प्रेगनेंसी में बढ़े हुए वजन को कम करता है स्‍तनपान! जानिए यह कैसे काम करता है

ब्रेस्टफीडिंग आपके बच्चे के लिए तो हेल्दी है ही, आपको भी प्रेगनेंसी के दौरान बढ़े वजन को कम करने में मदद करता है।
बेबी की पहली सर्दी में उसका खास ख्‍याल रखना जरूरी है। चित्र- शटरस्टॉक।
बेबी की पहली सर्दी में उसका खास ख्‍याल रखना जरूरी है। चित्र- शटरस्टॉक।
Updated On: 10 Dec 2020, 12:56 pm IST
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क्या आपको प्रेग्नेंसी का वज़न घटाना है? यह याद रखना जरूरी है कि प्रेगनेंसी में बढ़ा हुआ वजन कई महीनों का है, इसलिए यह कुछ दिनों में जाने नहीं वाला। लेकिन ब्रेस्टफीडिंग आपके वेट लॉस को बढ़ावा ज़रूर देता है।

कैसे ब्रेस्टफीडिंग वजन घटाने में सहायक है?

जब आप बेबी को ब्रेस्टफीड कराती हैं, आपकी बॉडी फैट सेल्स को मिल्क प्रोडक्शन में इस्तेमाल करती है। ब्रेस्टफीडिंग करने वाली मां को 300 से 500 कैलोरी एक्स्ट्रा खानी चाहिए (टोटल 1800 कैलोरी) ब्रेस्टफीडिंग के दौरान 500 से 700 कैलोरी बर्न होती हैं।

हालांकि कैलोरी बर्न होना इस पर भी निर्भर करता है कि आप किस प्रकार से कैलोरी ले रही हैं और क्या एक्सरसाइज कर रही हैं। वजन घटाने के लिए सिर्फ ब्रेस्टफीडिंग के भरोसे नहीं बैठना चाहिए। हेल्दी डाइट और हल्की एक्सरसाइज भी ज़रूरी है। जंक फूड खाने से तो बिल्कुल परहेज करें। और ढेर सारा पानी पीना बिल्कुल न भूलें।

जर्नल ऑफ हॉलिस्टिक नर्सिंग में प्रकाशित स्टडी में 24 महिलाओं के पोस्टपार्टम वजन और ब्रेस्टफीडिंग के बीच के सम्बंध को स्टडी किया गया।

मां के लिए फायदेमंद है स्तनपान कराना. चित्र- शटरस्टॉक।

क्या कहती है यह स्टडी?

HHS पब्लिक एक्सेस जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में अमेरिकन महिलाओं पर रिसर्च की गई, जिसमें पाया गया कि कम से कम तीन महीने तक ब्रेस्टफीडिंग महिलाओं को पोस्ट-पार्टम वज़न घटाने में सहायक होती है।

अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अन्य स्टडी में पाया गया कि ब्रेस्टफीडिंग से पोस्टपार्टम वेट रिटेन नहीं होता।

सिर्फ़ आपके शिशु के लिए ही नहीं, आपके लिए भी स्तनपान कराना महत्वपूर्ण है, बताते हैं शोध। चित्र: शटरस्‍टाॅॅक

याद रखें

जहां अधिकतर महिलाओं में डिलीवरी के बाद ही 6 से 7 किलो वजन कम हो जाता है, उसके बाद हर महीने एक किलो वजन घटना नॉर्मल होता है। ऐसे में नौ से बारह महीने में आप अपने पुराने वजन पर वापस लौट सकती हैं।

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लेकिन जैसा कि हमने पहले भी कहा,वेट लॉस के लिए सिर्फ ब्रेस्टफीडिंग पर निर्भर न रहें। बैलेंस डाइट लें, पौष्टिक आहार लें, जंक फूड बिल्कुल न खाएं और फिजिकल एक्टिविटी करती रहें।

सभी का बॉडी टाइप अलग होता है, इसलिए ज़रूरी नहीं कि नौ महीने में आपका वजन कम हो ही जाए, निराश न हों, मां बनने का आनंद लें। स्वस्थ होना जरूरी है, पतला होना नहीं।

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टीम हेल्‍थ शॉट्स
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