क्या आप नई मां बनी हैं, और अपने शरीर में होने वाले बदलाव को लेकर चिंतित हैं, विशेष रूप से आपको बेली फैट की चिंता सता रही है! तो जाहिर सी बात है, आप इसके लिए अनेकों प्रयास कर रही होंगी। हालांकि, डिलीवरी के बाद पेट की चर्बी लटक सकती हैं, या बढ़ सकती है जिसके लिए आजकल महिलाएं तरह तरह के तकनीक अपना रही हैं, उन्हीं में से एक है बेल्ट का इस्तेमाल। नॉर्मल डिलीवरी हो या सिजेरियन दोनों ही मामलों में बेल्ट लगाया जा सकता है, इसमें कोई परेशानी नहीं है। पर सही तरीका और सही समय मालूम होना चाहिए ताकि आपको आगे किसी तरह की परेशानी न हो (belt after delivery)।
बहुत सी महिलाओं का ये सवाल होता है कि क्या असल में पेट में बेल्ट लगाने से बेली फैट कम होता है? या इसे कितनी देर लगाया जा सकता है? आज इन्हीं सवालों का जवाब जानने के लिए हमने छत्रपति शिवाजी सुभारती हॉस्पिटल, मेरठ की सीनियर कंसल्टेंट – ऑब्सट्रिक्स और गाइनेकोलॉजी डॉ. स्मृति गुप्ता से बात की। डॉक्टर ने डिलीवरी के बाद बेल्ट लगाने से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई हैं। तो आईए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से (belt after delivery)।
डॉ. स्मृति गुप्ता कहती हैं “डिलीवरी के बाद पेट कम करने के लिए बेल्ट का इस्तेमाल मददगार हो सकता है, लेकिन यह अकेला तरीका नहीं है। बेल्ट लगाने से पेट और कमर को सपोर्ट मिलता है, जिससे मांसपेशियां जल्दी टोन हो सकती हैं और पेट थोड़ा अंदर नजर आता है।” इसके साथ ही यह पेट की मांसपेशियों को टोन करते हुए उन्हें सपोर्ट करता है, जिससे कि वे नीचे की ओर नहीं लटकती हैं।” इस प्रकार डिलीवरी के बाद बेल्ट (belt after delivery) लगाना पेट को कम करने और लटकने से रोकने में कारगर हो सकता है। परंतु फिर भी इसका इस्तेमाल करते हुए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि इसका कोई नुकसान न हो।
डॉ. स्मृति गुप्ता के अनुसार “नॉर्मल डिलीवरी के बाद 5 से 7 दिन में बेल्ट लगाना शुरू कर सकती हैं, जबकि सिजेरियन डिलीवरी के बाद डॉक्टर की सलाह लें, तब ही बेल्ट का इस्तेमाल करें, आमतौर पर 4 से 6 हफ्ते बाद। बेल्ट बहुत ज्यादा टाइट नहीं लगाना चाहिए, वरना ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ सकता है, और आराम करने में दिक्कत हो सकती है। इसे दिन में 5 से 6 घंटे से ज्यादा न पहनें और सोते समय हटा दें।
सिर्फ़ अपने बच्चे को दूध पिलाने से आप प्रतिदिन लगभग 500 कैलोरी बर्न कर सकती हैं, यह गर्भावस्था के बाद पेट की चर्बी कम करने के प्राकृतिक तरीकों में से एक है। स्तनपान गर्भाशय के सिकुड़ने में मदद करता है, जिससे ऑक्सीटोसिन हार्मोन निकलता है, जो मांसपेशियों में संकुचन का कारण बनता है।
डिलीवरी के बाद पेट की चर्बी कम करने का एक प्रभावी तरीका है हेल्दी डाइट। स्वस्थ एवं संतुलित खाद्य पदार्थों का सेवन करें, विशेष रूप से फल एवं सब्जियां खाएं। प्रोसेस्ड और रिफाइंड खाद्य पदार्थों से दूर रहें।
पेट की चर्बी कम करने के लिए व्यायाम करना ज़रूरी है, खासकर अगर आप अपने बच्चे के जन्म से पहले से ही व्यायाम कर रही हैं। सुनिश्चित करें कि डॉक्टर वर्कआउट की अनुमति दें, अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है। अगर आपको एक्सरसाइज के दौरान चक्कर या किसी तरह का दर्द या बेचैनी महसूस होता है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करने में देरी न करें।
गर्भावस्था के बाद पेट की चर्बी कम करने के लिए आपके परिवार के सदस्य आपको घरेलू उपचारों की कभी न खत्म होने वाली सूची बता सकते हैं। हर्बल चाय, अजवायन, सौंफ़ और जीरे का पानी, न केवल आपको अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखता है, बल्कि गर्भावस्था के बाद पेट की चर्बी कम करने में भी मदद करता है।
बेल्ट के साथ हल्की एक्सरसाइज, सही डाइट और पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है, क्योंकि सिर्फ बेल्ट से फैट नहीं घटता, बल्कि यह पेट को सपोर्ट देने के लिए होती है। अगर बेल्ट लगाने से असहज महसूस हो या दर्द हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सही समय और तरीके से बेल्ट का इस्तेमाल करने से पेट टोन होने में मदद मिल सकती है, लेकिन धैर्य और संतुलित लाइफस्टाइल जरूरी है।
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