होली (Holi 2024) यानी खूब सारी मस्ती, रंग, खुशियां और भांग। रंगों के इस त्यौहार में भांग का एक विशेष महत्व है। लेकिन भांग का हैंगओवर भी उतना ही परेशान करता है, जितना किसी और नशे का। कहते हैं कि अगर भांग पीने के बाद कुछ मीठा खा लिया जाए, तो भांग का नशा और तेज हो जाता है, और होली पर हमेशा भांग को मीठी ठंडाई (Thandai) में मिलाकर पिया जाता है। जिसका खामियाजा अगले दिन भुगतना पड़ता है, क्योंकि पूरा दिन थका हुआ और हैंगओवर के कारण सुस्त महसूस होता है। सर में दर्द के साथ-साथ कई अन्य समस्याएं (Bhang Hangover) भी होती हैं जो पूरा दिन खराब कर देती हैं।
भांग का हैंगओवर (Bhang Hangover) उतारना काफी आसान है। ऐसे बहुत से नुस्खे मौजूद हैं, जो आपको जल्द से जल्द भांग का हैंगओवर उतारने में सहायता करेंगे। भांग में ऐसे कई गुण मौजूद हैं, जो कई बीमारियों का इलाज कर सकते हैं। चलिए पहले भांग के फायदे और नुकसान के बारे में जान लेते हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ के अनुसार लोगों ने कम से कम 3000 सालों से अपनी बीमारियों के इलाज के लिए भांग का इस्तेमाल किया है। हालांकि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने किसी भी चिकित्सा स्थिति में भांग से उपचार को सुरक्षित या प्रभावी नहीं माना है। लेकिन भांग में मौजूद कैनबिडिओल नामक पदार्थ को साल 2018 जून में कुछ प्रकार की मिर्गी के इलाज के रूप में मंजूरी दी जा चुकी है।
भांग का नियमित सेवन आपको कई मानसिक समस्याओं से निजात दिला सकता है, जिसमें डिप्रैशन, एंग्जायटी भी शामिल है। इनके कारण अक्सर सोने में समस्या उत्पन्न होती है और आयुर्वेद में इस समस्या के लिए भांग का सदियों से उपयोग किया जा रहा है। भांग का नियमित सेवन आपको एक बेहतर नींद के लिए मदद कर सकता है। दरअसल भांग आपको सबकॉन्शियस माइंड में डाल देने में सक्षम है। जिससे आप ज्यादा सोचते-समझते नहीं हैं।
अर्थराइटिस जैसी बीमारी में भी भांग आपकी मदद कर सकती है, क्योंकि इनका उपयोग रूमेटोइड गठिया के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है। ज्यादातर आयुर्वेदिक इलाज में भांग का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसे बाहरी और आंतरिक रूप से सिस्टम को शांत करने में प्रयोग किया जाता है। मूल रूप से, वे सभी सूजन प्रतिक्रियाएं जो आपके जोड़ों के खिलाफ होती हैं, उन्हें प्रबंधित करने में मदद करता है।
नशा किसी भी प्रकार का क्यों ना हो उसकी लत लग सकती है। कोई भी चीज जरूरत से ज्यादा हमेशा नुकसान करती है। जब किसी व्यक्ति को इसकी लत लग जाती है और उसे लक्षण देखने को मिलते हैं, तो उसे कैनबिस विड्रॉल सिंड्रोम कहा जाता है। भांग का ज्यादा सेवन आपके मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव भी डाल सकता है।
भांग के ज्यादा सेवन से बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी गंभीर मानसिक समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। यह एक प्रकार का डिप्रेशन है, जिसमें इंसान खुद की परछाई से भी डरने लगता है। हालांकि, नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, इंजीनियरिंग और मेडिसिन की रिपोर्ट बताती है कि जिन लोगों की स्थिति का कोई इतिहास नहीं है, उनमें भांग के उपयोग (Bhang Hangover) और द्विध्रुवी विकार (Bipolar Disorder) के विकास के बीच एक लिंक का केवल सीमित प्रमाण है।
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