गले में दर्द, खांसी और ठंड लगकर बुखार का चढ़ना ये सब सर्दी के लक्षण है। मगर कई बार ये हम में से अधिकतर लोग गर्मी में भी महसूस करने हैं। वायरल के तौर पर जाना जाने वाला ये संक्रमण शरीर को ठंड की चपेट में ले जाता है। कनाडा फार्मेसी के मुताबिक हर चार में से एक व्यक्ति समर कोल्ड की चपेट में ज़रूर आता है। ये एक कॉमन डिज़ीज (Common disease) है, जो टैवलिंग, पर्सन टू पर्सन कान्टेक्ट और ज्यादा एयर कंडीशनिंग (Air conditioning) के कारण डवेल्प होने लगता है। जानते हैं इसके लक्षण और बचने के उपाय भी (Summer cold) ।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक गर्मी में ठंड के लक्षण पनपने के लिए 200 से ज्यादा इसका कारण साबित हो सकते हैं। छींकना, गले में खराश और बहती नाक, वो मामूली लक्षण हैं, जो सर्दी होने का संकेत लेकर आते है।
गर्मियों में होने वपाली सर्दी को समरकोल्ड कहा जाता है। इसमें सामान्य सर्दी की तरह ही व्यक्ति कोल्ड के लक्षण महसूस करता है। कुछ लोगो का मानना है कि केवल सर्दी में ही कोल्ड के सिम्पटम्स देखे जा सकते हैं। कई बार एलर्जी और अन्य कारणों से भी समर कोल्ड होता है। गर्मियों में होने वाली ठंड भी सर्दियों जैसी ही होती है। ये कह पाना थोड़ा मुश्किल है कि ये कोल्ड है या समर में होने वाली एलर्जी।
बार बार खांसी उठना
गले में दर्द की शिकायत
तेज़ सिरदर्द का होना
बुखार का आना
शरीर में दर्द का अनुभव होना
नेज़ल ब्लॉकेज का होना
बढ़ रहे तापमान के साथ खुद को हाइड्रेटिड रखना बेहद ज़रूरी है। कॉफी, अल्कोहल और एनर्जी ड्रिंक्स (Energy drinks) को पीने से बचें। इससे डिहाइड्रेशन का खतरा बना रहता है। विटामिन्स और मिनरल्स लेने से शरीर का इम्यून सिसिटम मज़बूत बना रहता है। ऐसे में शरीर को क्लीन रखने के लिए डिटॉक्स ड्रिंक्स (Detox drinks) भी पी सकते हैं। अगर आप सादा पानी नहीं पी पा रही हैं, तो कोई भी फलेवर एड कर लें। इसेका अलावा लस्सी, नारियल पानी और लेमनेड भी पानी की कमी को पूरा करने के कुछ बेहतरीन विकल्प मात्र हैं। गर्मी में बहुत ज्यादा ठंण्डी चीज़ खाने से बचें अन्यथा वो शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम कर सकती है।
एनआईएच के मुताबिक जब आप सीधेतौर पर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो आप आसानी से वायरस की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में दूषित जगहों और वस्तुओ को न छूएं। अगर आप किसी चीज़ को टच कर रहे हैं, तो उसके बाद हाथों को तुंरत साफ भी करें। लगातार हाथ धोने और बुखार से बीमार लोगों के संपर्क से बचने से संक्रमण को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है।
औषधीय गुणो से युक्त जड़ी.बूटियों को पानी में उबालकर पीने से शरीर में मौजूद संक्रमण से मुक्ति मिलती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मज़बूत होने लगती है। इससे गले की खराश और जुकाम से भी काफी हद तक राहत मिलती है। इसके लिए मुलेठी, मोटी इलायची, सौंफ और अदरक का प्रयोग करें। दिन में एक कप काढ़ा पीने से शरीर हेल्दी रहता है। इसके अलावा आप ग्रीन टी का भी सेवन कर सकते हैं।
अगर आप चेस्ट कंजेशन (Chest congestion) से परेशान है, तो नेज़ल स्प्रे का प्रयोग कर सकते हैं। इससे आप सीज़नल एलर्जी और कोल्ड से मुक्ति पा सकते हैं। बार बार नाक बहने, नाक बंद होने और छींकों से राहत पाने में डॉक्टर के सुझाए स्प्रे को आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप घर से बाहर है, तो चेहरे को बार बार न छूएं। खासतौर से मुंह और नाक से हाथों को दूर रखे। इससे आपके आसपास मौजूद संक्रमण आकर्षित होने लगते है। साथ ही खांसी और जुकाम जैसे शुरूआती लक्षण नज़र आने लगते हैं। इसके लिए हैंड सेनिटाइज़र का प्रयोग करें।
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