बीट रूट या चुकंदर जिसे आमतौर पर बीट कहा जाता है। सबसे अधिक पौष्टिक और आकर्षक रंग वाली सब्जी है। पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण इसे सुपरफूड भी कहा जाता है।
आवश्यक विटामिन, मिनरल और प्लांट कंपाउंड होने के कारण इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। यदि नियमित रूप से एक गिलास चुकंदर का जूस पिया जाए तो यह हृदय स्वास्थ्य (beetroot juice for heart health) के लिए भी फायदेमंद होगा।
आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. नीतू सिंह बताती हैं, ‘चुकंदर प्रोटीन, फाइबर के अलावा फोलेट, मैंगनीज, विटामिन सी, विटामिन ए, पोटैशियम, मैंगनीज, कैल्शियम से भी भरपूर होता है। इसमें मौजूद नाइट्रिक ऑक्साइड सूजनरोधी प्रभाव वाले होते हैं। नाइट्रिक ऑक्साइड शरीर द्वारा प्राकृतिक रूप से निर्मित होता है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह सूजनरोधी प्रभाव वाला होता है।
हृदय और संचार संबंधी समस्याओं वाले लोगों में नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर कम होता है, क्योंकि इसे पैदा करने वाला एंजाइम कम सक्रिय होता है। अकार्बनिक नाइट्रेट से भरपूर चुकंदर जूस नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं और सूजन को कम करते हैं।
डॉ. नीतू बताती हैं, ‘आयुर्वेद के अनुसार चुकंदर का उष्ण गुण है। जो पचाकगी अग्नि को बनाए रखता है। साथ ही, यह शरीर से टॉक्सिन्स निकालता है। इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स संतुलित रहता है, उन्हें बढ़ने नहीं देता। एंटी ऑक्सीडेशन गुण वात दोष को भी संतुलित करता है।’
हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग में प्रकाशित शोध के अनुसार, एक क्लिनिकल टेस्ट में पाया गया कि चुकंदर के रस की दैनिक खुराक हार्ट डिजीज वाले बुजुर्ग लोगों में एक्सरसाइज के लिए जरूरी क्षमता को बढ़ा सकता है। हार्ट डिजीज (Heart Failure) लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है। इसमें हार्ट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। शरीर के चारों ओर ब्लड और ऑक्सीजन पंप करने में कठिनाई होती है।
ब्रिटिश कार्डियोवास्कुलर सोसाइटी के शोध के अनुसार, हृदय में स्टेंट लगवाने के बाद छह महीने तक हर दिन चुकंदर का रस पीने से एनजाइना के रोगियों (Angina Patient) को दिल का दौरा पड़ने या दोबारा प्रक्रिया से गुजरने की जरूरत पड़ने की संभावना कम हो जाती है।
चुकंदर का रस हृदय प्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव (Beetroot Juice for Heart Health) डालता है। नाइट्रेट अंतर्ग्रहण के कारण ब्लड वेसल्स चौड़े हो जाते हैं। इससे न केवल ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, बल्कि हार्ट डिजीज, आर्टरी का सख्त होना (Atherosclerosis) और अन्य कई रोगों का खतरा भी कम हो जाता है।
कम चयापचय वाले व्यक्तियों (Beetroot Juice is not good for Low Metabolism) को चुकंदर का रस पीने से बचना चाहिए। यह यूरीन की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। यह बीट्यूरिया का कारण बन सकता है। यदि ऐसी कोई समस्या सामने आती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जितनी जल्दी हो सके इसका समाधान कराएं।
प्रतिदिन नियमित आकार के एक गिलास चुकंदर का रस पीने से शरीर पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग प्रतिदिन 250 मिलीलीटर बीटरूट जूस पीते हैं, उनका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। उनके यूरीन के रंग में भी बदलाव आ जाता है।
बीटरूट जूस से ब्लड प्रेशर लो हो सकता है। इसका अधिक सेवन खतरनाक हो सकता है। इससे किडनी स्टोन हो सकते हैं। यूरीन का कलर पिंक या रेड हो सकता है। अर्थराइटिस के लक्षणों को बढ़ा सकता है। अत्यधिक सेवन से लीवर को नुकसान पहुंच सकता है।एलर्जी भी हो सकती है।साथ ही पाचन संबंधी परेशानी भी हो सकती है।
यह भी पढ़ें : पीरियड्स वाले सिरदर्द से भी राहत दिलाता है कुट्टू का आटा, रुजुता दिवेकर बता रहीं हैं ऐसे ही 3 सुपरफूड्स
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।