अक्सर व्यंजनों के स्वाद ओर फ्लेवर को बढ़ाने के लिए बड़ी इलायची की गुडनेस को आहार में जोड़ा जाता है। मगर बढ़ती सर्दी में शरीर को इन्फेक्शन से बचाने के लिए किसी हेल्दी ड्रिंक की तलाश में हैं, तो बड़ी इलायची का पानी फायदेमंद साबित होता है। दरअसल, कई मेडिसिनल प्रॉपर्टीज़ से भरपूर मोटी इलायची (badi elaichi aka black cardamom water) को ओवरनाइट पानी में सोक करके पीने से भी शरीर को डिटॉक्स करने के अलावा संक्रमण के प्रभाव से भी मुक्त रखा जा सकता है। इसमें मोजूद नेचुरल कंपाउड शरीर को हेल्दी ओर एक्टिव बनाए रखते है।
इस बारे में मेदांता हास्पिटल गुड़गांव में सीनियर डायटीशियन डॉ अंबिका शर्मा बताती हैं कि मोटी इलायची में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फलेमेटरी प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इससे खांसी, जुकाम और अस्थमा से राहत मिलने के अलावा मसल्स पेन को भी कम किया जा सकता है। इसे पानी में सोक करके पीने और आहार में शामिल करने से शरीर में विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम की कमी पूरी होती है। इससे मानसिक तनाव को दूर करने में भी मदद मिलती है। इसमें एंटी कार्सिनोजेनिक प्रॉपर्टीज़ भी पाई जाती है, जिससे कैंसर का खतरा कम होने लगता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार बड़ी इलायची (badi elaichi aka black cardamom water) में क्वेरसेटिन, केम्पफेरोल और ल्यूटोलिन समेत कई फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं। इन कंपाउडस में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी.इंफ्लेमेटरी और एंटी.कैंसर गुण पाए जाते हैं। इलायची से शरीर में एंजाइम्स की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर में बढ़ने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को रोका जा सकता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार मोटी इलायची का सेवन करने से शरीर को 90 फीसदी एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। इससे शरीर में ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोका जा सकता है। साथ ही इसमें मौजूद ड्यूरेटिक प्रभाव से शरीर में मौजूद अतिरिक्त पानी को डिटॉक्स करने से में मदद मिलती है, जिससे रक्त का प्रवाह उचित बना रहता है और ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोका जा सकता है।
मोटी इलायची को पानी में सोक करके पीने से डाइजेशन को बूस्ट किया जा सकता है। रिसर्च गेट की रिपोर्ट के अनुसार मोटी इलायची का अर्क गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में मदद करता है या उसके आकार को 50 फीसदी तक कम कर सकता है। इससे पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे खाने को पचाने से लेकर एबजॉर्बशन में मदद मिलती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार काली इलायची शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद करती है। इससे लिवर का स्वास्थ्य उचित बना रहता है। इसके सेवन से शरीर को कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की प्राप्ति होती है, जिससे न केवल टॉक्सिक पदार्थों को रिलीज़ करने में मदद मिलती है बल्कि लिवर फैट को बढ़ने से भी रोका जा सकता है।
मोटी इलायची को पीने में सोक करके पीने से माउथ बेक्टीरिया की समस्या हल हो जाती है। रिसर्चगेट की रिपोर्ट के अनुसार इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरिय गुण स्लाइवा में मौजूद 54 फीसदी बैक्टीरिया की मात्रा को कम करने में मदद करती है। इसे चबाकर खाने से भी दांतों में लगने वाली कैविटी से राहत मिलती है। साथ ही सांसों की दुर्गंध से भी बचा जा सकता है।
बड़ी इलायची को पानी में सोक करके पीने से हृदय स्वास्थ्य उचित बना रहता है। इससे कार्डियक रिदम को बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे ब्लड क्लॉट और स्ट्रोक के जोखिम को कम किया जा सकता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल के खतरे से भी बचा जा सकता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से सांस फूलने की समस्या से भी बचा जा सकता है।
आहार में बड़ी इलायची को शामिल करने से इसमें मौजूद लाइमोनीन, कैफिक एसिड और सिनेओल जैसे बायोएक्टिव कंपाउड कैंसर सेल्स को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद एजांइम शरीर में ट्यूमर को बढ़ाने वाले सेल्स के लिए नेचुरल किलर के रूप में कार्य करते हैं।
एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर बड़ी इलायची से मसल्स में बढ़ने वाले दर्द और सूजन को कम किया जा सकता है। इससे जोड़ों में बढ़ने वाली स्टिफनेस को कम करके मसल्स को रिलैक्स बनाए रखने में मदद मिलती है। बड़ी इलायची को पानी में सोक करके पीने से शरीर को मिलने वाले कंपाउड से अर्थराइटिस के खतरे को कम किया जा सकता है।