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डायबिटीज से ग्रस्त हैं, तो ब्रेकफास्ट में भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, वरना बढ़ सकता है ब्लड शुगर लेवल

खराब लाइफस्टाइल और अन्य कारणों से होने वाली डायबिटीज की समस्या आपकी सेहत और जीवन को बहुत गहरे तक प्रभावित करती है। इस स्थिति में खानपान पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।
Published On: 30 Jan 2024, 08:00 am IST
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aane diabetes me kin breakfast mistakes ko avoid karna chahiye
जानें डायबिटीज में किन ब्रेकफास्ट मिस्टेक्स को अवॉइड करना चाहिए। चित्र- अडोबी स्टॉक

ब्रेकफास्ट पूरे दिन का एक सबसे महत्वपूर्ण मील है। हेल्दी ब्रेकफास्ट आपके पूरे दिन को आसान बना देता है, इससे आप लंबे समय तक एक्टिव और एनर्जेटिक रहती हैं। साथ ही ये पूरे दिन की अनचाही क्रेविंग्स को भी कंट्रोल करता है। खासकर डायबिटीज के मरीजों को ब्रेकफास्ट को लेकर अधिक सचेत रहने की आवश्यकता होती है। डायबिटीज की स्थिति में ब्रेकफास्ट एक बहुत अहम भूमिका निभाता है।

दिन का पहला मिल यानी की ब्रेकफास्ट पूरे दिन के ब्लड शुगर लेवल को निर्धारित करता है। अक्सर डायबिटिक पेशेंट अपने ब्रेकफास्ट में कुछ सामान्य सी गलतियां करते हैं, जिनकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इन कॉमन मिस्टेक्स पर ध्यान देना बहुत जरूरी है (Breakfast mistakes in diabetes)।

हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में मुंबई बेस्ट न्यूट्रीशनिस्ट और डाइटिशियन नूपुर पाटिल से बात की। एक्सपर्ट ने डायबिटीज के मरीजों द्वारा की जाने वाली कुछ ब्रेकफास्ट मिस्टेक्स के बारे में बात की है। तो चलिए जानते हैं डायबीटिक पेशेंट को ब्रेकफास्ट के दौरान किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए (Breakfast tips for diabetics)।

Pizza kar sakta diabetes ko trigger
डायबिटीज़ के मरीज़ पिज्जा खाने से करें परहेज। चित्र: अडोबी स्टॉक

यहां जानें डायबिटीज में किन ब्रेकफास्ट मिस्टेक्स को अवॉइड करना चाहिए

1. ब्रेकफास्ट स्किप करना

यदि आपको डायबिटीज है और आप ब्रेकफास्ट स्किप कर रही हैं, तो ये आपके लिए बेहद नकारात्मक साबित हो सकता है। डायबिटीज की स्थिति में ब्रेकफास्ट बहुत जरूरी है, क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखता है और पूरे दिन आपके ब्लड से शुगर लेवल को रेगुलेट करता है। ब्रेकफास्ट स्कीप करने से आप लंच में ओवरइटिंग कर सकती है। इसके अलावा पूरे दिन अनचाही क्रेविंग्स होती रहती है, जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल में स्पाइक देखने को मिल सकता है। इसके साथ ही इससे इन्सुलिन सेंसटिविटी भी प्रभावित होती है।

2. ब्रेकफास्ट में प्रोटीन न लेना

प्रोटीन युक्त खाद्य स्रोत में आमतौर पर कार्बोहाइड्रेट और फैट भी पाए जाते हैं, जिसे डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक माना जाता है। ऐसे में कई बार लोग प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को पूरी तरह से अवॉइड करना शुरू कर देते हैं। पर यह ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने का हेल्दी तरीका नहीं है।

यह भी पढ़ें: प्लांट बेस्ड प्रोटीन उतना अच्छा नहीं है जितना हम सोचते हैं, जानिए इनके कुछ स्वास्थ्य जोखिम

प्रोटीन शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, ये टिशु को रिपेयर करता है और मसल्स को बिल्ड करता है, साथ ही साथ हेल्दी वेट मैनेजमेंट में भी मददगार होता है। इसलिए हमेशा ब्रेकफास्ट में हेल्दी प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। आप मछली, बीन्स, नट्स, सीड्स आदि को डाइट में शामिल कर सकती हैं, क्योंकि इनमें रिफाइंड कार्ब्स की मात्रा बहुत कम होती है।

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सभी पोषक तत्वों को ग्रहण करना आवश्यक है। पौष्टिक तत्वों की कमी शरीर में थकान, अनिद्रा और कमज़ोरी का कारण बनती है। चित्र : अडोबी स्टॉक

3. ब्रेकफास्ट में पर्याप्त मात्रा में फाइबर न लेना

ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में फाइबर का एक महत्वपूर्ण रोल है। यह व्यक्ति को लंबे समय तक संतुष्ट रखता है, साथ ही साथ पाचन क्रिया को पूरी तरह से संतुलित रहने में मदद करता है। ब्रेकफास्ट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने से शॉर्ट चेन फैटी एसिड का प्रोडक्शन बढ़ जाता है। जो ब्लड शुगर लेवल के रेगुलेशन के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते है। आप अपने ब्रेकफास्ट में फाइबर की मात्रा को ऐड करने के लिए क्विनोआ सलाद, योगर्ट, चिया सीड्स, ओट्स और स्ट्रॉबेरी युक्त डिश ले सकती हैं।

4. ब्रेकफास्ट में फ्रूट जूस लेने की गलती

डायबिटीज के मरीजों को फ्रूट जूस से परहेज रखने की सलाह दी जाती है। यदि आप फलों के न्यूट्रिशन को पूरी तरह से प्राप्त करना चाहती हैं, तो इन्हें पूरे फल के तौर पर लें। इनका जूस ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। पूरे फल में फाइबर की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में मदद करती है। जब आप इन्हें जूस के तौर पर लेती है, तो इनकी पोषक तत्वों की गुणवत्ता काम हो जाती है और ये डायबिटीज के मरीजों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकते है।

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जूस की जगह खाएं पूरा फल, मिलेंगे कुछ खास फायदे, चित्र: शटरस्टॉक

5. कार्बोहाइड्रेट को पूरी तरह अवॉइड करना

इंडियन जर्नल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च द्वारा प्रकाशित स्टडी के अनुसार हाई कार्बोहाइड्रेट डाइट डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम के खतरे को बढ़ा देती है। सभी डायबिटीज के मरीजों को यह समझना जरूरी है, कि केवल कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ब्लड शुगर लेवल को ट्रिगर नहीं करती है, बल्कि इसकी क्वालिटी का भी इसमें एक बड़ा योगदान है।

यदि आप हेल्दी कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे की गेहूं, ओट्स, बार्ली आदि का सेवन करती हैं। तो यह सभी खाद्य पदार्थ अन्य पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं इससे ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रहता है। यदि आप कार्बोहाइड्रेट को पूरी तरह से अवॉइड करना शुरू कर देंगी तो कई हेल्दी खाद्य पदार्थों के सेवन से चूक सकती हैं, इसलिए इस बात का जरूर ध्यान रखें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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