13 जनवरी से यूपी के प्रयागराज (इलाहाबाद) में महाकुंभ मेला शुरू हो रहा है। हिन्दू धर्म मे महाकुंभ का अपना एक महत्व है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, बड़े उद्योगपति से लेकर साधु- संतों तक का जमावड़ा इस मेले में देखा जाएगा। देश के अलग–अलग कोने से लोग इसका हिस्सा बनने आएंगे। लेकिन इस उत्साह के बीच कुछ सावधानियों (Heart patients safety tips for maha kumbh) की भी ज़रूरत है। अगर आपके पेरेंट्स महाकुंभ का हिस्सा बनने जा रहे हैं, तो आपको उनका ख्याल रखने की ज़रूरत है। ख़ास कर उनके लिए और जो ह्रदय (Heart) की किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं। हार्ट पेशेंट्स (Heart Patients) के लिए भीड़भाड़ वाली जगह ट्रिगर का काम कर सकती है। लेकिन थोड़ी सावधानी रखकर इससे आसानी से बचा जा सकता है।
कार्डियोलोजिस्ट डॉक्टर आशिफ़ शकील के अनुसार,
1.भीड़ में सांस की दिक्कत होना कॉमन है। लेकिन हार्ट पेशेंट्स के लिए सांस की दिक्कत कॉमन नहीं है।
ऑक्सीजन की कमी सीधे आपके हार्ट पर असर डालती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। इसलिए सुरक्षा के लिए सेफ़्टी टिप्स (Heart patients safety tips for maha kumbh) फॉलो करना जरूरी है।
2. भीड़ और शोर भी हार्ट पेशेंट्स के लिए खतरे का कारण है। इसकी वजह से उन्हें तनाव और घबराहट (Stress and Anxiety) हो सकते हैं जो उनके दिल के स्वास्थ्य (Heart Health) के लिए अच्छा नहीं है।
3. कुम्भ मेले में ज्यादा दूर तक चलना भी हार्ट पेशेंट्स के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे उनकी हार्ट रेट बढ़ सकती है,जिससे हार्ट अटैक का भी खतरा हो सकता है।
4. एक जगह जब ज्यादा लोग जुटते हैं तब शरीर मे इंफेक्शन का खतरा बाहरी वजहों से ज्यादा बढ़ जाता है। इसी की वजह से फ्लू जैसी बीमारियां होती हैं। और ऐसी बीमारियों में हमारा इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो जाता है। ये हार्ट पेशेंट्स के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
1. अगर आपके माता-पिता में से कोई हार्ट पेशेंट है तो उन्हें कुम्भ में ले जाने से पहले डॉक्टर से परामर्श ले लें। अगर डॉक्टर इजाज़त दे तभी उन्हें ले जाएं।
2.मेले में रुकने की व्यवस्था ऐसी जगह करें जहाँ कम भीड़ हो। कम शोर हो। ऐसे वक्त में नहाने की योजना बनाएं जब शांति हो या शोर कम हो।
3. इस दौरान भोजन और पानी शुद्ध रखने की कोशिश करें। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि हार्ट पेशेंट्स को बाहर का कुछ खाने के लिए मजबूर ना होना पड़े।
4.डॉक्टर ने जो भी दवाएं दी हों उसे स्किप ना करें। कई बार धार्मिक आयोजनों में लोग अपने शरीर का ख्याल रखना भूल जाते हैं,जो गलत है।
5.ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल की नियमित जांच करवाएं। अगर रिजल्ट विपरीत हों तो एक मिनट की भी देरी मत करिए। तुरन्त डॉक्टर से मिलें।
6. मेले में जो भी नजदीकी मेडिकल कैम्प या अस्पताल हो उसकी डिटेल्स अपने साथ रखें ताकि किसी इमरजेंसी के वक्त आपको यह सब ढूंढने में वक्त ना बर्बाद करना पड़े।
इसके अलावा महाकुंभ के मद्देनजर राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नम्बर जारी कर दिया है। जो है- 1920। इसे हमेशा अपने पास रखें और ज़रूरत पड़ने पर इसे मिलाने से हिचकें नहीं।
1. बहुत ज़्यादा शारिरिक परिश्रम हार्ट पेशेंट्स के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा पैदल चलने से या सीढियां चढ़ने से बचिए।
2. ऐसे वक्त में स्नान करना ना चुनें जब बहुत भीड़ हो। भीड़-भाड़ से बचना ही हार्ट पेशेंट्स के लिए बेहतर विकल्प है।
3. मेले में बिक रही खाने की चीजों से दूरी बरतें। खुले में बिक रही चीजें स्वास्थ्य के लिए कहीं से मुफ़ीद नहीं हैं।
4. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में कोई भी घटना घट सकती है। उस घटना का असर अपने आप पर मत होने दें। पॉजिटिव अप्रोच बनाए रखिये।
ध्यान रखिए, आपका स्वास्थ्य किसी भी आयोजन से ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर आप स्वस्थ रहे तभी ऐसे आध्यात्मिक आयोजनों का हिस्सा बन सकेंगे। इसलिए दिक्कत की सूरत में हमेशा स्वास्थ्य को तवज्जो दें। थोड़ी सी तैयारी और थोड़ी सी सावधानी (Heart patients safety tips for maha kumbh) के साथ महाकुंभ का आनन्द हृदय के किसी भी समस्या से परेशान लोग भी ले सकते हैं। बस ज़रूरत है जागरूक रहने की।
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