वक्त बदल रहा है। हम सभी एक लंबे अरसे के बाद फिर से बाहर निकलना शुरू कर रहे हैं। हम सभी खुश हैं कि हम फिर से बाहर निकल कर अपना काम कर पा रहे हैं, अपने दोस्तों से मिल पा रहे हैं। पर अगर इस समय आप प्रेगनेंट हैं, तो ये आपके लिए थोड़ा कन्फ्यूजन भरा समय हो सकता है। गर्भावस्था में आपको अपनी सेहत के साथ खास अहतियात बरतनी होती है। जो आपकी और आपके बेबी, दोनों की सेहत के लिए जरूरी है।
प्रेगनेंसी का वक्त ऐसा समय है जब आपको अधिक सावधान रहने की जरूरत होती है क्योंकि आपके द्वारा की गई लापरवाही आपके शिशु के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है। डॉक्टर भी इस समय ज्यादा से ज्यादा आराम करने की सलाह देते हैं। ताकि किसी प्रकार का शारीरिक कष्ट बाद में उत्पन्न न हो। पर इसके साथ ही आपको हेल्दी रुटीन और लाइफस्टाइल बनाए रखने की भी जरूरत होती है।
दरअसल प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं। जैसे जैसे समय बीतता है आपको दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान और भी ज्यादा सजग और सतर्क होना पड़ता है। हालांकि कोविड-19 अब एंडेमिक स्थिति में पहुंच चुका है। पर अब भी हमें पूरी तरह से लापरवाह नहीं होना है।
इस सवाल का जवाब मात्र आपके द्वारा किए जाने वाले काम के अनुसार ही तय किया जा सकता है कि आपको दफ्तर में किस प्रकार का काम करना होता है। शुरुआत के महीनों में हर कोई काम करने में सक्षम होता है, लेकिन सावधानियां उस वक्त भी काफी महत्वपूर्ण होती हैं।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, ज्यादातर महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान काम जारी रखने में सक्षम होती हैं। हालांकि आपकी सुरक्षा आपकी नौकरी पर निर्भर करती है। जैसे :
इन सभी चीजों के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप अपने डॉक्टर की सलाह ले सकती हैं। उसके बाद ही यह तय करने में मदद मिलेगी कि इस अवस्था में दफ्तर जाना आपके लिए सुरक्षित है या नहीं।
अपने गायनेकोलॉजिस्ट से बात करके इस बात पर चर्चा करें कि आपके लिए काम की औसत अवधि क्या है। वे आपकी स्वास्थ्य स्थिति का आकलन कर यह बता पाएंगी कि कितनी देर काम कर पाना आपके लिए सुरक्षित है।
एनसीबीआई पर मौजूद एक अध्ययन के अनुसार साल 2014 में आए कुछ आंकड़ों में यह देखा गया कि जापान में जिन महिलाओं ने सप्ताह में 40 घंटे या उससे अधिक अवधि तक काम किया, उनमें गर्भपात और समय से पहले प्रसव का खतरा अधिक था।
गर्भावस्था के दौरान आपको कई बार थकान महसूस होगी। ऐसे में भोजन आपको इसमें सहायता कर सकता है। कई बार काम के प्रेशर के चक्कर में हम खाना खाना ही भूल जाते हैं यह इस अवस्था में आपको और आप के शिशु को भारी पड़ सकता है।
एक हेल्दी डाइट प्लान के लिए आप अपनी डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं। हालांकि सामान्य तौर पर, प्रोटीन और आयरन से भरपूर खाना आवश्यक होता है। ताकि आप थका हुआ कम महसूस करें।
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कस्टमाइज़ करेंइस अवस्था में आपको तनाव नहीं लेना है। तनाव न सिर्फ आपको ज्यादा थकाएगा, बल्कि यह आपकी डिलीवरी में भी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में कम से कम तनाव लेने का प्रयास करें। और ज्यादा से ज्यादा ध्यान केंद्रित करने के लिए मेडिटेशन या योग का सहारा लें। यदि काम का तनाव ज्यादा हो रहा है, तो आप कुछ छोटे-छोटे ब्रेक भी ले सकती हैं।
आप को दफ्तर में कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। जैसे, कोई भी भारी सामान न उठाएं, ज्यादा सीढ़ियां चढ़ने से बचें, लंबे समय तक खड़ी न रहें, ऐसी कुर्सी पर न बैठें जो आरामदायक न हो, शोर-शराबे से बचें, वाइब्रेट करने वाली मशीनों से दूरियां बनाएं। आपको ज्यादा तापमान और रसायनों से बचने की भी आवश्यकता है।
आपको अपने कंफर्ट का ध्यान रखना भी दफ्तर में जरूरी है। आप किन कपड़ों में दफ्तर जा रही हैं? क्या उन कपड़ों में आप इस अवस्था में कुछ घंटों के लिए बैठ सकती हैं? आपकी चेयर आरामदायक है या नहीं? यह कुछ आम चीजें आपको कंफर्ट करने में मदद करेंगी। साथ ही यदि आपकी कमर में दर्द हो रहा हो तो छोटा ब्रेक लें और सपोर्ट के लिए चेयर पर कुछ लगाएं।
गर्भावस्था के आखिरी महीनों में काम करने की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसे में आप मैटरनिटी लीव का लाभ उठा सकती हैं।मातृत्व लाभ अधिनियम 2017 के तहत आपको कंपनी द्वारा 26 हफ्तों की लीव आसानी से मिल सकती है। मैटरनिटी लीव के बारे में अपनी कंपनी की पॉलिसी जानने के लिए आप कंपनी हैंडबुक, या अपनी HR से भी संपर्क कर सकती हैं।