ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे पर जानते हैं हैंड सेनिटाइजर और हैंड वॉश में से क्या है बेहतर और क्यों

हैंड सैनिटाइज़र बैक्टीरिया और अन्य प्रकार के वायरस का खातमा करने में अधिक फायदेमंद हैं। इससे हाथों पर मौजूद रसायन दूर होने लगते हैं। लेकिन वहीं गंदगी दूर करने के लिए साबुन और बहता पानी आवश्यक है।
Hand sanitizer ya hand wash kya hai faydemand
हैंड सेनिटाइज़र कई प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करते हैं। मगर हाथों की संपूर्ण सफाई के लिए हैंड वॉश और पानी आवश्यक है। चित्र : अडॉबीस्टॉक
Updated On: 16 Oct 2024, 03:35 pm IST
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Dr. P Venkata Krishnan
इनपुट फ्राॅम

अंदर क्या है

  • ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे 2024
  • सेनिटाइज़र और हैंड वॉश क्या है ज़रूरी
  • हैंड वॉश के लिए टिप्स
  • हैंड सेनिटाइज़र का चयन कैसे करें

सही समय पर और सही तरीके से हाथों की स्वच्छता को बनाए रखना शरीर में कई स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम कर देता है। इसमें कोई दोराय नहीं कि हाथों की साफ सफाई हमारी बुनियादी ज़रूरत है। मगर कुछ लोग हैंड क्लीनिंग के लिए बार-बार हैंड वॉश से बचने के लिए हैंड सेनिटाइज़र का इस्तेमाल करते हैं। इससे हाथों को संक्रमण के खतरे से तो मुक्त किया जा सकता है। मगर चिपचिपाहट हाथों में लंबे वक्त तक बनी रहती है। ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे (Global hand washing day) पर जानते हैं कि हाथों की स्वच्छता के लिए हैंड सेनिटाइज़र और हैंड वॉश (Hand wash vs hand Sanitizer) में से क्या है फायदेमंद।

ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे 2024 (Global handwashing day 2024)

स्वच्छ हाथ संक्रमण, बीमारियों और हानिकारक कीटाणुओं के प्रसार के खिलाफ एक बुनियादी बचाव हैं। फिर चाहे अस्पताल हो, स्कूल हो या घर। साल 2008 से सालाना मनाए जाने वाले ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे (Global hand washing day) की शुरूआत ग्लोबल हैंड वॉशिंग पार्टनरशिप के सदस्यों ने की थी। 15 अक्टूबर को मनाए जाने वाले इस दिन का मकसद लोगों को हैंड वॉश के बारे में जागरूक करके घर में सिंक और टैप की ज़रूरत से वाकिफ करवाना था। इस साल मनाए जाने वाले ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे की थीम (Global handwashing day theme 2024) “क्यों महत्वपूर्ण है हाथों की स्वच्छता” (Why are clean hands still important) है।

हैंड सेनिटाइज़र और हैंड वॉश क्या है हाथों की स्वच्छता के लिए ज़रूरी (Hand wash vs hand Sanitizer for hand hygiene)

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन की रिसर्च के अनुसार हैंड सेनिटाइज़र में इस्तेमाल किया जाने वाला मेथनॉल एक ज़हरीला अल्कोहल है। इससे मतली और सिरदर्द का जोखिम बना रहता है। इसके अत्यधिक इस्तेमाल से अंधापन, दौरे औरनर्वस सिस्टम ब्रेकडाउन बढ़ने लगता है। मेथनॉल युक्त हैंड सैनिटाइज़र की जगह पानी और साबुन की उपलब्धता होने पर हाथ धोएं। हैंड सैनिटाइज़र वाइप्स और जेल के रूप में भी उपलब्ध होता हैं।

साबुन और पानी के नियमित इस्तेमाल से गंदगी, धूल, मिट्टी और हानिकारक कीटाणुओं को हटाने में अधिक मदद मिलती है। हैंड सैनिटाइज़र का अत्यधिक इस्तेमाल करने से हाथों और त्वचा पर मौजूद उपयोगी बैक्टीरिया की संख्या भी कम हो सकती है। सीडीसी के अनुसार नोरोवायरस, क्रिप्टोस्पोरिडियम और क्लॉस्ट्रिडियोइड्स जैसे कीटाणुओं से बचने के लिए हैंड वॉश और पानी से हाथ धोना बेहतर विकल्प है।

