महाकुंभ 2025, 13 जनवरी से प्रयागराज में शुरू हो जाएगा। हिंदुओं के लिए आस्था के इस आयोजन में लगभग 20 से 25 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। हमारे अपने घरों के बुजुर्गों ने इसमें शामिल होने की तमाम तैयारियां शुरू भी कर दी होंगी। लेकिन मुश्किल उनके सामने है जो किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे हैं। जैसे- डायबिटीज। अगर आप डायबिटीक हैं और कुम्भ में हिस्सा लेने जा रहे हैं तो आपको कुछ सावधानियां रखनी चाहिए।
जुलाई 2023 में छपी लैंसेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत मे डायबिटीज के 101 मिलियन पेशेंट्स थे। अनुमान यह भी है कि 2045 तक यह संख्या 1424 मिलियन तक पहुंच जाएगी। बहरहाल, हम महाकुंभ पर वापस लौटते हैं। और यह सोचने की कोशिश करते हैं कि कितना मुश्किल होगा आपका कुम्भ में शामिल होना अगर आप डायबिटीज के शिकार हैं। और आप ही नहीं आप जैसे देश भर में 101 मिलियन लोग हैं। अगर आप डायबिटीक हैं और कुम्भ में हिस्सा लेने जा रहे हैं तो आपको क्या सावधानी (Diabetes care tips for Mahakumbh) रखनी चाहिए।
एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉक्टर लिपिका श्रीवास्तव के अनुसार, ठंड के मौसम में इस वजह से भी डायबिटीज के रोगियों को खतरा ज्यादा होता है क्योंकि इस मौसम में ब्लड शुगर अनियंत्रित हो सकता है। फिर अगर इसमें यात्रा की जाए तो मामला और बिगड़ सकता है। इसकी सबसे बड़ी वजह तो थकान है और फिर बाहर का खाना कैसा होगा, परहेज रखा जा रहा है या नहीं – इस की कोई गारंटी नहीं ली जा सकती। इसलिए खतरा और बढ़ता जाता है। कई बार लोग दवाएं लेने में भी लापरवाही कर देते हैं, फिर स्थिति और बिगड़ती चली जाती है।
अमेरिकी हेल्थ डिपार्टमेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे डायबिटिक लोग जो इलाज में इंसुलिन ले रहे हैं, भीड़ की स्थिति में बार- बार गिरते हैं। इसका कारण चक्कर और बेहोशी या फिर उल्टी जैसा महसूस होना हो सकता है। डायबिटिक लोग सबसे ज्यादा भीड़ से परेशान होते हैं। इसके अलावा भाग- दौड़ या फिर असमय खाने से उन्हें हाई ब्लड शुगर या कभी लो ब्लड शुगर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा डिहाइड्रेशन हमें नहीं भूलना चाहिए जो डायबिटिक लोगों में भीड़ की स्थिति में बहुत आम है।
डिहाइड्रेशन की वजह से भी ब्लड शुगर बढ़ सकता है जिससे चक्कर आना, पसीना आना या फिर उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ज्यादा चलने से कई बार शरीर का ब्लड शुगर लेवल गिर भी जाता है और फिर इससे भी परेशानी बढ़ती है। इसलिए डायबिटिक लोगों को विशेष सावधानियां (Diabetes care tips for Mahakumbh) रखनी चाहिए।
डॉक्टर लिपिका के अनुसार आपको मेले में जाने से पहले ही सेहत पर ध्यान देना होगा। इसके लिए सबसे पहले तो आप अपनी डायबिटीज की जांच करवाइए।
जांच रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर की राय ले लें और अगर डॉक्टर इजाजत दे तभी कुम्भ मेले जैसी जगहों पर जाएं। कुम्भ के मेले में जाने के बाद भी एक चीज आपको नहीं भुलनी कि आपको अपने ब्लड शुगर की जांच रोज करनी है। अगर शुगर कम या ज्यादा हो तो तुरंत डॉक्टर से मिल लेना है।
