बचपन से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए दूध पीने की सलाह दी जाती रही है। इसमें मौजूद पोषक तत्व न केवल दांतों की रक्षा करते हैं, बल्कि हड्डियों को भी मज़बूती प्रदान करते हैं। साथ ही हड्डियों में मौजूद इस प्राइमरी मिनरल की मदद से बोन्स बनती हैं। इसी कारण से शरीर को हेल्दी रखने के लिए उचित मात्रा में कैल्शियम का सेवन ज़रूरी है। कैल्शियम सिर्फ बोन हेल्थ ही नहीं, आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए भी एक जरूरी पोषक तत्व है (calcium deficiency cause heart problem)। आइए जानते हैं कैसे।
इस बारे में बातचीत करते हुए कार्डिएक इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट और इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट, सीनियर कंसलटेंट डॉ वनिता अरोड़ा ने कई बातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी है। इससे हृदय की मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है।
इसके अलावा वे लोग जिनके परिवार में पहले से ही लोग हृदय संबंधी समस्याओं का शिकार रहे है। उन्हें अपनी डाइट में कैल्शियम को ज़रूर शामिल करना चाहिए। ये हमारी हड्डियों, हार्ट हेल्थ और ओवरऑल हेल्थ का ध्यान रखता है। इसके लिए आप अपनी डाइट में तिल, रागी, आंवला और लो फैट डेयरी प्रॉडक्टस को शामिल कर सकते हैं। शरीर में इसकी कमी से एरिथमिया यानि अनियमित दिल की धड़कन का खतरा बढ़ने लगता है।
शारीरिक गतिविधियों के लिए कैल्शियम एक ज़रूरी मिनरल है। कई विभिन्न कार्यों में हमारे शरीर की मदद करता है। दूध के अलावा, दही, पालक, अंजीर, बादाम, टोफू, ब्रोकोली और साग से कैल्शियम का की प्राप्ति होती हैं। जानते हैं कि कैल्शियम स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण क्यों है।
हड्डी और दांतों को हेल्दी बनाए रखने के अलावा कैल्शियम हमारे मसल्स को भी स्ट्रांग रखने में मदद करता है। इसके रेगुलर इनटेक से हार्ट बीट और ब्रीदिंग के लिए ज़रूरी मांसपेशियां भी रिलैक्स होती है। अपना काम बेहतर तरीके से करती हैं। एक्सर्पट का कहना है कि जब नर्वस इंपल्स होकर मांसपेशियों तक पहुंचती हैं।
कैल्शियम एक ऐसा पोषक तत्व है, जिसके ज़रिए पूरे शरीर में नर्वस सिग्नल भेजे जाते है। इसकी मदद से शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज़ होते हैं। इसके चलते नर्वस सेल्स एक दूसरे से कम्यूनिकेट कर पाते हैं। कैल्शियम कई प्रकार से नर्वस सिस्टम के फंक्शन को सुचारू बनाए रखने में मददगार साबित होता है।
कैल्शियम के रेगुलर इनटेक से ब्लड क्लॉटिंग होने लगती है। दरअसल, चोटिल होने के बाद ब्लीडिंग को रोकने के लिए ब्लड के थक्के बन जाते हैं। इससे शरीर ब्लडलॉस से बच जाता है। इसके चलते बॉडी में प्रोन भी एक्टिवेट होने लगता है। क्लॉटिंग में सहायता प्रदान करता है। प्रोटीन और कैल्शियम दोनों ही हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी है।
हमारे शरीर में कैल्शियम इंसयूलिन समेत कई हार्मोन के सिक्रीशन में मदद करता है। ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने का भी काम है। इसके अलावा पैराथायरायड हार्मोन, शरीर में कैल्शियम के स्तर को कंट्रोल रखता है। ये हार्मोन हमारी ओवरऑल हेल्थ को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कैल्शियम के रोज़ाना इनटेक से शरीर में ब्लड प्रेशर की मात्रा नॉर्मल बनी रहती है। अगर आप कैल्शियम रिच फूड्स का सेवन नहीं करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जो हाइपरटेंशन का रूप ले लेता है। इससे हृदय संबधी समस्याओं का खतरा बढ़ने लगता है। साथ ही हार्ट अटैक, पेस्ट में पेन और स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में शरीर में इस सुपरफूड की मात्रा को बनाए रखना ज़रूरी है।
एबनॉर्मल हार्ट रेट या रिदम को नियमित करने के लिए कैल्शियम ज़रूरी है। जब हमारे शरीर में कैल्शियम का स्तर इमबैलेंस होने लगता है। उस वक्त हमारा शरीर हार्ट रिदम को रेगुलेट करने वाले सिग्नल्स को बाधित कर सकता है। इससे दिल की धड़कन अनियमित होने लगती है।
अगर आप हार्ट को हेल्दी रखना चाहते हैं तो कैल्शियम की कमी इस बीमारी का कारण साबित होती है। इस लेने से पहले इस बात को भी जान लें कि इसकी मात्रा नियमित हो। दरअसल, कैल्शियम का सेवन हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि कर सकता है।
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