सर्दी दस्तक दे चुकी है। और इसके साथ ही खांसी, गले का संक्रमण और छींक भी दस्तक देने लगी हैं। मौसम बदलने पर यह कॉमन भी है। लेकिन बहुत सारे लोगों के लिए गले की ख़राबी, सर्दी, खांसी और छींक साल भर के लिए कॉमन बन जाती है। कॉमन कोल्ड वाकई उनके लिए कॉमन बन जाता है। क्यों होता है ऐसा और क्या कारण (frequent sore throat) हो सकते हैं इसके। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
गले की ख़राबी को लोग अमूमन हल्के में लेते हैं। कई बार यह मानते हैं कि सर्दी -जुकाम जैसा ही कुछ है। लेकिन यह बात यहीं ख़त्म नहीं होती। डॉक्टर्स कहते हैं कि कई बार गला ख़राब होने (frequent sore throat) का मतलब किसी बड़ी बीमारी का भी संकेत हो सकता है।
गले में बार-बार खराश होने का सबसे बड़ा कारण वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन है। ज़्यादातर सेंसिटिव शरीर वालों को ये समस्या होती है। उन्हें ठंडी चीजें खाने या मौसम बदलने के कारण यह समस्या हो सकती है।
टॉन्सिल्स का बार-बार सूजना गले की खराश और दर्द का कारण बन जाता है। बच्चों पर इसका असर ज़्यादा होता है। कोशिश करें कि बच्चे इससे बचे रहें और थोड़ी सी भी दिक्कत होने पर डॉक्टर से संपर्क करें। इसमें जरा सी भी लापरवाही गंभीर हो सकती है।
मसालेदार खाना भी आपके गले की ख़राबी की वजह बन सकता है। डॉक्टर शुचिन बजाज बताते हैं कि इंसानी पेट एसिड जनरेट करता है लेकिन जब आप ज़्यादा मसालेदार खाना खाते हैं तो वही एसिड कई बार गले तक आ जाता है। फिर गले मे जलन और खराश जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। मसालेदार खाना किसी भी सूरत में ख़राब ही है। चाहे वो आपका लीवर हो या फिर आपका गला।
बार-बार हाथ धोएं, खासकर खाने से पहले तो ज़रूर। गंदगी कई बार बड़ी वजह बन जाती है जब हमें गला ख़राब जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।एलर्जी का कंसेप्ट इस मुल्क ने कम समझा और जाना है। जबकि धूल या गंदगी सबसे बड़ी वजह है जब आपका गला इसकी वजह से ख़राब होता है।
गंदे या प्रदूषित जगहों पर जाने से बचें। अगर यह अवॉइड नहीं कर सकते तो फिर आप कुछ ठीक भी नहीं कर पाएंगे।
गले को आराम देने के लिए दिन में दो बार भाप लें। ठंडे पानी की बजाय गर्म पानी पीजिए। यह बेसिक बात है और इसका पालन सबको करना ही चाहिए। उनको तो ज़रूर जो गले की बीमारियों से परेशान हैं।
मसालेदार, तली हुई चीजें और एसिडिटी बढ़ाने वाले खाने की चीज़ों से बिल्कुल दूर रहना है। फल, सब्जियां, और विटामिन सी से भरपूर चीजों को खाने में इस्तेमाल करिए।
अगर आपको तनिक भी धूल और धुआं से एलर्जी है तो आपके गले के फायदे में यही है कि आप उससे दूर रहें। डॉक्टर या रिपोर्ट्स ने जो भी बात बताई है उसका पालन करिए। अगर किसी खाने की चीज से एलर्जी है, तो उसे नहीं ही खाना है।
सर्दियों में लोग अक्सर पानी को दुश्मन की तरह समझते हैं। जबकि यह नहीं करना है। गले को सूखने से बचाने के लिए दिनभर पर्याप्त पानी पिएं।
कई बार हम गले की दिक्कतों को आम मान कर अवॉयड कर देते हैं, लेकिन यह हमारे खान-पान से लेकर हर आदत से जुड़ा हुआ है। इसलिए बेहतर यह है कि हम इसे सीरियसली लें। डॉक्टर्स भी यही कहते हैं। सर्दियों में अपने गले को कायदे से रखने के लिये ये परहेज और ट्रीटमेंट ज़रूरी हैं। थोड़ी सी लापरवाही आपको बड़ी कीमत अदा करने पर विवश कर सकती है।
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