एक नहीं, कई तरह का हो सकता है बुखार, आपको जानने चाहिए इनके कारण और लक्षण 

शरीर का तापमान कई स्थितियों में बढ़ जाता है और हम उसे ‘बुखार’ कहकर रिड्यूस कर देते हैं। जबकि आपको इसकी गंभीरता को अलग तरह से लेने की जरूरत है।
शरीर का तापमान बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन आपको इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। चित्र-शटरस्टॉक।
Published by विनीत
Updated On: 13 Oct 2023, 09:45 am IST
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बुखार सबसे आम स्वास्थ्य समस्‍याओं में से एक है जो समय-समय पर लोगों को प्रभावित करता है। इसे पाइरेक्सिया या नियंत्रित हाइपरथर्मिया के रूप में भी जाना जाता है। यह चिकित्सकीय रूप से एक ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित किया जाता है, जिसमें शरीर का तापमान 98-99 डिग्री फ़ारेनहाइट (36-37 डिग्री सेल्सियस) के मानक स्तर से ऊपर उठता है। यह आमतौर पर एक संभावित संकेत के रूप में पहचाना जाता है कि शरीर में कुछ असामान्य हो रहा है।

विभिन्न प्रकार के बुखार हैं जो लोगों के लिए जीवन को कठिन बना सकते हैं और समय रहते इलाज न होने पर एक बेहद गंभीर समस्या का रूप ले सकते हैं। हालांकि, बुखार के कुछ सामान्य लक्षणों को पहचानकर आप इसका आसानी से पता लगा सकती हैं और समय पर इलाज के साथ गंभीर समस्याओं के जोखिम को कम कर सकती हैं।

आज हम आपको यहां बुखार के 5 प्रकारों के बारे में बता रहे हैं, साथ ही बुखार क्यों होता  है और इसके क्या संकेत हैं। 

इससे पहले कि हम बुखार के प्रकार और लक्षणों की बात करें, आइए जानते हैं बुखार के सामान्य कारण क्या हैं

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, बुखार या शरीर का ऊंचा तापमान आमतौर पर सूर्य के प्रकाश के प्रति त्वचा के ओवर एक्सपोजर से, डिहाइड्रेशन, वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, गर्मी की थकावट, या आर्थराइटिस जैसे इन्फ्लेमेटरी स्थितियों के कारण होता है।

यह कुछ दवाओं जैसे एंटीबायोटिक दवाओं और उच्च रक्तचाप या खांसी के उपचार में उपयोग की जाने वाली कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव के रूप में भी उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा, यह कंपकंपी, भूख की कमी, सुस्ती और पसीना जैसे कुछ लक्षण भी पैदा कर सकता है।

बार-बार बीमार पड़ना विटामिन डी के कमी का हो सकता है लक्षण। चित्र : शटरस्‍टॉक
शरीर का तापमान बढ़ने के पीछे कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। चित्र : शटरस्‍टॉक

अब जानिए भारत में प्रचलित बुखार के 5 प्रमुख प्रकार

  1. आंतरायिक बुखार  (Intermittent Fever)

आंतरायिक बुखार को आमतौर पर एक ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें शरीर का तापमान दिन के दौरान 37 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन रात के दौरान बढ़ जाता है।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रकार का बुखार आमतौर पर परजीवी या जीवाणु संक्रमण के कारण होता है, जैसे मलेरिया और सेप्टीसीमिया क्लासिक। इसे 3 प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है- क्विडियन बुखार (quotidian fever), तृतीयक बुखार (tertian fever) और क्वार्टन बुखार (quartan fever)।

  1. अचानक तेज बुखार (Sudden High Fever)

जैसा कि नाम से पता चलता है, अचानक तेज बुखार को शरीर के तापमान में अचानक वृद्धि के साथ पहचाना जाता है। इससे थकान, शरीर में दर्द और सिरदर्द हो सकता है। उदाहरण के लिए, डेंगू बुखार अचानक तेज बुखार का सबसे आम प्रकार है।

  1. निरंतर बुखार (Continuous Fever)

निरंतर या लगातार बुखार रहना एक चिकित्सा स्थिति है जिसके दौरान पूरे दिन शरीर का तापमान नाममात्र (nominal) के स्तर से ऊपर रहता है, लेकिन यह 1°C से अधिक नहीं होता। यह आमतौर पर बैक्टीरिया के कारण होता है और निमोनिया, मूत्र पथ के संक्रमण (UTI) और टाइफाइड बुखार सहित अन्य स्वास्थ्य चिंताओं से जुड़ा होता है।

  1. रेमिटेंट फीवर (Remittent Fever)

रेमिटेंट फीवर निरंतर बुखार के समान होता है, क्योंकि इसमें पूरे दिन शरीर का तापमान उच्च बना रहता है। हालांकि, इस स्थिति में तापमान में 1°C से अधिक का उतार-चढ़ाव हो सकता है। यह आमतौर पर ब्रुसेलोसिस, या संक्रामक एंडोकार्डिटिस के रूप में जानी जाने वाली एक चिकित्सा स्थिति के कारण होता है, जो हृदय के अंदरूनी ऊतकों में सूजन का कारण बनता है।

  1. आमवाती बुखार (Rheumatic Fever)

आमवाती बुखार स्ट्रेप्टोकोकल बैक्टीरिया के कारण होता है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, बैक्टीरिया शुरू में गले में संक्रमण का कारण बनता है, जिसे अगर अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो दर्दनाक बुखार हो सकता है। टॉन्सिल और जीभ पर सफेद धब्बे, सिरदर्द के साथ सूजन आदि, आमवाती बुखार के कुछ सामान्य लक्षण हैं।

बुखार के कुछ सामान्य लक्षणों को पहचानकर आप किसी गंभीर स्थिति से बच सकती हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

यहां जानिए बुखार के अन्‍य संकेत और लक्षण

बुखार कोई बीमारी नहीं है, बल्कि आपके शरीर में किसी बीमारी या संक्रमण का लक्षण या संकेत है। हालांकि, बुखार के साथ आने वाले अन्य लक्षणों में शामिल हैं :

पसीना या ठंड लगना:

आपको कंपकंपी के साथ पसीना या “ठंड लगना” महसूस हो सकता है। ये लक्षण एक संकेत हो सकते हैं कि आपको बुखार है।

सिरदर्द:

यदि आप अपने सिर में किसी भी प्रकार का दर्द महसूस करती हैं, तो आपको सिरदर्द होने की संभावना है। सिरदर्द अक्सर बुखार के साथ होता है।

मांसपेशियों में दर्द:

बुखार कभी-कभी शरीर में दर्द पैदा कर सकता है। यदि आपको तेज, छिटपुट दर्द या लगातार दर्द हो रहा है, तो यह इसलिए हो सकता है क्योंकि आपको बुखार है।

भूख में कमी:

यदि आपको बुखार है, तो आपको भूख कम लग सकती है। विभिन्न प्रकार के संक्रमण से भूख की कमी के साथ बुखार हो सकता है।

चकत्ते:

बुखार होने पर आपके शरीर पर चकत्‍ते हो सकते हैं।

बेचैनी:

बेचैनी तब होती है जब आप आराम करने के लिए संघर्ष कर रहे होते हैं। यदि आप बुखार का अनुभव कर रहे हैं तो आपको बेचैनी महसूस होगी।

कमजोरी या थकान:

बुखार के कारण आपको थकान या कमजोरी महसूस हो सकती है।

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