नाज़ुक ब्रेस्ट होना बहुत नॉर्मल है, और आप इस समस्या से जूझने वाली अकेली व्यक्ति नहीं हैं। लेकिन क्यों महिलाओं में यह समस्या होती है, जानने के लिए हमने बात की फोर्टिस अस्पताल, शालीमार बाग, की सीनियर कंसल्टेंट और गायनोकॉलोजिस्ट डॉ उमा वैद्यनाथन से।
डॉ वैद्यनाथन के अनुसार स्तनों में दर्द और तकलीफ होने के ये हो सकते हैं कारण
डॉ वैद्यनाथन बताती हैं कि पीरियड्स होने से एक हफ्ते पहले ही ब्रेस्ट में दर्द होने लगता है। जब हम ओवयूलेशन स्टेज में होते हैं तो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में बदलाव आता है जिससे ब्रेस्ट में दर्द और टेंडरनेस आ जाती है।
अगर आपके शरीर में हॉर्मोन्स असंतुलित हैं तो भी आपको नाज़ुक ब्रेस्ट की समस्या से जूझना पड़ सकता है। हॉर्मोन्स अंसतुलन का प्रमुख कारण है थायराइड। अगर आपको हमेशा ही ब्रेस्ट में दर्द होता है तो अपना थायराइड चैक करवाएं।
अगर आपकी ब्रा का निशान आपकी स्किन पर बन रहा है, तो आप गलत साइज की ब्रा पहन रही हैं। गलत फिटिंग की ब्रा पहनने से ब्रेस्ट पर दबाव पड़ता है, जिसके कारण ब्रेस्ट में टेंडरनेस आ जाती है।
प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में बॉडी में कई हॉर्मोनल बदलाव होते हैं जिसके कारण आपके ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। अगर हर वक्त तेज दर्द रहता है तो गायनोकॉलोजिस्ट के पास जाएं।
तनाव भी आपके ब्रेस्ट पेन का एक कारण हो सकता है। डॉ वैद्यनाथन बताती हैं,”स्ट्रेस का हॉर्मोन्स पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए अगर आप बहुत तनाव में रहती हैं, तो आपके ब्रेस्ट में दर्द होता है।” इसलिए तनाव से दूर रहना बहुत ज़रूरी है।
कभी कभी हॉर्मोनल असंतुलन के कारण आपके ब्रेस्ट टिश्यू पर दुष्प्रभाव पड़ता है, जिससे ना केवल ब्रेस्ट में दर्द होता है बल्कि उनका शेप भी बदल जाता है। हालांकि फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट खतरनाक नहीं हैं, लेकिन डॉक्टर के पास जाना ही सबसे बेहतर उपाय है।