बिन मौसम बरसात और जुखाम कभी भी आ सकता है, बरसात और शुरुआती ठंड में इसका आना आम है, यू.एस. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा एक शोध में बताया गया है कि कोल्ड एक वायरस की तरह छोटी- छोटी बूंदों के माध्यम से हवा में फैलता है।
सर्दी-जुकाम से पीडि़त व्यक्ति जब छीकता या खांसता है तो यही पार्टिकल दूसरे व्यक्तियों को भी संक्रमित करते हैं। पर घबराएं नहीं, क्योंकि आपकी रसोई में ही इसके लिए इंस्टेंट उपचार उपलब्ध है।
असल में जुकाम होने से पहले ही आपका शरीर जुकाम के वायरस के अटैक के संकेत देने लगती है। आपको बस उन्हें पहचानना है। जितनी जल्दी आप इन लक्षणों को पहचानेंगी, उतनी जल्दी आप इसे काबू कर पाएंगी।
जब आप शुरुआती समय मे 1-2 दिनों के बाद, कोल्ड वायरस के संपर्क में आती हैं, तो आपका शरीर हल्के लक्षणों जैसे हल्की थकान, बहती या भरी हुई नाक और गले में खराश दिखाने लगता है।
भले ही आप व्यस्त हों, परंतु इन चेतावनी संकेतों को अनदेखा न करें। पर्याप्त आराम करें और विशेष रूप से अच्छी तरह से खुद को हाइड्रेटेड रखे। साथ ही इस कोरोना काल में लोगो से दूरी बना कर भी रखें।
जब आपको लगे कि सर्दी वास्तव में आपको अंदर तक पकड़ रही है, जैसे खांसी और कंजेशन का होना। तब आप चिकन सूप, चाय, शहद, खांसी की बूंदों जैसे तुलसी आदि का सेवन करे।
जिंक एक संतुलित और स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए जरूरी है। इसलिए जिंक युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि अंडे, गार्बनो बीन्स, कद्दू के बीज और साबुत अनाज का सेवन भी करें।
अगर कोल्ड पूरे जोरों पर है और आप ठंड से कांपने लगी हैं। तब शरीर में दर्द और बुखार होना सामान्य है। इस दौरान हाइड्रेटेड रहने के लिए अपने तरल पदार्थों – पानी, शोरबा और जूस – पर दोगुना ध्यान दें। खांसी और साइनस के दबाव को राहत देने के लिए, भाप और ह्यूमिडीफ़ायर का उपयोग करें।
धीरे-धीरे इन लक्षणो से आपको आराम मिलने लगेगा और उसके बाद भी अगर आप आराम महसूस न करें, तो हम बताते है आपको कुछ इंस्टेंट घरेलू उपचार जो आपको इन संकेतो से दिलाएंगे छुटकारा
अदरक के स्वास्थ्य लाभों को सदियों से आजमाया जा रहा है। लेकिन अब हमारे पास इसके गुणों का वैज्ञानिक प्रमाण है। उबलते पानी में कच्चे अदरक की जड़ के कुछ स्लाइस खांसी या गले में खराश को शांत करने में मदद कर सकते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंशोध बताते हैं कि यह मतली को भी दूर कर सकता है जो अक्सर इन्फ्लूएंजा के साथ होती है।
शहद में विभिन्न प्रकार के एंटी मिक्रोबियल और एंटी बेक्टीरियल गुण होते हैं। नींबू के साथ चाय में शहद पीने से गले में दर्द को कम किया जा सकता है। शोध बताते हैं कि शहद एक प्रभावी कफ सप्रेसेंट है। एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि बच्चों को सोते समय 10 ग्राम शहद देने से उनकी खांसी के लक्षणों की गंभीरता कम हो गई।
लहसुन में एलिसिन कम्पाउण्ड होता है, जिसमें रोगाणुरोधी गुण हो सकते हैं। अपने आहार में लहसुन के पूरक को जोड़ने से सर्दी के लक्षणों की गंभीरता कम हो सकती है।
कुछ शोधों के अनुसार, यह आपको बार-बार बीमार होने से भी बचाने मदद कर सकता है।
गरम पानी मे नमक डाल कर रोज सुबह गरारे करें, जिससे आपके गले को आराम मिलेगा और ख़ासी से भी मुक्ति मिलेगी।
इतने सारे उपाय जानने के बाद, आप भी यह मान लीजिए कि दवाओं से पहले घरेलू उपचार आपकी मदद कर सकते हैं।