अपने बढ़ते वज़न और कैलोरीज की चिंता करते-करते हम अपनी आंखों का ख्याल रखना भूल जाते हैं, जिनसे हमें ये खूबसूरत दुनिया देखना का मौका मिलता है। वैसे तो सारे अंग महत्वपूर्ण हैं लेकिन शायद दुनिया की सबसे बड़ी नेमत आंखें हैं। इसलिए, स्वास्थ्य के साथ – साथ इनका भी ख्याल रखना हमारी ज़िम्मेदारी है!
पूरा दिन स्क्रीन के सामने बिता कर, हम कभी यह समझ ही नहीं पाते हैं कि हमारी आखों को भी आराम की ज़रुरत है! इसलिए, बेहद ज़रूरी है कि हम कुछ अच्छी आदतें अपनाएं, क्योंकि आखों की देखभाल करना भी ज़रूरी है।
आंखों की देखभाल करने में सबसे महत्वपूर्ण है कि आप क्या खाती हैं। ओमेगा -3 फैटी एसिड, ल्यूटिन, जिंक और विटामिन C और E जैसे पोषक तत्व मैकुलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद जैसी उम्र से संबंधित दृष्टि समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं। उन्हें प्राप्त करने के लिए, अपने आहार में इन फूड्स को शामिल करें:
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक,
केल और कोलार्ड
सामन,
टूना और अन्य तैलीय मछली
अंडे, नट, बीन्स, और अन्य मांसाहारी प्रोटीन स्रोत
संतरा और अन्य खट्टे फल या जूस
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार (सीडीसी) स्वस्थ आहार स्वस्थ वज़न बनाये रखने में मदद करता है जिससे टाइप – 2 मधुमेह का जोखिम कम होता है, और यह वयस्कों में अंधेपन का प्रमुख कारण है।
व्यायाम मधुमेह, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल को रोकने या नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इन रोगों के कारण कुछ आंख या दृष्टि संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए यदि आप नियमित रूप से व्यायाम करती हैं, तो आप आंखों और दृष्टि संबंधी समस्याओं के होने के जोखिम को कम कर सकती हैं।
सूर्य के संपर्क में आने से आपकी आंखों को नुकसान हो सकता है, मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित आँखों की रौशनी कम होने का खतरा बढ़ सकता है। धूप के चश्मे का उपयोग करके अपनी आंखों की सुरक्षा करें जो यूवी-ए और यूवी-बी दोनों विकिरणों को 99 से 100% तक रोक देते हैं।
धूम्रपान करने से मोतियाबिंद की संभावना बढ़ जाती है, यह आपके ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाकर आंख की समस्याओं का कारण बनता है। इसके अलावा, धूम्रपान उम्र से संबंधित नेत्र रोगों जैसे मैकुलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद के जोखिम को भी बढ़ाता है।
यदि आप अपना ज़्यादातर समय कंप्यूटर या लैपटॉप के सामने बिताती हैं, तो आप अपनी आँखें झपकाना भूल सकती हैं और आपकी आँखें थक सकती हैं। आंखों का तनाव कम करने के लिए 20-20-20 नियम आजमाएं: हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए अपने सामने करीब 20 फीट दूर देखें। यदि आपकी आंखों का तनाव दूर नहीं होता है, तो अपने डॉक्टर से कंप्यूटर के चश्मे के बारे में बात करें।
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