अगर कैंसर के लक्षणों के बीच आप कन्फ्यूज़्ड हैं, तो विशेषज्ञ बता रहें हैं इनमें अंतर

कैंसर के लक्षण बहुत आम होते है। अक्सर इसकी पहचान करना मुश्किल होता है और लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। इसलिए विशेषज्ञ बता रहें हैं विभिन्न कैंसरों के विशिष्ट ल
er aur icu ka farq
जानें ईआर और आईसीयू के बिच का फर्क। चित्र: शटरस्टॉक
Dr. S.S. Moudgil Updated: 27 Dec 2021, 11:00 am IST
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कैंसर एक खौफनाक बीमारी है। आमतौर पर कैंसर का निदान भयंकर रूप लेने के बाद होता है। यह इनके लक्षणों पर ध्यान न देने के कारण है। रोजमर्रा के जीवन में आप छोटी तकलीफों को नजरअंदाज कर देते हैं और चिकित्सीय सहायता लेने से बचते हैं। लेकिन यही आम लक्षण लंबे समय में स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है। इसी विषय पर स्पष्टता प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ दे रहे हैं अपनी राय।

क्या है स्तन कैंसर के लक्षण? 

स्तन गांठ या उसके आकार में परिवर्तन इस कैंसर का सबसे आम लक्षण है। भले ही यह स्तन कैंसर का एक विशिष्ट लक्षण है, लेकिन सभी गांठ कैंसर नहीं होती । वे अक्सर द्रव से भरे सिस्ट या गैर-कैंसर वाले ट्यूमर हो सकते हैं। फिर भी, अगर आपको अपने स्तनों में कोई नई गांठ या अचानक गांठ के आकार में वृद्धि दिखाई देती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा कुछ अन्य लक्षणों का जांच करवाना भी जरूरी है। 

इन लक्षणों की भी जांच करवाएं

  • स्तन के ऊपर की त्वचा का लाल होना या पपड़ी बनना। 
  • स्तन में दर्द। 
  • निप्पल में बदलाव। 
  • बांह के नीचे यानी बगल में गांठ। 
  • निप्पल से रिसता तरल पदार्थ तो नहीं है। 
  • मासिक धर्म के बीच या रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्राव। 

ये लक्षण हो सकते हैं सर्वाइकल कैंसर का संकेत 

महिलाओं के प्रजनन के सक्रिय वर्षों में योनि से रक्तस्राव आमतौर पर पीरियड के दौरान होता है। लेकिन जब यह रजोनिवृत्ति (menopause) के बाद या पीरियड के बीच में होता है, तो सर्वाइकल या एंडोमेट्रियल कैंसर होने की संभावना हो सकती है।

Stan mein gaanth hai breastcancer ka lakshan
स्तन में गांठ हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण। चित्र: शटरस्टॉक

मासिक धर्म चक्र से लेकर रजोनिवृत्ति तक, महिला का शरीर बहुत कुछ से गुजरता हैं। इसलिए कभी-कभी अलग महसूस करना सामान्य है। लेकिन किसी भी नए लक्षण की जांच करवाना एक अच्छा विचार है। कुछ बदलाव कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।

इन लक्षणों पर भी ध्यान दें 

  • मल त्याग में परिवर्तन
  • दस्त
  • कब्ज
  • पतला, या अधिक सख्त या खूनी मल
  • पेट में दर्द या ऐंठन
  • पेल्विक या पीठ दर्द

एंडोमेट्रियोसिस जैसी स्थितियों में धड़ में दर्द होना आम है। यह मासिक धर्म की ऐंठन भी हो सकती है। लेकिन पेट, पेल्विक या पीठ में लंबे समय तक दर्द या दबाव कई तरह के कैंसर का संकेत हो सकता है। इसमें कोलोरेक्टल, ओवरियन और एंडोमेट्रियल कैंसर शामिल हैं।

अगर आपके पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द पीठ तक फैल रहा है और साथ ही बिना कारण वजन घट रहा है, तो यह अग्नाशय के कैंसर का संकेत हो सकता है।

मल त्याग में  परिवर्तन बड़ी आंत के कैंसर का संकेत हो सकता है। यह मलाशय और बड़ी आंत को प्रभावित करता है। यह बवासीर, इरिटल बाउल  सिंड्रोम (IBS), या सूजन आंत्र रोग (IBD) जैसा हो सकता है। इसे कोलोनोस्कोपी से जांच किया जाता है। खासकर यदि 45 वर्ष से अधिक उम्र हैं या अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी समस्या हो सकती  हैं।

