नवरात्र (Navratri 2021) में अक्सर लोग व्रत रखते हैं। ये 9 दिनों का फास्टिंग (Navratri Fasting) आपके पूरे शरीर को डिटॉक्स कर देता है। आपके पूरे डाइट पैटर्न में बदलाव होने के कारण यह एसिडिटी (Acidity) और कब्ज (Constipation) जैसी समस्या भी पैदा कर सकता हैं। इसके लिए फास्टिंग के दौरान की जाने वाली कुछ गलतियां जिम्मेदार हो सकती हैं। अगर आप भी इसी समस्या से हर बार परेशान रहती हैं, तो आइए जानते हैं इस नवरात्रि कब्ज (How to avoid constipation in Navratri Fasting) की समस्या से कैसे बचा जा सकता है।
उपवास के दौरान लगातार फलाहार, मेवे का सेवन, जूस, आदि खाने से दिक्कतें आती हैं। 9 दिनों के इस उपवास में कई प्रकार की समस्या हो सकती हैं। कब्ज के कारण आपका पेट साफ नहीं होता हैं और यह आपकी सुस्ती का कारण बन जाता हैं। इतना ही नहीं, लंबे समय तक कब्ज की परेशानी कई और बीमारियों का खतरा बन सकती हैं। इसलिए जानिए कब्ज के कारण और नवरात्र में इससे बचने के उपाय।
इन 9 दिनों में उपवास के दौरान कब्ज होने के कई कारण होते हैं। जैसे-
उपवास के समय किसी प्रकार के अनाज का सेवन नहीं किया जाता हैं। इसके कारण आपके डाइट में फ़ाइबर की भारी कमी हो जाती हैं। फ़ाइबर की मात्रा कम होने के कारण आपको मल त्याग करने में परेशानी हो सकती हैं।
व्रत के समय अक्सर लोग चाय का सेवन बाधा डेटेन हैं। अधिक चाय पीने से आपकी इन्टेस्टाइन पर असर होता हैं और यह आपके भोजन को सही से नहीं पचा पाता हैं। डाईजेशन में दिक्कत होने की वजह से आपको कब्ज का सामना करना पड़ता हैं।
नवरात्रि में आप डांडिया या गरबा नाइट का मजा जरूर लेते होंगे। कई जगहों पर माता की चौकी या जगराता भी आयोजित किया जाता हैं। लेकिन हर दिन देर रात तक जागने से आपका शरीर भोजन को अच्छे से नहीं पचा पाता हैं। इससे आपको कब्ज की समस्या हो सकती हैं।
कई लोग उपवास में ज्यादा खाने लगते हैं। अनाज ना मिलने के कारण उन्हे हमेशा भूख लगी रहती हैं। इस वजह से फलाहार के बीच ज्यादा टाइम इंटर्वल नहीं होता हैं। आपका भोजन पचने में समय लगता हैं और यदि आप उसे वह समय नहीं देते हैं तो यह कब्ज की समस्या का कारण बन सकता हैं।
व्रत के दौरान सादा पानी का सेवन बढ़ाएं। साथ ही आप नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ जैसे तरल पदार्थों को लगातार पीयें। इससे आपके पेट को ठंडक मिलेगी और कब्ज की समस्या नहीं होगी। साथ ही यह आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के स्तर को बढ़ाता हैं जो आपको पूरे समय ऊर्जावान रहने में मदद कर सकता हैं।
व्रत में कई तरह के नियमों का पालन किया जाता है। कुछ लोग केवल फलाहार लेते हैं। जबकि सुस्ती दूर करने के लिए चाय या कॉफी पीते रहते हैं। चाय और कॉफी दोनों में ही मौजूद कैफीन आपको पेट से जुड़ी समस्याएं दे सकता हैं। अगर आप इनका ज्यादा सेवन करेंगे तो कब्ज होना स्वभाविक है। इससे बेहतर है कि आप व्रत के दौरान चाय-कॉफी कम पीयें।
अक्सर व्रतधारी रात में कट्टू के आटे की पूड़ी या सिंघाड़े के आटे का हलवा खाते हैं। यह बहुत भारी होता है और पचाने में समय लगता हैं। इसे पचाने के लिए साथ में दही लेना जरूरी है। दही से डाइजेस्टिव सिस्टम ठीक रहता है। अतः उपवास के दौरान पर्याप्त मात्रा में दही का सेवन करें।
हर थोड़े समय में एक साथ ढेर सारा खाना खाने के कारण कब्ज की समस्या हो सकती हैं। अपने पेट को पाचन के लिए पर्याप्त समय देना जरूरी हैं। इसलिए अगर भूख लगे तो बहुत थोड़ा स्नैक्स या फल का ही सेवन करें। साथ ही लंबे समय तक भूखे रहने से भी एसिडिटी की समस्या हो सकती हैं। तो अपने फलाहार के बीच उचित टाइम गैप जरूर रखें।
तो लेडीज, उपवास के दौरान इन छोटी चीजों का ख्याल रखें और धूम-धाम से नवरात्र मनाएं।
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