कभी कभार थकान महसूस होना, शरीर मे अकड़न होना या ज्यादा काम और एक्सरसाइज करने के कारण दर्द महसूस होना या फिर किसी प्रकार की व्यक्तिगत परेशानी से मूड खराब रहना सामान्य है। परंतु यदि आप नियमित रूप से इन समस्याओं का अनुभव कर रही हैं, तो यह फाइब्रोमायल्जिया (Fibromyalgia) के लक्षण हो सकते हैं। सामान्य रूप से 3% आबादी फाइब्रोमायल्जिया से पीड़ित है। वहीं कई ऐसे व्यक्ति भी हैं, जो इससे पीड़ित होते हुए भी इस स्थिति से अनजान हैं।
हर थकान और मांसपेशियों का दर्द ऊर्जा और पोषक तत्वों की कमी के कारण नहीं होता। इसलिए यदि आप इन लक्षणों का अनुभव कर रही हैं, तो फौरन इसके प्रति सचेत हो जाएं। क्योंकि यह समस्या समय के साथ बढ़ती है और आपके कार्य के साथ-साथ पूरे दिनचर्या को भी प्रभावित कर सकती है। तो आज हम लेकर आए हैं आपके लिए एक्सपोर्ट की सुझाई 10 प्रभावित टिप्स जो इस समस्या को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेंगी। तो चलिए जानते हैं क्या है फाइब्रोमायल्जिया की स्थिति और इसे किस तरह कंट्रोल करना है।
फाइब्रोमायल्जिया सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हमारे शरीर की मांसपेशियों में काफी तेज दर्द रहता है। फाइब्रोमायल्जिया से पीड़ित व्यक्ति अक्सर कई अन्य लक्षणों का भी अनुभव करते हैं, जैसे अत्यधिक थकान, पूरे दिन नींद आते रहना, मन खराब रहना या याद्दाश्त संबंधी समस्याएं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।
वहीं इस दौरान कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वही आपकी कुछ छोटी-मोटी गतिविधियां इस समस्या को काफी तेजी से ट्रिगर करती है। वहीं यह आपके दिन भर के कार्य को प्रभावित करता है। इसलिए इसके प्रति ध्यान देना बहुत जरूरी है, क्योंकि लंबे समय तक बने रहने के बाद यह एंग्जाइटी, डिप्रेशन, जोड़ों से जुड़ी समस्या इत्यादि को जन्म दे सकता है।
न्यूट्रीशनिस्ट और हेल्थ टोटल की फाउंडर अंजली मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए फाइब्रोमायल्जिया (Fibromyalgia) की स्थिति के लिए 10 प्रभावी उपाय बताए हैं तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।
1. सुबह उठकर कर गुनगुने पानी से नहाना एक बेहतर विकल्प रहेगा। यह शरीर के अकड़न से छुटकारा पाने में मदद करता है साथ ही साथ ब्लड सरकुलेशन को इंप्रूव करता है। जिस वजह से शरीर के दर्द और थकान से राहत मिलती है।
2. शरीर को पूरी तरह हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें। सुबह उठकर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं साथ ही कुछ अन्य हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स लेना भी जरूरी है।
3. एंटीऑक्सीडेंट से युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि पत्ता गोभी, अंगूर, सेब, टमाटर, गाजर, पालक, लहसुन और प्याज का सेवन करें। कोशिश करें कि इन्हें कच्चा खाएं। कच्चा खाने से इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा प्रभावी रूप से काम करते हैं और शरीर में हुए इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं। जिस वजह से आपके शरीर की अकड़न कम होती है।
4. मसल मास और मांसपेशियों की मजबूती के लिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेना जरूरी है। इसके लिए नियमित रूप से दो से तीन चम्मच फ्लेक्स सीड्स पाउडर का सेवन करें। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड मौजूद होता है जो इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करता हैं।
5. इस स्थिति से बचाव के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। इसलिए अल्कोहल और कैफीन के सेवन को सीमित रखें। क्योंकि यह आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं।
6. स्मोकिंग से पूरी तरह परहेज रखने की कोशिश करें। क्योंकि धूम्रपान की आदत मांसपेशियों के इन्फ्लेमेशन और दर्द का कारण होती हैं।
7. यदि आपको जरूरत से ज्यादा थकान महसूस होता है या मांसपेशियों में दर्द रहता है तो ऐसे में रिफाइंड और फ्राइड फूड्स से परहेज रखें।
8. अपने शरीर में कैल्शियम और मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा बनाए रखें। इसके लिए डेयरी प्रोडक्ट्स और अन्य सप्लीमेंट का सेवन कर सकती हैं।
9. इसके साथ ही मांसपेशियों को एक्टिव रखने के लिए स्विमिंग और वाकिंग जैसे सामान्य गतिविधियों में भाग लेने की कोशिश करें।
10. मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग और योगा जैसे रिलैक्सिंग गतिविधियों में भाग लें। इसके साथ ही मसाज भी दर्द से राहत पाने और जोड़ो को आराम पहुंचाने में मदद करेगा।
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