हम में से प्रत्येक के पास अपनी उम्र निर्धारित करने के लिए सबूत हैं, लेकिन क्या हमारे दिल की वास्तविक उम्र का पता लगाने का कोई तरीका है? जवाब हैं हां। अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला (Sidharth Shukla Heart attack) को दिल का दौरा पड़ने से हुये आकस्मिक निधन के बाद, यह स्थापित हो गया है कि हमारे दिल की उम्र और वास्तविक उम्र के बीच अंतर हो सकता है। इसलिए इस विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) पर हम चाहते हैं कि आप सभी अपनी हार्ट हेल्थ पर ध्यान दें।
ऐसे कई कारक हैं, जो आपके दिल की उम्र निर्धारित करने में आपकी मदद कर सकते हैं। हां, किसी व्यक्ति के दिल की उम्र उसके रक्तचाप, धूम्रपान और वजन जैसी चीजों पर निर्भर करती है।
सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मुंबई के कार्डियो-थोरेसिक सर्जन,डॉ बिपीनचंद्र भामरे, सलाह देते हैं – “आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि आपका दिल आपको किसी भी हृदय रोग की संभावना के बारे में भी बता सकता है। इस प्रकार, अपने दिल की खातिर एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाना अनिवार्य है।”
अपने दिल की उम्र का पता लगाने से आपको विभिन्न जोखिम कारकों को समझने में मदद मिलेगी जो स्ट्रोक या दिल के दौरे का कारण बनते हैं। हृदय रोग के कुछ सामान्य जोखिम कारकों में आपकी आयु, बीएमआई, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का स्तर, आहार, शारीरिक गतिविधि और धूम्रपान शामिल हैं। दिल की कम उम्र यह संकेत दे सकती है कि आपके हृदय रोग का खतरा कम है। अगर आपके दिल की उम्र अधिक है, तो आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना होगा।
डॉ भामरे का सुझाव है – ”यदि आपको भी थोड़ी देर चलने के बाद सीने में दर्द महसूस होता है, तो यह चिंता का विषय है। एक्सरसाइज़ करने पर सीने में दर्द यह दर्शाता है कि आपके हृदय में कोई समस्या है और आपके हृदय की मांसपेशियां बूढ़ी हो रही हैं।”
“सीने में भारीपन, बाएं कंधे में दर्द या कभी-कभी पीठ दर्द सभी संकेत देते हैं कि आपकी हार्ट हेल्थ खतरे में है। यदि चलने के बाद ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए और दिल की समस्याओं की जांच करानी चाहिए।”
जब आप सीढ़ियां चढ़ते हैं या व्यायाम करते हैं, तो थोड़ा बहुत हांफना आम बात है, है ना? यह एक त्वरित हृदय गति के कारण होता है। लेकिन अगर आप कुछ मिनटों के व्यायाम के बाद भी हांफने लगते हैं या जब आप सीढ़ियां चढ़ते हैं, तो आप गंभीर संकट में हैं, क्योंकि यह आपके दिल के बूढ़े होने का संकेत है।
डॉ भामरे कहते हैं, “यदि आपको अक्सर व्यायाम करने में कठिनाई होती है, और बेचैनी, थकान या सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है, तो यह आपके दिल की समस्या का संकेत देता है।”
अगर आपको घबराहट हो रही है, पाचन संबंधी समस्याएं हैं, सीने में जलन और पेट में हर समय दर्द रहता है – यह इस बात का संकेत है कि आपके दिल की उम्र बढ़ रही है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी वास्तविक उम्र क्या है।
डॉ भामरे का सुझाव है “यह तब होता है जब आप उत्साहित होते हैं, है ना? लेकिन, दिल की समस्याओं वाले लोगों में, एट्रियल फाइब्रिलेशन एक सामान्य घटना है। इसका मतलब है कि दिल बूढ़ा हो रहा है। इसके लिए डॉक्टर को तुरंत दिखने की आवश्यकता है।”
जब बाहर मौसम ठंडा होता है तो क्या आपको पसीना आता है? यह चिंता का विषय हो सकता है और इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका दिल खतरे में है। यह इस बात का संकेत है कि आपके दिल में कुछ ठीक नहीं है।
रोजाना व्यायाम करें: शारीरिक रूप से सक्रिय रहना और स्वस्थ जीवन शैली आवश्यक है। सप्ताह में कम से कम पांच दिन आधे घंटे के लिए व्यायाम करें। आप एरोबिक्स, स्विमिंग, साइकिलिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, पिलेट्स, योगा या वॉकिंग जैसी एक्टिविटीज कर सकते हैं। इसके अलावा, इष्टतम वजन बनाए रखना न भूलें।
स्वस्थ आहार लें: आपको आहार में सभी आवश्यक पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए। ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, दालें, नट्स, बीज और बीन्स खाएं। खूब सारे जामुन, सेब, अलसी, कद्दू के बीज, एवोकैडो, पालक, ब्रोकली, गाजर, टमाटर और खट्टे फल खाएं। संतृप्त वसा का सेवन सीमित करें। मीठे खाद्य पदार्थों और मीठे पेय पदार्थों को ना कहें। पर्याप्त पानी पिएं और नियमित रूप से फास्ट फूड खाने से बचें।
तनाव मुक्त रहें: तनाव आपके दिल पर भारी पड़ सकता है। यह उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी जन्म दे सकता है जो हृदय रोग को आमंत्रित कर सकता है। इसलिए, ध्यान करें और अपनी पसंद की एक्टिविटी में शामिल हों।
धूम्रपान से बचें : यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ने का यह सही समय है। धूम्रपान से रक्तचाप और दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही शराब के सेवन से भी बचें।
पर्याप्त आराम करें: आपको ठीक से सोने की जरूरत है। अपर्याप्त नींद रक्तचाप के स्तर को बढ़ा सकती है और आपके लिए वज़न कम करना कठिन बना सकती है। कम से कम आठ घंटे की नींद आपके दिल के लिए ज़रूरी है।
अन्य जोखिम कारकों पर नज़र रखें: यदि आपको उच्च रक्तचाप या मधुमेह या उच्च कोलेस्ट्रॉल है, तो आपको अपनी दवा समय पर लेनी चाहिए। इसके अलावा, अपने कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर बीमारी के प्रभावों से बचने के लिए नियमित जांच कराएं।
तो पहचानिए, आपका दिल जवान है या नहीं?
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