बाज़ार से हम पैकेजड़ फ़ूड खरीदते हैं, तो उस पर न्यूट्रिशन फैक्ट टेबल (Nutrition fact table) बना हुआ भी पाते हैं। अधिकांश खाद्य पदार्थों पर पोषण तथ्यों की यह तालिका मौजूद होती है। यह बताती है कि भोजन की एक सर्विंग में कितना सोडियम है। सोडियम की सर्विंग साइज़ (Serving Size) और सोडियम अमाउंट (Sodium amount) दोनों देखना चाहिए। सोडियम की ज्यादा और कम मात्रा दोनों ही शरीर के लिए नुकसानदेह है। एक एक्सपर्ट से जानते हैं कि फ़ूड लेवल पर सोडियम (sodium level on food) के क्या मायने हैं।
हम सभी भारतीय बहुत अधिक सोडियम खाते हैं। हाई सोडियम हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम से जुड़ा होता है। न्यूट्रिशन फैक्ट्स लेबल एक उपयोगी टूल है। इसका उपयोग हर दिन पैकड फ़ूड और पेय पदार्थों में सोडियम की मात्रा को देखने के लिए किया जा सकता है। इससे सोडियम की मात्रा पर नियन्त्रण रखा जा सकता है।
न्यूट्रिसनिष्ट और सोशल इंफ्लुएनसर डॉ. सारिका शाह (Dr. Sarika Shah) अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में फ़ूड लेबल पर सोडियम की मात्रा का मतलब बताती हैं। वे कहती हैं, ‘जब भी कोई पैकेट में बंद फ़ूड खरीदे, तो सबसे पहले न्यूट्रिशन फैक्ट लेबल पर सोडियम की जांच करें। फिर सोडियम की डेली वैल्यू (Sodium Daily Value) की तलाश करे। यदि डेली वैल्यू का मान 20% या उससे अधिक है, तो यह एक हाई सोडियम प्रोडक्ट (High Sodium Product) है। हमेशा इससे कम वैल्यू वाले सोडियम प्रोडक्ट (Low Sodium Product) का चुनाव करें।
यदि डेली वैल्यू का मान 5% या उससे कम है, तो यह लो सोडियम वाला प्रोडक्ट है। यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है, जिन्हें हाई बीपी है या जिन्हें सोडियम सेवन कम करने की जरूरत है। यह सभी लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। हमें अन्य उत्पादों से भी सोडियम मिल जाता है।
हमेशा सर्विंग साइज की गणना करना सुनिश्चित करें। अक्सर सर्विंग साइज़ कनज्यूम किये जाने वाले फ़ूड से बहुत छोटा होता है।
भोजन में सोडियम की मात्रा को संतुलित करने के लिए कम सोडियम वाले प्रोडक्ट की तलाश करें। हल्के नमकीन या बिना नमक वाले न्यूट्रिशनल फ़ूड लेने की कोशिश करें।
नमक ऐसी चीज नहीं है, जिससे हमें डरना चाहिए। यह एक एसेंशियल पोषक तत्व है। यह शरीर के लिए फ्लूइड बैलेंस, नर्वस सिस्टम और मसल्स हेल्थ और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए जरूरी है। बहुत अधिक नमक हृदय रोग और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम पैदा कर सकता है। हम अपना अधिकांश सोडियम (70%) पहले से पैक किए गए खाद्य पदार्थों से प्राप्त करते हैं। इसलिए कोई भी फ़ूड खरीदने से पहले लेबल पढ़ें और जरूरी विकल्प चुनें।
वयस्कों के लिए प्रति दिन 2300 मिलीग्राम से कम सोडियम होना चाहिए। यह टेबल साल्ट के लगभग 1 टी स्पून के बराबर है। 14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अनुशंसित सीमाएं और भी कम हैं।
स्मोक्ड, क्योर्ड, साल्टेड और कैन वाले मीट, मछली या पोल्ट्री में हाई सोडियम होता है। बेकन, कोल्ड कट्स, हैम, फ्रैंकफर्टर्स, सॉसेज, सार्डिन, कैवियार और एंकोवी भी हाई सोडियम फ़ूड प्रोडक्ट हैं। फ्रोजेन ब्रेडेड मीट, पिज्जा, बर्गर में भी सोडियम की अत्यधिक मात्रा मौजूद होती है। डिब्बाबंद फल और नमकीन ड्राई फ्रूट्स, साल्ट वाले बीन्स में भी सोडियम ज्यादा होता है।
सेब, अमरूद, एवोकैडो, पपीता, आम, कैम्बोला, अनानास, केला, खरबूजे और नाशपाती में प्राकृतिक रूप से सोडियम मौजूद होता है। इसमें सोडियम की मात्रा 1-8 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम के बीच होता है। अजवाइन, पालक, गाजर और चुकंदर जैसी सब्जियां भी सोडियम से भरपूर होती हैं।
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