यदि आपका शरीर सुबह एक गर्म शावर की चाहत रखता है, तो आप अकेले नहीं हैं। छुट्टी के बाद की अलसाई सुबह में काम के लिए फिर से तैयार होने के लिए बहुत सारे लोग गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं। यह न केवल सुस्ती दूर करता है, बल्कि मसल्स को भी आराम देता है। इसलिए फिटनेस फ्रीक्स अकसर हैवी वर्कआउट या थकान भरे दिन के बाद गर्म पानी से नहाकर रिलैक्स होते हैं। मगर यह सभी के लिए एक जैसा काम नहीं करता। कुछ लोंगों को यह फायदे देता है, तो कुछ इससे त्वचा में रूखापन और ब्लड प्रेशर संबंधी समस्याओं का भी सामना करते हैं। यहां हम गर्म पानी से नहाने के फायदे और नुकसान के बारे में बात कर रहे हैं।
डॉ. पंकज वर्मा, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम कहते हैं कि गर्म पानी या गुनगुने पानी में नहाने के कई फायदे हैं और कई नुकसान भी, सबसे पहले अगर इसके लाभ की बात की जाए तो,
गर्म पानी से नहाने से मांसपेशियों में तनाव और दर्द कम होता है, जिससे शरीर को आराम मिलता है। हाॅट वाॅटर बाथ का मसल्स पर सकारात्मक प्रभाव होता है जैसे मसल्स धीरे-धीरे फैलती हैं, जिससे उनमें लचीलापन आता है। यह मसल्स की टेढ़ी-मेढ़ी स्थिति और कसाव को कम करता है। यह विशेष रूप से आर्थराइटिस और फाइब्रोमायल्जिया जैसी स्थितियों से संबंधित मसल्स और जोड़ों के दर्द को कम कर सकता है। किसी भी तरह के खिंचाव या चोट के बाद फायदेमंद होता है।
दिन प्रतिदिन हाई ब्लडप्रेशर की समस्या बढती जा रही है यदि इसे अनदेखा किया जाए, तो यह सामान्य स्थिति गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं, का कारण बन सकती है।
गर्म स्नान अस्थायी रूप से आपके ब्लडप्रेशर कम कर सकते हैं। इसमें पाया गया कि 60 मिनट के लिए गुनगुने पानी में कंधे तक कुछ देर के लिए डूबने से लोगों में ब्लडप्रेशर टैम्प्रेरिली कम हुआ। नियमित तौर पर नहाने से कोरोनरी आर्टरी रोग में कमी पाई गयी।
गर्म पानी से नहाने से ब्लड फ्लो बेहतर होता है, जिससे शरीर के अंगों को अधिक ऑक्सीजन और न्यूट्रिएशीन्श मिलते हैं। इससे शरीर के टॉक्सिन्स को निकालने में मदद मिलती है। इस से सूजन कम होती है और दर्द का भी निवारण होता है।
गर्म पानी से नहाने से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, मन को शांति मिलती है और तनाव कम होता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इससे शरीर में थकान कम होती है, जिससे व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक आराम मिलता है। यह सोने में मदद करता है और गहरी नींद के लिए भी अनुकूल होता है।
बीएमसी काॅम्पलीमेंटरी मेडिसिन और थैरेपी में प्रकाशित रीसर्च में यह पाया गया कि जो प्रतिभागी हफ्ते में दो बार स्नान करते थे, वे 4 सप्ताह के बाद कम उदास महसूस करते थे।
गर्म पानी स्किन के पोर्स को खोलता है, जिससे गंदगी और तेल निकल जाता है, और त्वचा को ताजगी मिलती है। त्वचा की सफाई और चमक में सुधार होता है ।नहाने के बाद लगाए गए स्किन केयर प्रोडक्टस ज्यादा असरदार होते है।
गर्म पानी से नहाने से सर्दी-जुकाम और नजला के लक्षण कम होते हैं, जिससे आपको राहत मिलती है। इसके अलावा गले में खराश, बहती नाक और खांसी से लंबे समय तक गर्म पानी में नहाने से आराम मिल सकता है। स्नोफीलीया जैसी बीमारीयों से निपटने के लिए डॉक्टर इसकी सलाह देते हैं।
लंबे समय तक गर्म पानी में रहने से त्वचा सूख सकती है और खुजली, जलन या रेशेज हो सकते हैं। गर्म पानी से ब्लड वैसेल्स फैलती हैं, जो त्वचा की संवेदनशीलता को बढ़ा सकती हैं। यदि आपके पास त्वचा की समस्याएं हैं, तो यह उनके लक्षणों को बढ़ा सकता है। यदि पानी का टैम्पेरेचर बहुत अधिक हो, तो जलने का जोखिम होता है।
गर्म पानी से नहाने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, खासकर यदि आप लंबे समय तक नहा रहे हैं।गर्म पानी शरीर का तापमान बढ़ाता है, जिससे पसीना अधिक आता है और शरीर में पानी की हानि होती है। यह प्यास के संकेतों को प्रभावित कर सकता है, जिससे आप हाइड्रेशन की जरूरत को अनदेखा कर सकते हैं जिससे इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन हो सकता है, जो शरीर के बांकी कामों के लिए जरूरी है।।
बहुत गर्म पानी ब्लड वैसेल्स को फैलाने का कारण बन सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर में अचानक कमी आने से चक्कर आ सकता है। यह हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए तो सकारात्मक कार्य करता है, पर लोग ब्लडप्रेशर वालों के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। इस से हार्मोनल परिवर्तन होता है, जो ब्लडप्रेशर को प्रभावित कर सकता है।
लंबे समय तक हाई टैम्पेरेचर में रहने से गर्मी के प्रभाव से थकान हो सकती है। इसके कारण चक्कर आना,पेट में गड़बड़ी और उल्टी जैसा महसूस हो सकता है। यदि लक्षण गंभीर हों, तो तुरंत डाक्टर से मिले।
गर्भवती महिलाओं के लिए हाॅट वाॅटर बाथ खतरे का कारण बन सकता है। लंबे समय तक गर्म पानी में रहने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जो पहले ट्राइमेस्टर में फीटस के लिए हानिकारक हो सकता है।
डॉ. पंकज आगे जोड़ते हैं कि गर्म पानी से नहाने के लिए रात का समय उपयुक्त होता है। आपको नहाते समय कई प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए। नहाने के दौरान तापमान और समय का ध्यान रखना जरूरी है ताकि आप इसके लाभों का आनंद लेते हुए इन जोखिमों से बच सकें।
38 से 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान नहीं होना चाहिए, नहाने के बाद त्वचा में मॉइश्चराइजर लगाएं, ज्यादा देर तक गर्म पानी में न रहें। यह ध्यान रखें कि गर्म पानी नहाने के फायदे और नुकसान व्यक्ती की हेल्थ कंडीशन पर निर्भर करते हैं, इस संदर्भ में डॉक्टर से अवश्य परामर्श कर लें।
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