क्या डेंगू में बकरी का दूध पीने से असल में बढ़ता है प्लेटलेट्स काउंट, आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इसकी सच्चाई

बहुत से लोग सुनी सुनाई बातों पर विश्वास करते हुए प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए घरेलू नुस्खे आजमाना शुरू कर देते हैं। खास करके डेंगू में बकरी का दूध पीने की सलाह दी जाती है और जैसे ही डेंगू के मामले बढ़ते हैं, बकरी के दूध का दाम आसमान छूने लगता है।
goat milk ka sevan ek bahut bada myth hai
बकरी के दूध को पचना कठिन होता है और क्योंकि पाचन क्रिया कमजोर और संवेदनशील होती है ऐसे में इन पर जोर डालने की वजह से डायरिया अपच और पाचन संबंधी तमाम अन्य प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। चित्र : अडॉबीस्टॉक
Published On: 5 Oct 2024, 08:04 am IST
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भारत में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने 2 अगस्त को लोकसभा में बताया था कि 2024 में देशभर में डेंगू के कुल 32 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों को डेंगू के प्रति अधिक सचेत हो जाना चाहिए। डेंगू होने पर शरीर में कई लक्षण नजर आते हैं, जैसे की अधिक बुखार, थकान, आदि। वहीं डेंगू होने के कुछ दिनों बाद प्लेटलेट्स का काउंट तेजी से गिरना शुरू हो जाता है। प्लेटलेट्स का गिरता काउंट शरीर को कई नकारात्मक नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में समय रहते प्लेटलेट्स के गिरते काउंट को कंट्रोल करना जरूरी है। जिसके लिए मेडिकल केयर बहुत जरुरी है।

बहुत से लोग सुनी सुनाई बातों पर विश्वास करते हुए प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए घरेलू नुस्खे आजमाना शुरू कर देते हैं। खास करके डेंगू में बकरी का दूध पीने की सलाह दी जाती है और जैसे ही डेंगू के मामले बढ़ते हैं, बकरी के दूध का दाम आसमान छूने लगता है। पर क्या बकरी का दूध असल में प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाता है (Goat milk for platelet count)? केवल सुनी सुनाई बातों पर भरोसा करना उचित नहीं है। डेंगू जैसी गंभीर बीमारी में किसी भी घरेलू नुस्खों के इस्तेमाल से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए।

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डेंगू की स्थिति में भी पाचन क्रिया पर नकारात्मक असर पड़ता है। इस स्थिति में बकरी का दूध पीना उचित नहीं है। चित्र : अडॉबीस्टॉक

मणिपाल हास्पिटल, गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा ने डेंगू में बकरी के दूध के सेवन से परहेज करने की सलाह दी है। उन्होंने इसका कारण समझाया साथ ही जल्द रिकवर करने के लिए कुछ हेल्दी डेंगू डाइट टिप्स भी दिए हैं (dengue diet)। तो चलिए जानते हैं, बकरी के दूध को लेकर सालों से बनी हुई अवधारणा से जुड़ी सच्चाई (Goat milk for platelet count)।

जानें डेंगू में बकरी का दूध लेने से क्यू माना किया जाता है (Goat milk for platelet count myth):

डेंगू एक प्रकार का संक्रमण है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। संक्रमित मच्छर डेंगू वायरस को शरीर में इंजेक्ट करते हैं, जिसकी वजह से डेंगू फीवर का सामना करना पड़ता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, शरीर के संक्रमित होने से पाचन क्रिया बेहद कमजोर हो जाती है। ठीक उसी प्रकार डेंगू की स्थिति में भी पाचन क्रिया पर नकारात्मक असर पड़ता है। इस स्थिति में बकरी का दूध पीना उचित नहीं है।

