आपके फर्स्ट एड बॉक्स (First aid box) में पेरासिटामोल (Paracetamol) एक जरूरी दवा के रूप में रहती है। कोविड-19 (Covid-19) से मुकाबले में ये दवा आपके सबसे ज्यादा काम आई है। सिर्फ इतना ही नहीं वैक्सीन लेने के बाद जब आपने बुखार महसूस किया, तो आपके डॉक्टर ने आपको पेरासिटामोल लेने की ही सलाह दी। सिर दर्द (Headache) , बदन दर्द (Body pain) से लेकर बुखार (Fever) तक में हम इस दवा पर भरोसा करते हैं।
इतना ज्यादा कि, कभी-कभी तो बच्चों के लिए भी हम इसकी आधी गोली दे देते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि कुछ स्थितियों में ये सबसे सुरक्षित दवा भी जोखिमकारक हो सकती है।
कोई भी दवा जब वह बिना डॉक्टरी सलाह के या अत्यधिक मात्रा में ली जाती है, तो वह स्वास्थ्य के लिए परेशानियां खड़ी कर सकती है। पेरासिटामोल जिसे अभी तक सबसे सेफ दवा माना जाता है, उसके बारे में हमने एक्सपर्ट से कुछ जरूरी सवाल पूछे। इनके जवाब दे रहे हैं डॉ आरवीएस भल्ला, एचओडी और निदेशक – इंटरनल मेडिसीन, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल, फरीदाबाद।
पेरासिटामोल बहुत सेफ दवाइयों में से एक है। इसे हम सभी उम्र के में दे सकते हैं, यहां तक कि गर्भवती महिलाओं को भी।
कुछ लोगो को कभी-कभी एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है, जिससे शरीर में दाने, खुजली या होठों पर सूजन हो सकती है। साइड इफैक्ट्स न हों इसके लिये हमे ध्यान रखना चाहिए कि इसे रेकमेंडेड मात्रा से ज्यादा न लें और कम से कम चार घंटे के अंतर के बाद ही लें। एक दिन मै 3-4g से ज्यादा न लें और अगर आपको लिवर की बीमारी है या अधिक मात्रा में शराब लेते हैं तो 2g से ज्यादा न लें।
इसे कई सालों तक लिया जा सकता है। इसलिए यह कई देशों मे दुकानों पर बिना डॉक्टरी परामर्श के भी मिल जाती है। यानी यह ओवर द काउंटर ड्रग (OTC drug) है। कुछ रिपोर्टों में यह पाया गया है कि बहुत देर तक दवाई लेने से कभी-कभी हार्ट अटैक, पेट से ब्लीडिंग या किडनी के प्रोब्लम्स हो सकते है।
लेकिन इन रिपोर्टो का पूरी तरह पुष्टिकरण नहीं हुआ है! इसलिए दवा को नियमित मात्रा और टाइम के हिसाब से ही लेना चाहिए। इसे चार घंटे से पहले दोबारा न लें। जिन लोगों को खून पतला रखने की दवा किडनी या फिर लिवर की बीमारी हो उन्हें डॉक्टर की सलाह के बगैर दवा नहीं लेनी चाहिए।
पैरासिटामोल की खुराक भोजन के बाद या बिना भोजन किए भी ली जा सकती है। पैरासिटामोल की ओवरडोज़ लेने पर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। लेकिन यदि सही मात्रा में इसे लिया जाता है, तो साइड इफेक्ट्स की आशंका न के बराबर होती है।
यह उन दवाओं के साथ नहीं लेनी चाहिए, जिनमें पैरासिटामोल भी मौजूद हो। यदि आप दो अलग-अलग ऐसी दवाएं लेते हैं, जिनमें पैरासिटामोल है तो ऐसे में ओवरडोज़ का जोखिम रहता है।
कुछ मरीज़ों को गोली लेने के बाद मितली आने, पेट में बेचैनी महसूस होने, उल्टी होने, बेहोशीपन जैसी शिकायतें हो सकती हैं। कुछ को साइड इफेक्ट्स के तौर पर चेहरे, होंठ, गले पर सूजन और त्वचा पर रैशेज़ जैसी समस्या भी हो सकती है।
ब्लड थिनर दवाओं को लेने वाले, गुर्दे या हृदय रोगों से पीड़ित लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह के पैरासिटामोल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसी तरह, लिवर की समस्याओं से ग्रस्त लोगों को भी इसे लेते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। नियमित रूप से शराब का सेवन करने वाले लोगों को पैरासिटामोल की कम डोज़ लेनी चाहिए।
साथ ही, केमिस्ट पर मिलने वाली खांसी, जुकाम, एलर्जी या दर्दनाशक दवाओं को भी डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह के बगैर नहीं लेना चाहिए।
पैरासिटामोल कई दवाओं में मौजूद होती है। यदि आप कुछ खास तरह के उत्पादों का प्रयोग करते हैं तो आप गलती से पैरासिटामोल की अत्यधिक मात्रा का सेवन कर सकते हैं। इसलिए केवल उन्हीं दवाओं का सेवन करें, जिनकी सलाह आपके डाॅक्टर ने आपको दी है। अगर आप पहले से किसी और दवा का सेवन कर रहीं हैं, तो इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को जरूर दें।
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