महाकुंभ 2025 जैसे आयोजनों में जहां करोड़ों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। सबसे ज्यादा लापरवाही जो होती है वो खान-पान को लेकर। आप अगर डायबिटिक हैं तो इसका विशेष ध्यान रखना है कि ज्यादा देर तक भूखे ना रहें। मीठे, तले-भुने और ज्यादा चीनी वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
कुम्भ मेले की यात्रा के दौरान पानी पीना बहुत जरूरी है। डायबिटिक पेशेंट को डिहाइड्रेशन के खतरे ज्यादा होते हैं। इससे बचने के लिए दिनभर पानी पीते रहें। लेकिन यह नहीं करना है कि डिहाइड्रेशन खत्म करने के लिए आप मीठे ड्रिंक्स पीने लगें, ऐसा करेंगे तो ब्लड शुगर बढ़ने लगेगा।
अपनी नियमित दवाइयां और इंसुलिन (अगर आप इंसुलिन लेते हैं) अपने साथ हमेशा रखें। वक्त पर दवाइयाँ लेते रहें और अगर शरीर में किसी भी तरह का परिवर्तन नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से मिल लें।
डायबिटीज पेशेंट्स में ये कॉमन है कि बहुत ज्यादा चलने फिरने और थकान से उनका ब्लड शुगर बढ़ जाता है। जब उन्हें ज्यादा थकान लगती है ऐसी स्थिति में उन्हें चक्कर, उलटी और धुंधला दिखाई देने की समस्या भी हो सकती है। इसलिए सबसे पहला काम ये करना है कि अपनी क्षमता समझनी है और उसी अनुसार गतिविधि करनी है। थकान महसूस होने पर तुरंत आराम कर लेना है।
कुम्भ मेले जैसे आयोजनों में परहेज मुश्किल चीज है लेकिन अगर आप डायबीटीक हैं तो यही आपके लिए सही विकल्प भी है। मीठी चीजों से एक दम दूर रहना है और ऐसी चीजें जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स या फैट ज्यादा हो, नहीं खाना है, जैसे चावल।
परहेज करना है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आपको परहेज के चक्कर में खाली पेट रहना है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को बहुत ज्यादा देर तक खाली पेट नहीं रहना चाहिए, वरना शरीर में शुगर लेवल गिर सकता है। सही समय पर खाना और परहेज के साथ खाना डायबिटिक लोगों के लिए कुम्भ में रखी जाने वाली जरूरी सावधानियों (Diabetes care tips for Mahakumbh) में से एक है।
अगर आपको लग रहा हो कि ब्लड शुगर अचानक बहुत ज्यादा बढ़ गया है या घटने लगा है या इस तरह का कोई भी लक्षण दिखे तो देर बिल्कुल नहीं करनी। जो भी नजदीकी अस्पताल और डॉक्टर मौजूद हो वहाँ जाएं और उचित इलाज लें, वरना स्थिति बिगड़ सकती है। यूपी सरकार की 112 एम्बुलेंस सेवा महाकुंभ 2025 के लिए भी अधिकृत की गई है।
कुम्भ मेले के दौरान अगर आपको हाइपोग्लाइसीमिया (Low Blood Sugar) के लक्षण महसूस हों जिसमें बहुत ज्यादा पसीना आना, सिर घूमना, चक्कर आना, बेहोशी जैसे लक्षण शामिल हैं। ये सब आपके ब्लड शुगर कम होने के लक्षण हैं। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर आपको बहुत ज्यादा प्यास लग रही हो, बार-बार पेशाब आ रहा हो या आपको थकान और कमजोरी महसूस हो रही हो, तो यह हाइपरग्लाइसीमिया यानी हाई ब्लड शुगर के लक्षण हैं। अगर आपको इनमें से कोई लक्षण दिखें तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
भीड़ में प्यास लगना बहुत आम बात है। लेकिन अगर आपको बार बार प्यास लग रही हो और थोड़ी देर पर ही मुंह सूख जा रहा हो तो ये डिहाइड्रेशन की निशानी है। इसके साथ आपको उलटी, सिर दर्द और चक्कर जैसा भी महसूस हो सकता है। लेकिन अगर आप डायबिटिक हैं तो इसे आम समस्या मान कर नजरंदाज नहीं करना है। डॉक्टर से मिलकर उचित इलाज कराना है।