खास अवसरों पर लोग अलग-अलग तरह से फास्टिंग करते हैं। कुछ पूरा दिन उपवास रखते हैं, तो कुछ लोग फलाहार करना पसंद करते हैं। मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो आहार में सिर्फ मीठा भोजन लेते हैं। यानी वे अपनी डाइट से नमक को पूरी तरह बाहर कर देते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि जिस तरह ज्यादा नमक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, उसी तरह नमक का बिल्कुल सेवन न करना भी हानिकारक हो सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
ऐसे में शरीर को पर्याप्त न्यूट्रिशन नहीं मिल पाता। एक महीने के अंदर होने वाले इतने सारे उपवास आपके बॉडी में सोडियम लेवल को काफी ज्यादा गिरा देते हैं।
अधिक मात्रा में सोडियम इंटेक शरीर के लिए हानिकारक होता है। परंतु वहीं यदि सॉल्ट से पूरी तरह परहेज रखा जाए, तो यह भी सेहत को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इसलिए नियमित रूप एक उचित मात्रा में सोडियम लेना जरुरी है। तो चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं किस तरह फास्टिंग में नमक छोड़ना सेहत के लिए हो सकता है नुकसानदेह।
हेल्थ शॉट्स ने न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लीनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर पूनम दुनेजा से इस विषय पर बातचीत की। वे कहती है कि “शरीर के लिए एक सीमित मात्रा में सोडियम जरूरी होता है। नमक छोड़ना आपके मसल्स को कॉन्ट्रैक्ट और रिलैक्स होने से रोकता है। इसके साथ ही किडनी तक आवश्यक फ्लुइड को रेगुलेट नहीं होने देता। जिसके कारण डिहाइड्रेशन जैसी समस्या हो सकती है।”
डाइटीशियन पूनम दुनेजा आगे कहती हैं, “रिसर्च के अनुसार सोडियम नॉर्मल सेलुलर होमियोस्टेसिस को मेंटेन करने और शरीर में फ्लुइड और इलेक्ट्रोलाइट को बैलेंस करने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। इसलिए साल्ट स्किप करना एक अनहेल्दी आईडिया हो सकता है। परंतु पैकेज्ड फूड, साल्ट शेकर और प्रोसेस्ड फूड्स में एडेड सॉल्ट होते हैं और इनका सेवन सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।”
न्यूट्रीशनिस्ट पूनम दुनेज के अनुसार रोजाना का सोडियम इंटेक 2300 एमजी होना चाहिए। परंतु ज्यादातर भारतीय 3400 एमजी प्रतिदिन के हिसाब से सोडियम लेते हैं। इस वजह से हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और हार्ट डिजीज के होने की संभावना काफी ज्यादा होती है। हालांकि, डाइट में आवश्यकतानुसार ही नमक लेने की कोशिश करें, साथ ही जरूरी चीजों में नमक का इस्तेमाल करें। यह आपके आंखों की सूजन और ब्लोटिंग को कम करेगा। वहीं पूरी तरह नमक से परहेज रखना लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्या का कारण हो सकता है।
नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। पानी एक हेल्दी बॉडी टेंपरेचर को मेंटेन करता है। परंतु यदि प्यास ही न लगे तो हम पानी पीना कम कर देते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोडियम इंटेक्स प्यास को बढ़ाता है। इस वजह से हम पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं और बॉडी वॉटर लेवल भी संतुलित रहता है।
सोडियम का सीधा प्रभाव आपके ब्लड वेसल्स पर पड़ता है। जो कि सिर दर्द को ट्रिगर कर सकता है। रिसर्च में देखा गया कि खाने में पर्याप्त सोडियम लेने वाले व्यक्ति को सिर दर्द की समस्या नहीं होती। वहीं पूरी तरह नमक छोड़ देने पर यह समस्या काफी ज्यादा परेशान कर सकती है।
यदि आप पूरी तरह साल्ट स्किप कर देती है, तो अचानक से वजन में गिरावट देखने को मिल सकता है। एक सीमित मात्रा में नमक लेना आपके सेहत के लिए अच्छा हो सकता है। परंतु नमक की मात्रा को सीमित करने के लिए इसे छोड़ने की जगह अनहेल्दी सोर्सेज जैसे कि प्रोसैस्ड और पैकेज्ड फूड्स से नमक लेना बंद कर दें।
हार्ट डिजीज की संभावना को बढ़ाने वाले फैक्टर्स में से बढ़ता बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल भी एक प्रमुख कारण हो सकता है। कई स्टडीज में देखा गया कि शरीर को पर्याप्त सोडियम न मिल पाने पर बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना हार्ट स्ट्रोक जैसी संभावनाओं को भी बढ़ा देता है।
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