कम भी करता है। मारिजुआना और कोकीन शुक्राणुओं की संख्या और गति को कम, और दोषपूर्ण शुक्राणु का प्रतिशत बढ़ा सकता है।
3. अध्ययन बताता है कि जो लोग गर्मी के लिए हॉट टब, सौना या स्टीम रूम में लंबे समय तक रहते है, उनमें उच्च अंडकोषीय तापमान पैदा होता है। यह आदमी के शुक्राणुओं की संख्या और फंक्शन को प्रभावित करता है।
4. मोटापा (30 से अधिक बीएमआई) एक महिला की प्रजनन क्षमता को कम करता है, लेकिन गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है। सबसे चिंताजनक बात कि समय से पहले बच्चे के जन्म की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही सभी संतानों में संबधित खतरा बना रहता है। 5 से 10 प्रतिशत वजन कम होना प्रभावशाली तरीके से ओविलेशन और गर्भावस्था की दर में सुधार कर सकते हैं।
5. एक बेहतरीन आहार आपके पार्टनर की प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। यानी कम लाल मांस और संतृप्त वसा, अधिक समुद्री भोजन, और अधिक फल-सब्जियां, अक्सर भूमध्य आहार के रूप में जाना जाता है।
ट्रांस फेट से पूरी तरह से परहेज किया जाना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, डोनट्स, डेनिश पेस्ट्री, फ्रेंच फ्राइज और सामान्य रूप से तला हुआ भोजन। अध्ययन से यह बिंदु सामने आया है कि एंटीऑक्सीडेंट, मोनोअन्सैचुरैटिड ऑयल और ओमेगा -3 के कारकों में इनके लाभ शामिल है।
6. नियंत्रित 30 मिनट तक व्यायाम करने से पुरुष और महिला दोनों की प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है (जैसे एक तेज चलना)। सप्ताह के अधिकांश दिनों में सभी वयस्कों को व्यायाम करने की सलाह दी जाती है और यह स्तर प्रजनन के लिए ठीक होता है।
7. गर्भावस्था में तनाव इंटरफेयर कर सकता हैं, हालांकि स्पष्ट रूप से नहीं लेकिन करता रहता है। यद्यपि तनाव, अवसाद या चिंता सीधे प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करते है, बल्कि कुछ हार्मोनल गड़बड़ी होने लगती है, जिससे आपका मासिक धर्म चक्र प्रभावित होता है और साथ ही अंडे का उत्पादन कम होने लगता है।
डियर लेडीज, हमने आपको वो 7 बातें बताईं, जो आपके मां बनने के सपने को प्रभावित कर रहीं हैं। इन पर ध्यान दें और तनावमुक्त् होकर फैमिली प्लान करें।
यह भी पढ़ें – एक्सपर्ट से जानिए तनाव के अलावा क्या हैं वे कारण, जो बढ़ा रहे हैं इनफर्टिलिटी का खतरा
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।