तुलसी (Indian Basil) को हमारे देश में मां का दर्जा दिया गया। पुराने समय से ही तुलसी को कई तरह के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी के गुणों (Tulsi benefits) से शायद ही कोई ऐसा हो जो परिचित न हो। तुलसी मौसमी बीमारियों के लिए अचूक औषधियों में से एक है। आयुर्वेद (Ayurveda) में पवित्र तुलसी (Holy Tulsi) को औषधियों पौधों में शामिल किया गया है। पर क्या आप जानती हैं कि तुलसी सिर्फ सर्दी-जुकाम ही नहीं, बल्कि पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में भी आपकी मदद कर सकती है।
तुलसी के पत्तों के सेवन से शरीर की शुद्धि होती है। साथ ही शरीर का तापमान भी कंट्रोल में रखती है। पेट के स्वास्थ्य के लिए तुलसी में मौजूद हाई फाइबर सामग्री मददगार होती है। साथ ही ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मददगार है। तुलसी के पत्ते आपका वजन कम करने भी आपकी अच्छी मदद करेंगे और कोलेस्ट्रोल भी नहीं बढ़ने देंगे।
अगर आप को भी डाइजेशन की समस्या है, तो आप अपने आहार में तुलसी के पत्तों को शामिल करें। ये एक तरह का घरेलू उपाय है। जिसकी मदद से आप पेट का दर्द, भारीपन और मतली जैसी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। तुलसी के पत्तों के तो वैसे कई फायदे हैं, लेकिन आज हम आपको तुलसी के पत्तों के ऐसे फायदों के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा।
भारत में तुलसी के पौधे कई तरह के होते हैं। तुलसी सबसे पुरानी जड़ी बूटियों में से एक है। एन सी बी आई के शोध के मुताबिक तुलसी में पकवान की विशेषता को बढ़ाने की क्षमता होती है। इसमें कई तरह के विटामिन और खनिज तत्व होते हैं। यह विटामिन, ओमेगा-3 का अच्छा स्रोत है। तुलसी के पत्तों में कार्मिनेटिव्स नाम का तत्व होता है। जो पेट से जुड़ी सभी तरह की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
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अच्छे डाईजेशन के लिए आपको तुलसी के पत्तों का सेवन करना चाहिए। अब इसका सेवन कैसे करें, इसके बारे में भी आपको जान लेने की जरूरत है।
तुलसी के पत्तों के ये कुछ ऐसे फायदे हैं, जो आपके लिए काफी मददगार हो सकते हैं। अगर आप भी पेट या अपने स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या से जूझ रही हैं, तो आप तुलसी के पत्तों का सेवन करना शुरू कर सकती हैं। वहीं अगर फिर भी आपकी समस्या कम न हो तो अच्छे डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरुर लें।