जब उम्र बदलती है, तब प्यार और उसके इजहार का तरीका भी बदलता है। अब चॉकलेट और टेडी आपको उतना क्रेजी नहीं बनाते, जितना उनके साथ एक कप कॉफी पीना। प्यार अब भी अपनी खुशबू के साथ यहां उपस्थित है, बस अब केयर का स्थान थोड़ा बढ़ गया है। विशेषज्ञ भी इसे सबसे लंबी उम्र तक चलने वाले प्यार की तरह देखते हैं। अगर आपका पार्टनर भी 40 के दशक में कदम रख चुका है, तो इस संजीदा प्यार को निभाने के लिए, आप दोनों को भी अब और संजीदा होना पड़ेगा। आइए जानते हैं इस वेलेंटाइन क्या हो सकता है उनके लिए आपका गिफ्ट।
हम यहां आपको 5 ऐसी समस्याओं के बारे में बता रहे हैं, जिनका जोखिम 40 के बाद बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने और उनके स्वास्थ्य, आहार और जीवनशैली का ध्यान रखें। तो क्या आप इसके बारे में जानने के लिए तैयार हैं? चलिए तो आगे बढ़ते हैं।
वजन नियंत्रण सूचना नेटवर्क के अनुसार, लगभग हर चार में से एक पुरुष अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त है। शरीर का अतिरिक्त वजन हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और कुछ प्रकार के कैंसर सहित कई स्वास्थ्य स्थितियों का जोखिम बढ़ जाता है।
जब आपका पार्टनर अपनी उम्र के 40 के दशक में कदम रखते हैं, तो उनके लिए हेल्दी वेट मेंटेन रखना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। बढ़ती उम्र के साथ वजन भी तेजी से बढ़ता है। जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है वह शारीरिक गतिविधियों और एक्सरसाइज से दूर होने लगता है। इसके लिए आप दोनों कपल योग का सहारा ले सकते हैं। यह न केवल आपको क्वालिटी टाइम देगा, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होगा।
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40 की उम्र के बाद हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम बहुत अधिक बढ़ जाता है। अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज के अनुसार, हृदय रोग एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो हर साल दुनिया भर में 17 मिलियन से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार है।
जब आपके पार्टनर 40 वर्ष के हो जाते हैं, तो उनमें पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर या हाई कॉलेस्ट्रॉल जैसे हृदय रोगों के जोखिम कारक हो सकते हैं।
आप दोनों को ही अपने आहार में एवोकाडो, नट्स और देसी घी जैसे हेल्दी फैट शामिल करने चाहिए। साथ ही कुकीज, जंक फूड और ट्रांस फैट वाले आहार से बचना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर और कॉलेस्ट्रॉल दोनों के स्तर में सुधार होता है।
अगर अभी तक आप दोनों ने अपने रूटीन में एक्सरसाइज और शारीरिक गतिविधियों को शामिल नहीं किया है, तो मांसपेशियों की हानि का जोखिम बढ़ सकता है। डॉ. रिचर्ड डिकेंसी के अनुसार 40 के बाद बढ़ती उम्र के साथ आप 40 प्रतिशतक तक बोन मास खो सकते हैं।
अपने पार्टनर की मांसपेशियों को बनाए रखने के आप उनका समर्थन कर सकती हैं, उन्हें एक स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं। आप दोनों साथ में बेड मिंटन खेलें, स्विमिंग करें, लंबी सैर को निकलें और साल के कुछ दिन किसी एंडवेंचर ट्रिप के लिए भी निकाल सकते हैं।
मोटापा, तनाव और अस्वास्थ्यकर भोजन की आदतें, आज की आबादी के बीच व्यापक रूप से प्रचलित हैं, 40 के बाद टाइप -2 मधुमेह विकसित होने का अधिक खतरा होता है। इसके जोखिम को कम करने के लिए आप अपने पार्टनर की कुछ चीजों का ध्यान रख सकती हैं:
वे शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, धूम्रपान न करें, शराब का सेवन कम करें, पर्याप्त नींद लें, तनाव का प्रबंधन करें और नियमित स्वास्थ्य जांच करावाएं।
40 की उम्र के बाद बोन डेंसिटी धीरे-धीरे कम होने लगती है, जिससे कि हड्डियों की ताकत कम होने लगती है। ऐसे में जोड़ों में दर्द, गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं विकसित होने का अधिक जोखिम होता है।
ध्यान रहे बढ़ती उम्र के साथ उन्हें कैल्शियम और विटामिन-डी की अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे खाद्य पदार्थों का चुनाव करें, जो कैल्शियम और विटामिन-डी में समृद्ध हों। आप यदि चाहें तो अपने पार्टनर के लिए चिकित्सक से परामर्श करके, विटामिन-डी सप्लीमेंट्स का सुझाव भी ले सकती हैं।
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तनाव और अस्वस्थ आदतों का असर इस उम्र में लिबिडो पर भी नजर आ सकता है। 40 के बाद इन समस्याओं का कामेच्छा की भावना पर बहुत गहरा असर पड़ सकता है। हर व्यक्ति में कामेच्छा की भावना प्राकृतिक रूप से कम या ज्यादा हो सकती है।
वैसे तो आजकल यौन समस्याओं को लेकर कई तरह की चिकित्सा विकल्प उपलब्ध है। इसके अलावा कई आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से भी इन समस्याओं को ठीक किया जा सकता है, लेकिन जब तक जीवनशैली सही नहीं होगी तब तक सेक्स संबंधी परेशानियों में भी सुधार नहीं हो पाएगा।
ऐसे में अपने पार्टनर के लिए यह सुनिश्चित करें कि वे अच्छी डाइट लेने के साथ नियमित योग और प्राणायाम भी करें। जो कि सेक्स की इच्छा को बढ़ाने में प्राकृतिक रूप से सहायक होते हैं।