लॉग इन

यदि आप लंबे समय से कर रही हैं अत्यधिक शराब का सेवन, तो आपकी रेटिना हो सकती है डैमेज

शराब पूरे शरीर के लिए नुकसानदेह है। यह हार्ट हेल्थ, बोन हेल्थ, लंग्स हेल्थ के लिए नुकसानदेह है। यदि आप लंबे समय तक इसका सेवन करती हैं, तो यह आंखों के स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा प्रभाव डालती हैं।
शराब पीने से व्यक्ति के शरीर के रिएक्शन धीमे पड़ जाते हैं। यह स्लो रिएक्शन विज़न को प्रभावित कर सकता है। चित्र शटरस्टॉक।
स्मिता सिंह Published: 29 May 2023, 18:30 pm IST
ऐप खोलें

अल्कोहल का इस्तेमाल कई दवाओं के बनाने में किया जाता है यह शराब तैयार करने का भी सबसे जरूरी हिस्सा है। अत्यधिक अल्कोहल या शराब का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसान देह है। अल्कोहल में मौजूद इथेनॉल हार्ट डिजीज, बोन डिजीज, लंग्स डिजीज और डायबिटीज को भी बढ़ावा देता है। आई स्पेशियेलिस्ट बताते हैं कि अत्यधिक शराब का सेवन आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदेह है। यह आई हेल्थ को कैसे प्रभावित करता ((wine for eye health) है, इसके लिए हमने बात की दिल्ली के शार्प साईट आई हॉस्पिटल्स के वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. सिद्धार्थ सेन से।

स्लो रिएक्शन विज़न को कर देता है प्रभावित (slow reaction)

डॉ. सिद्धार्थ कहते हैं, ‘शराब पीने से व्यक्ति के शरीर के रिएक्शन धीमे पड़ जाते हैं। यह स्लो रिएक्शन विज़न को प्रभावित कर सकता है। इससे प्यूपिल रिएक्शन (Pupil Reaction) धीमा पड़ जाता है। इससे दृष्टि भी प्रभावित हो जाती है। इससे प्रकाश (Light) और अंधेरे (Darkness) के आधार पर विभिन्न वस्तुओं के बीच स्पष्ट रूप से अंतर कर पाना अधिक कठिन हो जाता है।

आंखों में ड्राईनेस (Eye Dryness from wine)

डॉ. सिद्धार्थ के अनुसार, शराब धुंधली और विकृत दृष्टि का कारण बन सकती है। शराब की मात्रा अलग-अलग व्यक्ति पर अलग-अलग प्रतिक्रिया करती है। मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के बीच संचार की गति धीमी होती है। इसके कारण मस्तिष्क और आंखों को संदेश मिलने में विलंब हो सकता है। यह आंख की मांसपेशियों के समन्वय को कमजोर करता है।
शराब के अधिक सेवन से आंखों में ड्राईनेस और पलकें फड़कने की घटना बढ़ सकती है। एक बार जब शराब पीने की प्रक्रिया बंद हो जाती है, तो इस तरह के लक्षण दिखने बंद हो जाते हैं।

लंबे समय तक शराब के सेवन से नर्व में टॉक्सिक रिएक्शन (Toxic Reaction in Nerves)

अत्यधिक मात्रा में शराब के सेवन से विजन और आई हेल्थ पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। कुछ मामलों में, टॉक्सिक अंबीलोपिया हो जाता है (amblyopia)। ऑप्टिक नर्व में टॉक्सिक रिएक्शन का यह परिणाम है, जो स्थायी दृष्टि हानि का कारण बनता है।खराब आहार और शराब के अधिक सेवन से मोतियाबिंद होने की संभावना विकसित हो सकती है।

म्‍अत्यधिक मात्रा में शराब के सेवन से विजन और आई हेल्थ पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

विटामिन की कमी (Vitamin deficiency)

लंबे समय तक शराब का सेवन करने से विटामिन की कमी हो जाती है। यह दृष्टि को प्रभावित कर सकता है। लिवर के शराब को प्रोसेस करने की क्षमता कम होती है। भारी मात्रा में शराब पीने से लिवर में विटामिन का अवशोषण प्रभावित हो सकता है। यह स्वस्थ आंखों और अच्छी दृष्टि को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। अल्कोहल सेंट्रल नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है

रेटिना हो सकती है प्रभावित (Effect on Retina)

शराब पर निर्भरता के सबसे गंभीर प्रभाव में स्थायी रेटिनल क्षति सामने आती है। यदि लंबे समय तक शराब का सेवन किया जाता है, तो सेंट्रल सीरस कोरियोरेटिनोपैथी, रेटिनल डिटैचमेंट और यहां तक कि विज़न हानि भी हो सकती है।

शराब के सेवन को तत्काल रोक दें (stop drinking immediately)

शराब पीने से आंखों को बहुत अधिक नुकसान हो सकता (wine for eye health) है। यदि शराब का सेवन बंद या कम कर दिया जाए, तो इनमें से अधिकांश स्थितियां ठीक हो सकती हैं। यदि लंबे समय तक शराब पीयी जाती है, तो इसके दुरुपयोग से होने वाली शराब की आंखों की क्षति लंबे समय तक चल सकती है या स्थायी हो सकती है
शराब पीने की लत को छोड़ देना चाहिए।

यदि लंबे समय तक शराब पीयी जाती है, तो इसके दुरुपयोग से होने वाली शराब की आंखों की क्षति लंबे समय तक चल सकती है। चित्र : अडोबी स्टॉक

यदि एकाएक इसे नहीं छोड़ पा रही हैं, तो धीरे-धीरे मात्रा घटाकर शराब पीना छोड़ दें। नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं। ऑप्टिशियन विजन से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या की पहचान करने में मदद कर सकते हैं। इससे संबंधित उपचार भी प्रस्तुत कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें :- बढ़ते प्रदूषण और गर्मी के साथ बढ़ने लगी हैं आंखों की समस्याएं, जानिए कैसे करना है इनसे बचाव

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

अगला लेख