क्या आपने कभी सोचा है कि क्या होगा यदि आपको इतना ज्यादा परेशान करने वाली एलर्जी बिना उपचार के ही रह जाए? हम में से ज्यादातर लोग इसे समझ नहीं पाते और इस तरफ ध्यान नहीं देते। नतीजा, जब तक हमें एलर्जी की गंभीरता समझ आती है, बहुत देर हो चुकी होती है।
बंद नाक, सांस लेने में हल्की तकलीफ, खांसी, आंखों में खुजली होना और सिरदर्द- ये आम लक्षण हैं एलर्जी के, जिनका हमें अकसर सामना करना पड़ता है। उचित देखभाल की बजाय हम उन घरेलू उपचारों को चुनते हैं जो हमें तत्काल राहत दे सकते हैं। पर ये जानना जरूरी है कि घरेलू उपचारों कुछ घंटों के लिए तो राहत दे सकते हैं, पर ये एलर्जी का परमानेंट उपचार नहीं हैं। इसके लिए आपको विशेषज्ञ से उचित परामर्श और उपचार की जरूरत होती है।
आप में से कुछ लोग ऐसे होंगे, जिनकी एलर्जी किसी खास मौसम में ट्रिगर होती है। यह मौसम में बदलाव या इम्युनिटी में कमजोरी के कारण भी हो सकता है। फिर भी हम इस पर ध्यान नहीं देते और लंबे समय तक इसे सामान्य समस्या समझकर इग्नोर करते रहते हैं। पर यह असल में अलार्मिंग साइन्स हैं, जिन्हें हमें गंभीरता से लेना चाहिए।
अगर एलर्जी का ठीक से इलाज न किया जाए तो ये कई तरह से आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। उनमें से पांच यहां दिए गए हैं:
हालांकि प्रारंभ में लक्षण बहुत हल्के होते हैं, इसलिए इनकी ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। लेकिन दुर्भाग्य से वे आप पर ध्यान केन्द्रित करते हैं। धीरे-धीरे आप देखते हैं कि आपका शरीर ऐसे संकेत दिखाना शुरू कर देता है, जो आपके लिए परेशानी खड़ी कर देते है। उन्हें अनदेखा करने से निम्नलिखित प्रभाव हो सकते हैं:
एलर्जी आपके साइनस को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है, जिससे बंद नाक और छींक आने लगती है। लेकिन हमें यह एहसास नहीं होता कि वे साइनस कैविटी की सूजन भी पैदा हो सकती है।
अब, जब साइनस में सूजन हो जाती है, तो उसमें से तरल पदार्थ उस तरह से बाहर नहीं निकल पाता , जिस तरह से उसे निकलना चाहिए। इस तरह यह बैक्टीरियाज के लिए प्रजनन स्थल बन जाता है। जैसे-जैसे बैक्टीरिया बढ़ते जाते हैं, आप साइनस संक्रमण की शिकार हो जाती हैं।
एलर्जी का इलाज न किया जाए तो यह सूजन और अन्य कई तरह के संक्रमण का कारण बन सकती है। एक अनुपचारित एलर्जी की प्रमुख समस्या श्लेष्म और अन्य धूल कण है जो श्वसन में समस्या का कारण बनती हैं। ये सांस की नली में बांधा बनती हैं।
यदि यह समस्या अनचेक रह जाए तो इससे कान और नाक में भी सूजन हो सकती है। और यह अस्थमा की समस्या पैदा कर सकता है।
क्या आपको रात में अक्सर नींद न आने की समस्या होती है? यदि इसके पीछे कारण यह है कि आप सांस लेने में असमर्थ हैं तो यह एक संकेत हो सकता है कि आप साइनस से पीड़ित हो सकती है। इसकी एक वजह कमरे में बहुत अधिक धूल होना भी हो सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंवास्तव में, कुछ लोग नींद में ठीक से सांस न आने की समस्या की भी शिकायत करते हैं। यदि आपको भी यह समस्या है, तो गंभीर होने से पहले आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
यह तो आप जान चुकी हैं कि एलर्जी आपकी नींद में गड़बड़ी कर सकती है। पर यहां यह जानना भी जरूरी है कि एलर्जी एडीनोइड या टॉन्सिल ग्रंथियों में सूजन पैदा करके सांस लेने के रास्ते में अवरोध पैदा कर सकती है। नाक में कंजेशन स्लीप एप्निया का भी कारण बन सकता है।
जर्नल अमेरिकन रिव्यू ऑफ रेस्पिरेटरी डिजीज में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि एलर्जी राइनाइटिस से पीड़ित लोगों को स्लीप एप्निया की समस्या हो सकती है। स्लीप एपनिया न केवल थकान का कारण बनता है, बल्कि यह आपकी एकाग्रता को भी बाधित करता है। जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
एलर्जी का यह प्रभाव प्रत्यक्ष नहीं है लेकिन इंटरलिंक समस्याओं में से एक है। उपर्युक्त बिंदुओं में हमने विस्तार से समझाया कि साइनस आपके नींद के पैटर्न को कैसे प्रभावित करता है। अगर नींद प्रभावित होती है तो थकावट, सुस्ती, तनाव और चिड़चिड़ापन होने लगता है। और यह केवल किसी एक रात की बात नहीं है, यह तब तक जारी रह सकता है जब तक एलर्जी ठीक न हो जाए। यानी यक समस्या कुछ सप्ताह से लेकर महीनों तक भी हो सकती है।
यदि आप एलर्जी फ्री जीवन जीना चाहती हैं, तो उचित उपचार ही एकमात्र तरीका है।
यदि आप इनमें से किसी भी तरह से एलर्जी का सामना कर रहीं हैं, तो इस पर मौन रहने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इनमें से ज्यादातर के लिए उपचार आसानी से उपलब्ध है। इसलिए जरूरी है कि आप इन सभी संकेतों को गंभीरता से लें। और उचित उपचार के लिए डॉक्टर से मिलें। ऐसा नहीं करने से आपके शरीर और आपके जीवन को गंभीर नुकसान हो सकता है।
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MAT-IN-2002373-1.0-12/2020