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आपकी बोन हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा सकता है हाई बीपी, जानिए क्या कहते हैं शोध

अगर आप 30 की उम्र पार कर चुकी हैं और ब्लड प्रेशर सामान्य से ज्यादा रहने लगा है तो आपको अपनी बोन हेल्थ पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
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हाई बीपी को कहा जाता है साइलेंट किलर। चित्र शटरस्टॉक
Updated On: 20 Oct 2023, 09:32 am IST

हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की परेशानी आज के समय में बेहद ही आम समस्या है। आमतौर पर यह मेडिकल कंडीशन आपके लाइफस्टाइल और उम्र के साथ विकसित होती है। मुख्य रूप से उच्च रक्तचाप की समस्या अनहेल्दी जीवनशैली, गतिहीन दिनचर्या के कारण होती है। इसके अतिरिक्त मधुमेह और मोटापा जैसी बीमारी भी हाई ब्लड प्रेशर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर के कोई विशेष लक्षण नहीं होते। इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं। और यह आपके समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। शोध बताते हैं कि उच्च रक्तचाप (High BP and bones health ) आपके लिए ओस्टियोपोरोसिस का जोखिम भी बढ़ा सकता है।

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महिलाओं को अपने हड्डियों के स्वास्थ्य के बारे में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है. चित्र : शटरस्टॉक

क्यों हाई बीपी को कहा जाता है साइलेंट किलर

अधिकतर मामलों में हाई ब्लड प्रेशर के मरीज को लंबे वक़्त तक अपनी इस बीमारी का पता नहीं चल पाता है। जिससे लंबे वक़्त यह स्वास्थ्य समस्या अनुपचारित रह जाती है। जिससे मरीज को दिल का दौरा, पेरीफेरल वैस्कुलर डिजीज, गुर्दे की बीमारी, गर्भावस्था के दौरान जटिलताएं, आंखों का खराब होना, वैस्कुलर डिमेंशिया के जोखिम में आ सकता है।

हाल ही में एक रिसर्च में यह भी खुलासा हुआ है कि हाई ब्लड प्रेशर आपकी हड्डियों की सेहत पर भी बुरा प्रभाव डालता है। यानी हाई ब्लड प्रेशर हड्डियों से जुड़ी गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है।

समझिए हाई बीपी और बोन हेल्थ का कनैक्शन

2022 में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की मीटिंग में हाई ब्लड प्रेशर पर हुए एक शोध को प्रस्तुत किया गया। जिसके मुताबिक, हाई ब्लड प्रेशर ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों को बूढ़ा करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का कार्य करता है। इस बात की पुष्टि चुहों पर हुए शोध में हुई है।

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बीपी हाई रहता है, तो जरूर करवाएं हड्डियों की जांच

शोधकर्ताओं के मुताबिक, जिस व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी है, उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस की जांच जरूर करवानी चाहिए। रिसर्च के परिणामों में यह निकलकर आया है कि हाई बीपी आंशिक रूप से इंफ्लेमेटरी डिजीज है। जो शरीर में सूजन की परेशानी को बढ़ा सकती हैं।

समझिए ब्लड प्रेशर की गंभीरता

वयस्कों में सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg से 90/60 mmHg के बीच रहता है। यदि आपका रक्तचाप 140/90 है, तो यह मध्यम ब्लड प्रेशर माना जाता है। वहीं, 160/100 से 180/100 मध्यम हाई ब्लड प्रेशर है। 190/100 से 180/110 होने पर गंभीर हाई ब्लड प्रेशर, 200/120 से 210/120 होने पर ( बहुत गंभीर) हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है। जो आपके शरीर के लिए काफी घातक है और इससे कई गंभीर बीमारी हो सकती हैं।

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​क्या होता है ऑस्टियोपोरोसिस

ऑस्टियोपोरोसिस एक हड्डी की बीमारी है, जो तब विकसित होती है जब अस्थि खनिज घनत्व और हड्डी का द्रव्यमान कम हो जाता है। जिससे हड्डी की ताकत कम हो सकती है और हड्डी के फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है। पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं और वृद्ध पुरुषों में ऑस्टियोपोरोसिस फ्रैक्चर की प्रमुख वजह होती है। यह फ्रैक्चर अक्सर कूल्हे, कशेरुक, रीढ़ या कलाई में होते हैं। लेकिन यह किसी भी हड्डी में हो सकते हैं।

यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। पर जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, इसका जोखिम भी बढ़ता जाता है।

विटामिन डी की कमी से आप ओस्टियोपोरोसिस जैसे गंभीर समस्याओं से ग्रस्त हो सकते है। चित्र: शटरस्टॉक
विटामिन डी की कमी से आप ओस्टियोपोरोसिस जैसे गंभीर समस्याओं से ग्रस्त हो सकते है। चित्र: शटरस्टॉक

​कैस करें ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, जबकि बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस है, आप अपने जोखिम को कम करने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं।

  • शारीरिक रूप से एक्टिव रहें
  • रोजाना व्यायाम करना
  • शराब पीने से परहेज करें
  • स्मोकिंग छोड़ना
  • वेट लिफ्टिंग
  • कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करना

अगर ​हाई ब्लड प्रेशर है तो आहार में रखें इस बात का ध्यान

  • एक दिन में 6 ग्राम से कम नमक का ही सेवन करें।
  • कम वसा वाला आहार डायट में शामिल करें, जिसमें बहुत सारे फाइबर होते हैं।
  • साबुत अनाज चावल, बहुत सारे फल और सब्जियां भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायता करती हैं।
  • प्रतिदिन दिन फल और हरी सब्जियां खाने का लक्ष्य रखें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
निशा कपूर
निशा कपूर

देसी फूड, देसी स्टाइल, प्रोग्रेसिव सोच, खूब घूमना और सफर में कुछ अच्छी किताबें पढ़ना, यही है निशा का स्वैग।

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