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शारीरिक या मनोवैज्ञानिक जो भी हो होंठ काटने का कारण, जानिए इससे कैसे छुटकारा पाना है

प्राकृतिक मुलायम और गुलाबी होंठ खूबसूरती की निशानी हैं। लेकिन अगर आपको इसे चबाने की आदत है, तो यह आपके होंठो को काला और भद्दा बना सकता है।
होंठ काटना सही आदत नहीं है। चित्र:शटरस्टॉक
अदिति तिवारी Published: 30 Jan 2022, 12:30 pm IST
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आप में से बहुत से लोग कभी-कभी चिंतित होने पर अपने होंठ काटते हैं। हालांकि, कुछ लोगों के लिए, होंठ चबाना एक आदत बन सकती है जो रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालती है। इस घबराहट की आदत को न छोड़ने पर आपके होठों पर दर्दनाक घाव और लाली हो सकती है।

होंठ काटने की आदत को छोड़ना एक कठिन कार्य हो सकता है, क्योंकि यह व्यवहार इतना स्वाभाविक हो जाता है कि आपको इसके बारे में पता ही नहीं चल पाता। हालांकि, इस आदत को दूर करने के कुछ प्रभावी तरीके हैं। लेकिन उससे पहले जानिए होंठो को काटने के संभावित कारण।

क्या हैं होंठ काटने के कारण?

कुछ मामलों में, शारीरिक स्थितियों के कारण व्यक्ति होठों को काटने लगता है। अन्य मामलों में, कारण मनोवैज्ञानिक हो सकता है। तनाव, भय, या चिंता जैसी भावनात्मक स्थिति की शारीरिक प्रतिक्रिया के रूप में आप अपने होंठ काट सकते हैं।

जानिए कुछ विशेष शारीरिक कारण

होंठ काटने के शारीरिक कारणों में शामिल हैं:

  1. दांत संबंधी मुद्दे, जिसे मैलोक्लसन (malocclusion) के रूप में जाना जाता है। इनमें ओवरबाइट और अंडरबाइट शामिल हैं और इससे दांतों में टकराव हो सकता है।
  2. टेम्पोरोमैंडिबुलर डिसऑर्डर, या टीएमडी (TMD), जो एक ऐसी स्थिति है जो चबाने वाली मांसपेशियों को प्रभावित करती है।
होठों को चबाना बंद करें। चित्र:शटरस्टॉक

इन परेशानियों का अनुभव करने वाले लोग अक्सर अपने होंठ, गाल या जीभ काट सकते हैं। इसके लिए आप डेंटिस्ट की सलाह ले सकते हैं।

होंठ काटने के मनोवैज्ञानिक कारण

क्रोनिक लिप बाइटिंग शरीर-केंद्रित दोहराव वाले व्यवहार या बीएफआरबी (BFRB) का एक उदाहरण है। यह शब्द किसी भी दोहराए जाने वाले स्व-निर्देशित व्यवहार को संदर्भित करता है जो त्वचा, बालों या नाखूनों को नुकसान पहुंचाता है।

यह उन स्थितियों में एक प्रतिक्रिया के रूप में होता है, जहां आप असहज या चिंतित महसूस कर रहे होते हैं। ऐसे में होंठ चबाने से आपको दर्दनाक भावनाओं से राहत पाने में मदद मिलती है।

2014 के शोध से पता चलता है कि इस आदत के बारे में सोचने से भी व्यक्ति उन पर कार्य करने के लिए प्रेरित हो सकता है। इसलिए केवल होंठ काटने के बारे में सोचने से व्यक्ति अपने होंठ काटना शुरू कर सकता है।

होंठ काटने के संभावित लक्षण

कुछ लोगों को लगता है कि होंठ काटने का कोई दुष्प्रभाव नहीं हो सकता है। लेकिन यह कुछ जटिलताओं का कारण बन सकता है। इनमें शामिल है:

  1. होठों पर दर्दनाक घाव
  2. सूजन या सूजे हुए होंठ
  3. होंठ लाल होना
सूखे होंठ हो सकते हैं इसे चबाने का कारण। चित्र : शटरस्टॉक

होंठ काटने की आदत को दूर करने के टिप्स

अपने होठों को नुकसान से बचाना महत्वपूर्ण है और जब आप गिल्टी या मानसिक रूप से परेशान होते हैं तो यह विशेष रूप से मुश्किल हो सकता है। चाहे आप घबराहट में हों या चिंता से काट रहे हों, स्वस्थ होंठ पाने में आपकी मदद करने के लिए बहुत सारे समाधान उपलब्ध हैं।

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1. ड्राई लिप्स को एक्सफोलिएट करें

अपने आप को रूखे, सूखे होंठों को चबाने से बचाने के लिए, अपने होठों को सप्ताह में 2-3 बार सोने से पहले एक्सफोलिएट करना सुनिश्चित करें। फिर रात भर डीप हाइड्रेट करने के लिए एक गाढ़ा मॉइस्चराइजर लगाएं।

2. लगातार लिप्स को मॉइस्चराइज करें

अपने होठों को चबाने या काटने की इच्छा को रोकने के लिए उन्हें पोषण दें। यदि आवश्यक हो, तो एक ऐसा लिप बाम ढूंढें जिसका स्वाद अच्छा न हो ताकि यदि आप बिना सोचे-समझे अपने होंठ काटते हैं, तो आप स्वाद से तुरंत दूर हो जाएं।

लगातार लिप्स को मॉइस्चराइज करें। चित्र:शटरस्टॉक

3. माइंडफुल रहने का अभ्यास करें

जब आप होंठ काटने जैसी किसी चीज़ से निपट रहे होते हैं, तो समस्या अक्सर यह होती है कि आप इसे महसूस करने से पहले ही करने लगते हैं। माइंडफुलनेस का अभ्यास आपको इससे राहत दे सकता है। आप क्या महसूस कर रहे हैं, आपके आस-पास क्या है, आप क्या सूंघते और देखते हैं, इस पर ध्यान दें।

क्या आप किसी ऐसे ट्रिगर की पहचान कर सकते हैं जिसके कारण आप अपने होंठ काटने लगे हैं? इससे अगली बार आप इस परिस्थिति में सचेत रहेंगे और होंठ काटने से पहले खुद को रोक पाएंगे। जितना अधिक आप माइंडफुलनेस का अभ्यास करेंगे, उतनी ही जल्दी आपको इस आदत छुटकारा मिलेगा।

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अदिति तिवारी

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