यूसीएलए हेल्थ के अनुसार हैंड सैनिटाइज़र बैक्टीरिया और अन्य प्रकार के वायरस का खातमा करने में अधिक फायदेमंद हैं। इससे हाथों पर मौजूद रसायन दूर होने लगते हैं। लेकिन वहीं गंदगी दूर करने के लिए साबुन और बहता पानी आवश्यक है।

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हैंड सैनिटाइज़र बैक्टीरिया का खातमा करने में फायदेमंद हैं। इससे हाथों पर मौजूद रसायन दूर होने लगते हैं। लेकिन वहीं गंदगी दूर करने के लिए साबुन और बहता पानी आवश्यक है।। चित्र : अडोबी स्टॉक

हैंड हाइजीन के लिए अब भी हैंड वॉश है ज्यादा महत्वपूर्ण (Why washing hand is still important)

इस बारे में बातचीत करते हुए आर्टिमिस अस्पताल गुरूग्राम में सीनियर फीज़िशियन डॉ पी वेंकट कृष्णन का कहना है कि हैंड सेनिटाइज़र कई प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करते हैं। मगर हाथों की संपूर्ण सफाई के लिए हैंड वॉश और पानी आवश्यक है।

क्लॉस्ट्रिडियोइड्स डिफिसाइल (Clostridium difficile or C. diff infection) जैसे कुछ बैक्टीरिया को हैंड सेनिटाइज़र की जगह केवल हैड वॉश से ही क्लीन किया जा सकता है। इसके अलावा हाथों को धोने के लिए बार सोप का इस्तेमाल करने से बचें, उस पर कीटाणु आसानी से एकत्रित होने लगते हैं।

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दूसरी ओर हैंड सेनिटाइज़र वायरस से राहत दिलाता है, मगर कीटाणुओं की सफाई के लिए हाथों को धोना ज़रूरी है। हैंड सेनिटाइज़र लगाने से देर तक हाथों में चिपचिपापन बना रहता है। अल्कोहल बेस्ड सेनिटाइज़र संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं। मगर कुछ भी खाने, बाहर से आने या किसी भी धूल भरी चीज़ को छूने के बाद हाथों का हैंडवॉश से धोना न भूलें। हैंड सेनिटाइज़र का इस्तेमाल विकल्प के रूप में कर सकते हैं।

Hand wash ke liye inn steps ko follow karein
हाथों को धोने के लिए बार सोप का इस्तेमाल करने से बचें, उस पर कीटाणु आसानी से एकत्रित होने लगते हैं। चित्र : अडॉबीस्टॉक

हैंड वॉश के लिए इन टिप्स को फॉलो करें (Right way to washing hands)

  • सबसे पहले हाथों को पानी से गीला कर लें और टैप को बंद कर दें।
  • अब हाथों पर हैंड वॉश अप्लाई करके हाथों को आपस में कुछ देर रब करें। इस दौरान उंगलियों और नाखूनो को भी साफ करें।
  • 20 सेकण्ड तक हाथों पर साबुन को मलें और नाखूनों के बीच फंसी गंदगी को भी रिमूव कर दे।
    बहते पानी के साथ हाथों को धोएं। हाथों को आगे और पीछे से अच्छी तरह से धो लें।
  • अब एयर ड्रायर या फिर तौलिए की मदद से हाथों को सुखाएं और समय समय पर हाथों को धोएं।

हैंड सेनिटाइज़र चुनते समय रखें इन बातों का ध्यान (How to choose a hand sanitizer)

सीडीसी के अनुसार सैनिटाइज़र में कम से कम 70 फीसदी अल्कोहल की मात्रा को होना आवश्यक है। कम अल्कोहल वाले सैनिटाइज़र कई रोगाणुओं से मुक्ति दिलाने में मदद नहीं करते हैं। इथेनॉल अल्कोहल और आइसोप्रोपेनॉल अल्कोहल दोनों ही फायदेमंद हैं। लेबल पर दी गई मात्रा के अनुसार इसे हाथों पर लगाएं और हाथों को रब करें। इसे हथेलियों, उंगलियों, नाखूनों और कलाई पर लगाए। सेनिटाइज़र सूखने तक इसे हाथों पर रगड़ें।

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लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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