मधुमेह आपकी आंखों को कमजोर कर सकता है, इस पर ध्यान देना है जरूरी

क्या आपको पता है कि कमजोर आंखें मधुमेह होने का संकेत है? जी हां, आपने सही सुना - आपके ब्लड शुगर का स्तर और आंखों का स्वास्थ्य जुड़ा हुआ है।
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इस तरह रखें अपनी आंखों का ख्याल। चित्र: शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 23 Oct 2023, 09:52 am IST
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पिछले कुछ दशकों में मधुमेह एक आम बीमारी हो गई है। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि मधुमेह अपने साथ कई शारीरिक परेशानियों को लेकर आती है। जैसे हाई ब्लड शुगर वाले लोगों की आँखें अक्सर जल्दी कमजोर हो जाती है। उन्हे चीजों को बारीकी से देखना पड़ता है। कभी-कभी, लोग एक ही तरह के रंगों में अंतर नहीं कर पाते। लेडीज, इससे पता चलता है कि मधुमेह और आंखों का स्वास्थ्य जुड़ा है। ज्यादातर समय, इन संकेतों को नजरअंदाज कर दिया जाता है, और यही समस्या है।

टाइप -1 और टाइप -2 मधुमेह वाले लगभग 25% लोगों में हाई ब्लड शुगर से आँखों के स्वास्थ्य को खतरा होता है। मधुमेह आपके आँखों के रेटिना में आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए मधुमेह वाले लोगों के लिए अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण हो जाता है।

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अपने ब्लड शुगर को रखें नियंत्रण में। चित्र: शटरस्टॉक

मधुमेह से होने वाली आंखों की समस्या 

डायबिटिक आई (diabetic eye) आंखों की स्थिति के एक समूह को कहा जाता है जो आमतौर पर लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर वाले लोगों को प्रभावित करता है। आमतौर पर, मधुमेह वाले लोग डायबिटिक रेटिनोपैथी (diabetic retinopathy) विकसित करते हैं। 

डायबिटिक रेटिनोपैथी की जटिलताओं के कारण विकसित होने वाली अन्य स्थितियां डायबिटिक मैक्यूलर एडिमा (diabetic macular edema), मोतियाबिंद और ग्लूकोमा (glaucoma) हैं। डायबिटिक मैक्यूलर एडिमा (diabetic macular edema) और डायबिटिक रेटिनोपैथी (diabetic retinopathy) मधुमेह वाले लोगों में अंधेपन के प्रमुख कारण हैं।

आम तौर पर, जिन लोगों को मधुमेह के कारण आंखों में परेशानी होती है, वे हल्के लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं। हालांकि, कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखता हैं। लेकिन लक्षणों के न दिखने का यह अर्थ नहीं है कि आपकी आँखों में परेशानी नहीं होगी। 

diabetic eye se aankhein ho jaati hai kamzor
डायबिटिक आई से आँखें हो जाती है कमजोर। चित्र: शटरस्टॉक

डायबिटिक आई के लक्षण

  • दृष्टि का धुंधलापन 
  • एक ही तरह के रंगों को समझने में कठिनाई 
  • आपके विज़न में डार्क स्ट्रिंग या धब्बे दिखना 
  • मंद रोशनी वाले स्थानों में चीजों को देखने में कठिनाई 

यदि आप इन लक्षणों का अनुभव करते है, तो परिस्थिति खराब होने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

high blood sugar hai diabetic eye ka kaaran
हाई ब्लड शुगर है डायबिटिक आई का कारण। चित्र : शटरस्टॉक

किन लोगों को हो सकती है डायबिटिक आई की समस्या?

लंबे समय तक अनियंत्रित शुगर का स्तर आपकी आंखों पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। जिन लोगों में डायबिटिक आई विकसित होने की संभावना होती है, वे हैं:

  • लंबे समय तक मधुमेह से पीड़ित लोग (मधुमेह के लंबे इतिहास वाले लोगों में आंखों की जटिलताओं के विकास का जोखिम अधिक होता है)। 
  • पहले से मधुमेह से ग्रसित गर्भवती महिलाएं (गर्भकालीन मधुमेह नहीं)। 
  • लंबे समय तक अनियंत्रित हाई ब्लड शुगर वाले लोग। 
  • हाई कोलेस्ट्रॉल या हाई ब्लड प्रेशर के रोगी।  
  • सिगरेट पीने वाले लोग 
  • ज्यादा वजन वाले लोग। 

डायबिटिक आई मधुमेह के रोगी के जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं। मधुमेह वाले लोगों को अपना ब्लड शुगर नियंत्रण में रखना चाहिए। 

diabetic eye ki samasya se nipatne ke liye niyamit roop se vyayam kare
डायबिटीज आई की समस्या से निपटने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें। चित्र : शटरस्टॉक

आप डायबिटिक आई की परेशानी को कैसे रोक सकते हैं?

मधुमेह से पीड़ित लोगों को नियमित रूप से आंखों की जांच करवानी चाहिए और वर्ष में एक बार पूरे आँखों के जांच के लिए डॉक्टर से मिलने की आदत बना लेनी चाहिए। 

यदि आप डायबिटिक आई का जल्दी पता लगाकर समय पर इलाज करवा लेंगे तो आप अधिक परेशानियों से बच सकते है। इसके अलावा, नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाने के साथ मधुमेह वाले लोग अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव कर सकते है: 

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कस्टमाइज़ करें
  • अपने ब्लड शुगर  के स्तर को नियंत्रण में रखें 
  • तंबाकू धूम्रपान से बचें 
  • नियमित रूप से व्यायाम करें 
  • हर साल कम से कम एक बार आंखों की पूरी जांच करवाएं 
  • अपने आहार में हरी, पत्तेदार सब्जियां और फाइबर युक्त भोजन शामिल करें।
  • नियमित रूप से आंखों की जांच कराने और ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने से मधुमेह वाले लोग आंखों की समस्याओं और उनकी जटिलताओं से बच सकते हैं।

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