भारतीय मसाले दुनियाभर में अपने बेहतरीन स्वाद के लिए मशहूर हैं। ये मसाले सब्जियों और डेजर्ट में मिलकर उनके स्वाद में चार-चांद लगा देते हैं। मगर इसके साथ ही यह औषधीय गुणों से भी भरपूर होते हैं। ऐसे ही स्वाद और सेहत का खजाना है लौंग! जो चाय का स्वाद तो बढ़ाती ही है, बल्कि पीने वाले की सेहत को भी फायदा पहुंचाती है।
लौंग आकार में जितनी छोटी होती है उसके फायदे उतने ही बड़े हैं। शायद इसी वजह से सदियों से आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल लोगों को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो कई तरह से हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के हेल्थ डेटाबेस के अनुसार एक बड़ा चम्मच यानी 2 ग्राम लौंग में ये पोषक तत्व मौजूद होते हैं-
कैलोरीज – 6
कार्बोहायड्रेट – 1 ग्राम
फाइबर – 1 ग्राम
मैंगनीज – 55%
विटामिन K – 2%
नेशनल सेंटर फॉर इनफार्मेशन बायोटेक्नोलॉजी के अनुसार लौंग ट्यूमर को बढ़ने से रोकती है। अध्ययन में बताया गया है कि लौंग के तेल की कंसन्ट्रेट मात्रा 80% एसोफैगल कैंसर कोशिकाओं की मृत्यु का कारण बनती है। लौंग के एथिल एसीटेट अर्क में एंटी-ट्यूमर गतिविधि पाई गई है, जिस वजह से इसका इस्तेमाल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए किया जा सकता है।
लौंग मुंह में उत्पन्न होने वाले बैक्टीरिया को 70% तक कम कर सकती है। जो आगे चलकर सांस की बदबू का कारण बनते हैं। इसके साथ ही, दांतों में होने वाले दर्द को कम करने के लिए भी लौंग काफी फायदेमंद मानी जाती है। इसमें यूजेनॉल नामक तत्व मौजूद होते हैं, जो दांतों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसी वजह से कई टूथपेस्ट में लौंग का इस्तेमाल किया जाता है।
लौंग सर्दी-खांसी से भी बचाव करने में भी सक्षम है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सर्दी और खांसी को कम करने में मदद करते हैं। लौंग बलगम को खत्म करके श्वसन तंत्र को साफ करती है। इसलिए, ऐसे वक़्त में लौंग का सेवन चाय या काढ़े में डालकर ज़रूर करें।
लौंग ब्लड में ग्लूकोज को कम करके डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसमें एंटी हाइपरग्लाइसेमिक, हाइपोलिपिडेमिक और हेपाटो प्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो डायबिटीज की समस्या को कम करने के साथ लिपिड में सुधार करने का काम करते हैं।
लौंग शरीर के एंजाइम्स और पाचन तंत्र को बूस्ट करने का काम करती है। इसके सेवन से गैस, कब्ज़, अपच, पेट दर्द, पेट फूलना जैसी समस्याएं ठीक सो सकती हैं। इसके अलावा, लौंग का तेल पेप्टिक अल्सर को भी कम कर सकता है। लौंग का तेल गैस्ट्रिक म्यूकस को बढ़ाने में मदद करता है जो पाचन प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं।
आप चाय या सब्जी जैसे कई व्यंजनों में लौंग को शामिल कर सकती हैं। यह स्वाद और सेहत का खज़ाना है!
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