पाचन में गड़बड़ी की वजह कहीं डिहाइड्रेशन तो नहीं? जानिए आपके स्वास्थ्य को कैसे नुकसान पहुंचाती है पानी की कमी

सांस लेने के बाद जो सबसे ज्यादा जरूरी चीज है वह पानी है। शरीर में पानी की कमी न केवल आपको चिड़चिड़ा बना सकती है, बल्कि ये पेट में दर्द और ऐंठन का भी कारण बन सकता है।
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डिहाइड्रेशन की शिकायत होने पर बार-बार गला सूखनें शिकायत होती है। चित्र ; शटरस्टॉक्स

शरीर का लगभग 55 – 75% भाग पानी से बना होता है। हम सभी जानते हैं कि पानी शरीर के लिए महत्वपूर्ण है। मगर क्यों? क्योंकि यह शारीरिक प्रणाली को सुचारु रूप से चलाने के लिए महत्वपूर्ण है। फिर भी हम पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं। सिर्फ जब हमें प्यास लगती है, तभी पानी पीते हैं। मगर क्या आप जानती हैं कि प्यास लगने का मतलब है कि शरीर में पानी की कमी है।

जी हां… जब हमें प्यास लगती है तब शरीर पहले से ही डिहाइड्रेटेड होता है। अक्सर, डिहाइड्रेशन हल्का होता है और आसानी से ठीक हो जाता है। मगर अच्छे समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बनाए रखने के लिए, यह कोशिश करना महत्वपूर्ण है कि आप लगातार डिहाइड्रेटेड न हों।

शरीर के लिए क्यों ज़रूरी है पानी?

आपके शरीर को मांसपेशियों को चलाने और अपने तापमान को नियंत्रण में रखने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। लंबे समय तक डिहाइड्रेटेशन के साथ हम अपनी मांसपेशियों और हृदय को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही, शरीर के अनियमित तापमान के कारण अन्य प्रभावों का अनुभव करते हैं। इसके अतिरिक्त, डिहाइड्रेटेशन के कारण व्यक्ति अत्यधिक थकावट और ऐंठन का अनुभव कर सकता है।

गंभीर डिहाइड्रेटेशन के लक्षणों में शामिल हैं:

चक्कर आना या चक्कर आना
मानसिक भ्रम की स्थिति
अत्यधिक थकान
तेज धड़कन
सांस लेने में दिक्क्त
छाती या पेट में दर्द
धंसी हुई आंखें
शुष्क त्वचा और खोई हुई लोच
पेशाब करने, रोने या पसीना आने में असमर्थता
ज़्यादा प्यास लगना
उच्च बुखार
बेहोशी, चेतना की हानि
बरामदगी

लंबे समय तक डिहाईड्रेटेड रहने से कई समस्याएं हो सकती हैं

पाचन संबंधी समस्याएं

मेयो क्लीनिक के अनुसार डिहाइड्रेटेशन के कारण सर दर्द, पेट दर्द और मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। ऐसे में यदि आपका डिहाइड्रेशन ज़्यादा गंभीर है, तो यह लक्षण और भी खराब हो सकते हैं। हल्के डिहाइड्रेशन से कब्ज हो सकती है, क्योंकि इससे मल सख्त और सूख जाता है जिससे कब्ज हो जाती है। यह आपके मूड और एकाग्रता को भी प्रभावित कर सकता है। ज़्यादा डिहाइड्रेटेशन शरीर में चयापचय प्रक्रियाओं को कठिन बना सकता है, जिससे वजन बढ़ जाता है।

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पानी न पीने के हो सकते हैं कई नुकसान, चित्र: शटरस्टॉक

मोटापा और हृदय रोग

डिहाइड्रेटेशन मोटापे के साथ-साथ हृदय रोग से भी जुड़ा है। पानी की कमी के कारण रक्त की मात्रा कम हो जाती है, जिससे दिल का दबाव बढ़ जाता है, जिससे समय के साथ दिल को गंभीर नुकसान होता है। उच्च रक्तचाप, मूत्र पथ के संक्रमण, ऐंठन, मांसपेशियों की समस्या, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन ये सभी समस्याएं हैं जो डिहाइड्रेटेशन के कारण हो सकती हैं।

किडनी की समस्या

डिहाइड्रेटेशन गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकती है। सही हाइड्रेशन उन्हें स्वस्थ रखता है। क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार आपकी किडनी के लिए उचित मात्रा में पानी पीना अच्छा है। पानी आपके गुर्दे को आपके पेशाब के माध्यम से विषाक्त पदार्थों और कचरे से छुटकारा पाने में मदद करता है। यह आपकी रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है, जिससे रक्त को वितरित करना आसान हो जाता है।

तो आप भी रखें अपने हाइड्रेशन का ख्याल और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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