मीठा खाना छोड़ना शायद सबसे मुश्किल कामों की फेहरिस्त में शुमार है। हम कितनी भी कोशिश कर लें, कितनी भी सख्त डाइट अपना लें, मगर मीठे से ज्यादा दिन दूर नहीं रह पाते। हमारा खानपान ही ऐसा है, जहां अनेक प्रकार की स्वादिष्ट मिठाईयां होती हैं और उन्हें खाने-खिलाने के अवसर भी आते रहते हैं।
लेकिन आपका मीठे के प्रति प्रेम आपके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। चीनी न सिर्फ आपको मोटापे का शिकार बनाती है, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत हानिकारक है। वजन बढ़ाने और ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित करने के साथ-साथ चीनी पेट के लिए भी बहुत खतरनाक है।
साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन नामक जर्नल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार चीनी कोलाइटिस का जोखिम बढ़ाती है। कोलाइटिस आंत की एक गम्भीर बीमारी है जिसमें आंतों में सूजन आ जाती है। टेक्सास के मेडिकल सेंटर ऑफ डालास के शोधकर्ताओं ने चूहों पर किये अपने रिसर्च में यह निष्कर्ष निकाला है। शोधकर्ताओं ने चूहों को शुगर सिरप (ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सुक्रोज) दी और जिन चूहों को सबसे अधिक शुगर दी गयी, उनमें सबसे जल्दी और अधिक लक्षण दिखाई पड़े।
जीन सीकुएसिंग टेक्नीक की मदद से वैज्ञानिकों ने पेट में मौजूद बैक्टीरिया की पहचान की, जो कोलाइटिस के लिए जिम्मेदार था।
चीनी के सेवन से पेट मे मौजूद बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है। यह तो आप जानती ही होंगी कि हमारे पेट में अच्छे बैक्टीरिया रहते हैं जो पाचन में सहायक होते हैं। चीनी खाने से लैक्टोबैसिलस जैसे अच्छे बैक्टीरिया खत्म होने लगते हैं। और एकर्मनसिया नामक खतरनाक बैक्टीरिया, जो बुरे एंजाइम बनाते हैं, उनकी संख्या उल्लेखनीय रूप से बढ़ जाती है।
यही बैक्टीरिया आंतो में सूजन पैदा कर कोलाइटिस के लिए जिम्मेदार होते हैं।
इसमें भी ग्लूकोज सबसे अधिक नुकसानदेह होती है, जो रिफाइंड शुगर में पाई जाती है। फलों में मौजूद शुगर यानी फ्रक्टोज कम हानिकारक थी।
आपकी डाइट में किये गए किसी भी बदलाव का पहला असर आपके पेट पर भी पड़ता है और यह आपके पाचनतंत्र को प्रभावित करता है। अच्छे पाचनतंत्र के लिए मीठा अवॉयड करें। इसके साथ ही दही, फाइबर युक्त भोजन और फलों को प्राथमिकता दें। स्वस्थ डाइट के साथ ही थोड़ी बहुत शारीरिक एक्टिविटी अपने रूटीन में शामिल करें।
इससे ना सिर्फ गम्भीर बीमारियों का जोखिम कम होगा, बल्कि आप एक सेहतमंद और तन्दुरुस्त शरीर की स्वामिनी बन सकेंगी।