बकरी के दूध को पचना कठिन होता है और क्योंकि पाचन क्रिया कमजोर और संवेदनशील होती है ऐसे में इन पर जोर डालने की वजह से डायरिया अपच और पाचन संबंधी तमाम अन्य प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। आज के समय में बहुत कम लोगों के पास बकरी है, आपको बताएं की बकरी के दूध पर फौरन हानिकारक बैक्टीरिया ग्रो होना शुरू हो जाते है। जब तक आप इसे मार्केट से खरीद कर घर लाती हैं और इसे पीती हैं, तब तक इस पर काफी ज्यादा अनहेल्दी बैक्टीरिया का ग्रोथ हो चुका होता है।

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इस प्रकार यह डेंगू की स्थिति में आपके पाचन क्रिया में अन्य हानिकारक बैक्टीरियल ग्रोथ बढ़ा देता है, जिसकी वजह से स्थिति और ज्यादा गंभीर हो सकती है। बकरी के दूध के अनपाश्चराइज्ड होने और कोई फूड बोर्न इलनेस न हो इसलिए डेंगू में बकरी का दूध न देने की एडवाइज देते हैं।

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बरसात के मौसम में मादा एडीज़ मच्छर के काटने से डेंगू फीवर का सामना करना पड़ता है। इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है। चित्र-शटरस्टॉक

जानें डेंगू फीवर से हेल्दी रिकवरी के लिए कुछ खास डाइट टिप्स

डेंगू फीवर से जल्द से जल्द रिकवर करने के लिए हेल्दी एवं हाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों की आवश्यकता होती है। इस स्थिति में आपका पाचन स्वास्थ्य बेहद संवेदनशील होता है, इसलिए अपने खान-पान के प्रति विशेष रूप से सचेत रहें। हल्का और सादा भोजन करें, जो पूरी तरह से सुपाच्य हो। इसके अलावा प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ लें। विशेष रूप से विटामिन के की मात्रा को बनाए रखें, यह ब्लड में थिकनेस लता है ताकि प्लेटलेट्स कम होने से इंटरनल ब्लीडिंग न हो।

1. हाइड्रेटिंग फ्लूइड

डेंगू की स्थिति में अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। साथ ही कोकोनट वॉटर, अदरक की चाय, वेजिटेबल सूप, आदि को अपनी डाइट में शामिल करें।

2. सुपाच्य फलों का सेवन करें

पोटेशियम से भरपूर केले का सेवन आपके पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। इसके अलावा पपीता, तरबूज, अनार जैसे फलों का सेवन करें, इनमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो डेंगू में आपको एक हेल्दी प्लेटलेट काउंट मेंटेन करने में मदद करेंगे। इसके साथ ही आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करेंगे।

3. पके हुए सब्जियों का सेवन करें

गाजर, कद्दू, हरी सब्जियां जैसे की पालक, केल आदि को स्टीम करके अपनी डाइट में शामिल करें। इस स्टीम किए गए खाद्य पदार्थों को पचाना आसान होता है, साथ ही साथ उनके पोषक तत्वों की गुणवत्ता भी पूरी तरह से मौजूद होती है। यह सब्जियां आपको कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स प्रदान करेंगी, जिससे कि आपका प्लेटलेट काउंट मेंटेन रहेगा। साथ ही साथ आपके शरीर को एनर्जी मिलेगी।

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ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं, जो डेंगू फीवर होने के बाद खाना (Dengue Diet) चाहिए। ये आहार न सिर्फ प्लेटलेट काउंट बढाने में मदद करते हैं, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी मजबूती देते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

4. हेल्दी फैट लें

एवोकाडो नट्स और सीड्स में हेल्दी फैट सहित कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। सीमित मात्रा में इनका सेवन करें इससे आपके शरीर को कई लाभ मिलेंगे।

5. लीन प्रोटीन

उबले हुए अंडे, टोफू, स्टीम कर के अच्छी तरह से कुक किए हुए चिकन और फिश जैसे लीन प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। इन्हे डेंगू में पचाना आसान रहेगा, साथ ही साथ इनमें मौजूद पोषक तत्व आपकी बॉडी को रिकवर करने में मदद करेंगे।

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लेखक के बारे में

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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