सर्दियों के मौसम की अलग – समस्याएं होती हैं जिनमें से एक हैं कान में दर्द होना। जिस किसी नें अपने जीवन में कान का दर्द (Ear Pain) अनुभव किया है वे जानते हैं कि यह कितना असहनीय होता है और आपको बेचैन कर देता है। कान का दर्द अक्सर एक कान में ही होता है और अपने आप खत्म भी हो जाता है, लेकिन इससे डील करना किसी के लिए भी काफी मुश्किल हो सकता है।
कान में किसी भी तरह के इन्फेक्शन (Ear Infection) की वजह से कान में दर्द या सूजन आ सकती है। इसलिए इस पर ध्यान देना और अपने कानों की केयर करना ज़रूरी है। अक्सर बच्चे इसकी बहुत शिकायत करते हैं क्योंकि उन्हें जल्दी ठंड असर कर जाती हैं और वे अपना ध्यान नहीं रख पाते हैं।
मगर आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर डॉ डिंपल जांगड़ा नें साझा किए हैं सर्दियों में कान की देखभाल करने के तरीके और कुछ उपाय जो कान के दर्द और सूजन (Ear pain and inflammation) से राहत दिलाएंगे।
डॉ डिंपल बताती हैं कि ईयर इन्फेक्शन सर्दियों के दौरान कान में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के जमने पर हो जाता है। यह कान के इनर, मिडल और आउटर एरिया में मैल जमने के कारण भी होता है। इसकी वजह से किसी को कान में दर्द और सूजन का अनुभव हो सकता है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीमाइक्रोबियल और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुणों से भरपूर तुलसी कान के दर्द और संक्रमण से राहत दिलाने में मदद करती है। तुलसी के कुछ पत्तों को पीस लें और इसके रस को छानकर कान में डालें। इसके एक से दो बूंद कान में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
लौंग के तेल में एनाल्जेसिक यानी दर्द निवारक और सूजन-रोधी गुण होते हैं। एक लौंग को एक चम्मच तिल के तेल में डालकर उबाल लें और इसे ठंडा होने दें। तेल को छान लें और गर्म तेल की 1 से 2 बूंदें कान में डालें।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार कान के दर्द के लिए जैतून का तेल फायदेमंद है। एक चम्मच जैतून का तेल गर्म करें और इसे ठंडा होने दें। तेल की 1 से 2 बूंद प्रभावित कान में डालें।
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कस्टमाइज़ करेंटी ट्री ऑयल में शक्तिशाली एंटीफंगल, जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इसे कान के दर्द के लिए प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक बनाता है। उपयोग करने से पहले किसी भी बेस ऑयल जैसे जैतून का तेल, तिल का तेल या नारियल का तेल के साथ टी ट्री ऑयल की एक या दो बूंद मिलाएं। फिर तेल को अच्छी तरह मिलाकर कान में एक से दो बूंद डालने से कान का दर्द शांत हो जाता है। ध्यान रखें तेल ज़्यादा गरम न हो!
लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने, कंजेशन से राहत दिलाने और कान के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। बस लहसुन की 3 कलियां गर्म करके उसमें चुटकी भर नमक मिलाएं और इसे एक कपड़े में डालकर दर्द वाले कान की मसाज करें।
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कान के संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और कान के दर्द को कम करते हैं। एक अदरक के टुकड़े को पीस लें और इसका रस निकाल लें। इसे छानकर कान के आसपास लगाएं।
नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदों को गर्म पानी में डालकर भाप लें या जल नेति करें। यह उपाय साइनस के मार्ग को साफ करने के लिए प्रभावी है।
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