यूरिनरी ब्लैडर या किड्नी के कैंसर का लक्षण 

यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन या मूत्राशय (urinary bladder) की आदतों में बदलाव का एक सामान्य कारण है। लेकिन पेशाब की समस्या कभी-कभी कुछ अधिक गंभीर होने का संकेत होती है। पेशाब में खून आना यह मूत्र पथ के संक्रमण का संकेत दे सकता है, लेकिन यह यूरिनरी ब्लैडर या गुर्दे के कैंसर का लक्षण भी हो सकता है। 

अन्य लक्षण जो मूत्र पथ के संक्रमण या कैंसर का संकेत हो सकते हैं:

  • आपके मूत्राशय (urinary bladder) पर दबाव का अहसास। 
  • पेशाब करते समय दर्द या जलन। 
  • बार-बार पेशाब आना। 
  • अचानक पेशाब करने की इच्छा होना। 
  • यूरिनरी ब्लैडर खाली करने में समस्या
  • ब्लोटिंग महसूस होना। 
  • मूत्र में परिवर्तन।  
cancer patiients tez dard se pareshan rahte hain
कैंसर के मरीज तेज़ दर्द से परेशान रहते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

इन लक्षणों का कारण हो सकता है ओवरियन कैंसर 

भोजन के बाद या मासिक धर्म से पहले ब्लोटिंग महसूस होना सामान्य सी बात है। लेकिन लंबे समय तक यह स्थिति डिम्बग्रंथि यानी ओवरी कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके अलावा कुछ लक्षण भी है जो इसका संकेत देते है। 

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  • बिना डाइटिंग के 4 किलो  या उससे अधिक वजन घटना कैंसर के कारण हो सकता है।
  • पीरियड के बीच में  रक्तस्राव या निर्वहन। 
  • पीरियड्स के बीच में स्पॉटिंग होना या खूनी, बदबूदार डिस्चार्ज होना आमतौर पर संक्रमण के कारण होता है। लेकिन कभी-कभी वे गर्भाशय ग्रीवा, योनि या एंडोमेट्रियल कैंसर का संकेत होते हैं।
  • मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना  सामान्य नहीं होता।
  • लगातार बहुत अधिक थकान। 
  • भूख में कमी। कैंसर ऐसे हार्मोन पैदा कर सकता है जो भूख के संकेतों में बाधा डालते हैं।

ल्यूकेमिया या लिंफोमा के लक्षण है खतरनाक 

कैंसर के इस भयानक स्थिति में लक्षण आपको दर्द और परेशानी दे सकता है। इनके लक्षणों में शामिल है: 

  • खाने में मुश्किल होना। 
  • ब्लोटिंग महसूस होना। 
  • रात को पसीना या बुखार। 
  • खांसी। लेकिन लगातार खांसी होना एवं इलाज के बाद खांसी ठीक न होना कभी-कभी फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता  है।
  • आवाज में बदलाव। 
  • सीने में दर्द और खांसी से खून आने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें।
  • रजोनिवृत्ति, के बाद कभी-कभी रात को पसीना आ सकता गीली हैं। लेकिन रात में बहुत अधिक पसीना आना, ल्यूकेमिया या लिंफोमा का संकेत भी हो सकता है। ये ब्लड कैंसर हल्का बुखार भी दे सकते हैं।
Skin cancer se mukabla karta hai skin fasting
स्किन कैंसर से मुकाबला करने में मददगार है स्किन फास्टिंग। चित्र: शटरस्टॉक

जानिए स्किन कैंसर के लक्षण 

  • त्वचा परिवर्तन। 
  • त्वचा कैंसर एक तिल की तरह दिख सकता है जो अचानक बड़ा हो जाता है।
  • या घाव जो ठीक नहीं हो रह या एक क्रस्टी रेड स्पॉट के माध्यम से प्रकट हो सकता है।
  • ऐसे लक्षण पैर की उंगलियों के बीच, अपने पैर की उंगलियों के नीचे और अपने खल्वाट ऐसे स्थान हैं जो सामान्य तौर पर नजर नहीं आते खतरनाक हो सकते हैं।
  • सफेद या लाल धब्बे या स्थायी घाव स्किन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
  • चेहरा या शरीर के ऊपरी हिस्से में सूजन। 

लेडीज, यह सच है कि कैंसर के कई संभावित लक्षण अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं। लेकिन अगर आपको कुछ चेतावनी के संकेत दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर की सलाह ज़रूरी हो सकती है।

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Dr. S.S. Moudgil is senior physician M.B;B.S. FCGP. DTD. Former president Indian Medical Association Haryana State. ...और पढ़ें

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