स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के लिए पर्याप्त नींद (Sound Sleep) बेहद जरूरी है। यदि आपकी नींद प्रभावित होती है, तो कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अपर्याप्त नींद से मोटापा, खराब प्रतिरक्षा प्रणाली हो सकती है और यहां तक कि मेंटल हेल्थ भी प्रभावित होता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके कारण डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है। आइये जानते हैं कि नींद किस तरह हमारे ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है?
जामा इंटरनेशनल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुए शोध के अनुसार, इंसुलिन हार्मोन ब्लड से ग्लूकोज को हटाता है। यदि आप सामान्य रूप से नींद लेती हैं, तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। यह समय आमतौर पर सुबह 4 से 8 बजे के बीच हो सकता है। यदि आपको डायबिटीज नहीं है, यानी आप स्वस्थ हैं, तो इंसुलिन ब्लड से ग्लूकोज को अवशोषित करने के लिए मसल्स, फैट और लीवर सेल्स से नियंत्रित करा सकता है। इससे आपका ब्लड शुगर लेवल स्थिर बना रहेगा। जो लोग डायबिटिक हैं या प्री डायबिटिक हैं, उनके लिए इंसुलिन ठीक ढंग से काम नहीं कर पाता है। इसलिए ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
स्लीप मेडिसिन क्लीनिक जर्नल के अनुसार, रात में बार-बार जागने, अपर्याप्त नींद, अत्यधिक नींद और अनियमित नींद ब्लड शुगर लेवल बढा देते हैं। प्री डायबिटिक या डायबिटिक होने पर अपर्याप्त नींद लेने से समस्या और अधिक बढ़ सकती है। स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों ने 6 घंटे से कम नींद ली, उनकी कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील थीं। उनमें डायबिटीज होने की संभावना बढ़ गयी। साथ ही अधिक नींद लेने वाले भी डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। पबमेड सेंट्रल की एक स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों ने 9 घंटे से अधिक नींद ली, उनमें भी डायबिटीज की संभावना अधिक देखी गई।
देर तक जागने पर शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है। इससे भी इंसुलिन प्रोडक्शन प्रभावित होता है। रात में जागने पर शरीर का सर्कैडियन रिदम बाधित हो जाता है। इससे कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति अधिक प्रतिरोधी बन सकती हैं।
न्यूट्रीशन जर्नल में प्रकाशित हुए स्टडी आलेख बताते हैं कि खान-पान की गलत आदतें, पोषक तत्वों की कमी या अनियमित रूप से नाश्ता या भोजन करने की कमी नींद की कमी के जोखिम को बढ़ा देती है। हालांकि सिर्फ खानपान ही इसके लिए जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं।
हर रात कम से कम 7 घंटे की नींद पूरी करने की कोशिश करें। यदि आप देर रात तक काम करती हैं या शिफ्ट जॉब है, तो भोजन लेने और सोने का समय नियमित बनाए रखने की कोशिश करें। वीकएंड या लंबी छुट्टियों में भी यह सिलसिला बरकरार रखें।
ऑफिस में काम के दौरान हर दो घंटे पर ब्रेक लें। ब्रेक के दौरान कुछ एक्टिविटी करने की कोशिश करें। इसके अंतर्गत थोड़ी देर टहल सकती हैं या बॉडी को स्ट्रेच कर सकती हैं।
पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें। रात को देर से खाने से बचें। रात के खाने के बाद शरीर को स्थिर नहीं रखें।
उसे एक्टिव रखने की कोशिश करें। आप धीरे-धीरे टहल सकती हैं। तेज वाकिंग पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है।
यदि आपका ब्लड शुगर लेवल घटता-बढ़ता रहता है या सुबह के समय बहुत अधिक होता है, तो इसके लिए तुरंत डॉक्टर से बात करें। ब्लड शुगर लेवल चेक कराएं। ब्लड शुगर लेवल को मॉनिटर करना बेहद जरूरी है। डॉक्टर ने डायबिटीज के लिए जो दवाइयां बताई हैं, उन्हें जरूर लें।
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